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कर्ज में डूबे होने के बावजूद अमिताभ बच्चन ने सिर्फ एक रुपए में की थी ‘मोहब्बतें’, इस तरह चुकाया था यश चोपड़ा के एहसान का बदला, इमोशनल कर देगा ये किस्सा (Amitabh Bachchan did Mohabbatein for one rupee, didn’t forget Yash Chopra’s generosity, The story will melt your heart)

यश चोपड़ा (Yash Chopra) की फिल्म मोहब्बतें (Mohabbatein) की गिनती हिंदी सिनेमा की बेहतरीन फिल्मों में की जाती है. इस फिल्म में अमिताभ बच्चन (Amitabh Bachchan), शाहरुख खान (Shah Rukh Khan) और ऐश्वर्या राय (Aishwarya Rai) मुख्य भूमिकाओं में थे. अमिताभ बच्चन ने जब ये फिल्म साइन की थी तब वो लाइफ के सबसे बुरे दौर से गुजर रहे थे. बताया जाता है कि ये फिल्म साइन करते वक्त वो करोड़ों के कर्ज तले दबे थे. लेकिन इसके बावजूद इस फिल्म के लिए उन्होंने यश चोपड़ा से सिर्फ एक रुपए बतौर फीस (Amitabh Bachchan did Mohabbatein for 1 rupee) ली थी. कड़की के दिनों में उन्होंने ऐसा क्यों किया था, इसकी वजह भी बेहद इमोशनल है. 

ये तब की बात है जब अमिताभ बच्चन (Amitabh Bachchan) का काफी खराब वक्त चल रहा था. वो काफी निराश हो चुके थे. ऐसे में वो मंकी कैप पहनकर यश चोपड़ा के पास काम मांगने गए और यश जी ने मोहब्बतें में उन्हें नारायण शंकर का रोल दे दिया. इस बात का जिक्र खुद अमिताभ बच्चन कर चुके हैं. ये फिल्म बिग बी के लिए कमबैक फिल्म साबित हुई. अब इस फिल्म के बारे में एक हैरान कर देनेवाला खुलासा हुआ है. इस कल्ट फिल्म के लिए अमिताभ बच्चन ने सिर्फ एक रुपए फीस ली थी.

ये खुलासा हाल ही में डायरेक्टर निखिल आडवाणी (Nikhil Advani) ने एक इंटरव्यू के दौरान किया. निखिल कल हो ना हो, वेदा, चांदनी चौक टु चाइना जैसी फिल्में डायरेक्ट कर चुके हैं. इंटरव्यू के दौरान उनसे पूछा गया कि पहले के समय में और अब में क्या फर्क है.  इस पर निखिल ने कहा, "पहले सादगी थी. जब 'सिलसिला' बन रही थी, यश चोपड़ा ने अमिताभ बच्चन से पूछा कि इस फिल्म के लिए  कितनी फीस लोगे? अमितजी बोले, 'मैं घर खरीदना चाहता हूं, तो इस बार मैं आपसे ठीक-ठाक पैसा मांगना चाह रहा था.' सिलसिला के लिए अमित जी को मुंहमांगे पैसे मिले थे. लेकिन मोहब्बतें के वक्त जब यशजी ने अमितजी से पूछा कि कितने पैसे चाहिए, वह बोले, उस वक्त आपसे मैंने जो मांगा आपने दिया, इस बार मैं ये फिल्म एक रुपये में करूंगा. उन्होंने वाकई में यह फिल्म एक रुपये में की थी."

निखिल ने आगे कहा, "पहले फिल्में रिश्तों की ताकत पर बनती थीं, इन दिनों कैलकुलेशन के बाद रिश्ते बनते हैं. पहले माहौल परिवार की तरह होता था. पैम आंटी (पामेला चोपड़ा) हमारे लिए खाना बनाती थीं. वह सबसे जाकर पूछती थीं कि किसी को कोई एलर्जी तो नहीं है. वह मेन्यू तैयार करती थीं. दिलवाले दुलहनिया ले जाएंगे इसी तरह बनी थी. मोहब्बतें भी इसी तरह बनी थी. पर आज सबकुछ बदल चुका है."

निखिल आडवाणी का ये इंटरव्यू अब वायरल हो रहा है और ये किस्सा सुनने के बाद लोग एक बार फिर अमिताभ बच्चन के फैन हो रहे हैं और इस बात के लिए उनकी तारीफ कर रहे हैं कि वो यश चोपड़ा के एहसान को नहीं भूले और पैसों की तंगी के बावजूद एक रुपए में इतनी बड़ी फिल्म की.

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