बॉलीवुड अभिनेत्री आलिया भट्ट की फिल्म गंगूबाई काठियावाड़ी रिलीज से पहले ही विवादों में घिर गई है, इस फिल्म का विरोध दो कारणों से हो रहा है, जिसके कारण आलिया भट्ट और संजय लीला भंसाली की मुसीबतें बढ़ती नज़र आ रही हैं. ये हैं वो दो कारण…
आलिया भट्ट की फिल्म गंगूबाई काठियावाड़ी के ट्रेलर रिलीज होते ही इस फिल्म पर जमकर चर्चा होने लगी है. साथ ही फिल्म का विरोध भी होने लगा है. इस फिल्म का विरोध दो कारणों से हो रहा है और ये दोनों ही कारण गंगूबाई काठियावाड़ी फिल्म के रिलीज़ के लिए मुसीबत बन सकते हैं, जिसके कारण आलिया भट्ट और संजय लीला भंसाली की मुसीबतें बढ़ सकती हैं.
गंगूबाई काठियावाड़ी फिल्म की पहली मुसीबत
मुंबई कांग्रेस के विधायक अमीन पटेल ने आलिया भट्ट की फिल्म 'गंगूबाई काठियावाड़ी' पर आपत्ति जताते हुए फिल्म का नाम बदलने की मांग की है. विधायक ने कहा कि इससे शहर का नाम खराब होगा. विधायक अमीन पटेल ने सोमवार को बजट सत्र के दौरान विधानसभा में कहा कि काठियावाड़ अब 1950 के दशक जैसा नहीं रहा. इस शहर की महिलाएं हर क्षेत्र में आगे बढ़ रही है, इसलिए इस फिल्म का नाम बदलना चाहिए. बता दें कि अमीन पटेल के इस बयान के बाद से सोशल मीडिया पर भी फिल्म के नाम को लेकर विरोध शुरू हो गया है.
गंगूबाई काठियावाड़ी फिल्म की दूसरी मुसीबत
ख़बरों के अनुसार, आलिया भट्ट को कमाठीपुरा के एक वेश्यालय की मुखिया दिखाया गया है. इस बात को लेकर कमाठीपुरा के लोगों ने विरोध करना शुरू कर दिया है. कमाठीपुरा के लोगों ने इसे मुंबई का रेड लाइट एरिया बताने पर शर्मिदगी जाहिर की है. कमाठीपुरा के लोग संजय लीला भंसाली के प्रति रोष जाहिर करते हुए कह रहे हैं कि उन्होंने अपनी इस फिल्म के माध्यम से कमाठीपुरा के लोगों के 200 सालों के इतिहास पर कीचड़ उछाला है. यहां के लोगों ने कड़ी मेहनत करके यहां का दाग मिटाने की कोशिश की, लेकिन संजय लीला भंसाली ने इसे मुंबई का रेड लाइट एरिया बताकर उनकी मेहनत पर पानी फेर दिया गया है.
खबरों के अनुसार, गंगूबाई काठियावाड़ी फिल्म में अजय देवगन कैमियो रोल में नजर आएंगे, जो फिल्म की कहानी को आगे बढ़ाने की मुख्य भूमिका निभाएंगे. बता दें कि अजय देवगन इस फिल्म में गैंगस्टर करीम लाला के किरादर में दिखाई देंगे. ख़बरों की मानें, तो फिल्म में अजय देवगन और आलिया भट्ट भाई-बहन के किरदार में नजर आएंगे.
हुसैन ज़ैदी की किताब 'माफिया क्वीन्स ऑफ मुंबई' पर बनी है ये फिल्म
बता दें कि गंगूबाई काठियावाड़ी फिल्म हुसैन ज़ैदी की किताब 'माफिया क्वीन्स ऑफ मुंबई' पर बनी है. फिल्म 60 के दशक की माफिया क्वीन पर आधारित है जो एक ऐसी लड़की के जीवन पर आधारित है, जिसे वेश्यावृत्ति में जबरन ढकेल दिया जाता है. वो कमाठीपुरा में कोठा चलाती है, लेकिन वहां की लड़कियों के लिए भगवान बन जाती है. गंगूबाई कमाठीपुरा इलाके में कोठा चलाने वाली एक दिलेर औरत थी, जो गुजरात की एक भोली भाली लड़की थी, लेकिन जिसे वेश्यावृत्ति में ढकेल दिया गया और बाद में यही गंगूबाई माफिया क्वीन गंगूबाई काठियावाड़ी बन गई, जिसकी पहुंच मुंबई के डॉन करीम लाला तक थी. गंगूबाई ने सेक्स वर्कर्स के लिए बहुत काम किया. मुंबई के आजाद मैदान में दिए एक भाषण में उन्होंने कहा था कि अगर कमाठीपुरा की औरतें न हों, तो मुंबई की सड़कें औरतों के लिए असुरक्षित हो जाएंगी.