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वेब सीरीज़ का बढ़ता क्रेज़- बोल्ड होती मोबाइल स्क्रीन आजकल घर-बाहर, रास्ते में, होटल में, ट्रेन-बस... हर जगह मोबाइल हाथ में और हैंड्सफ्री कानों में लगाकर अधिकतर लोग अपनी ही दुनिया में मस्त रहते हैं. उनके आसपास क्या हो रहा है, उन्हें इसकी ख़बर तक नहीं होती. वो बस अपने मोबाइल की स्क्रीन पर नज़र गड़ाए अपनी मनपसंद वेब सीरीज़ देखने में व्यस्त रहते हैं. ये है वेब सीरीज़ का आकर्षण, जो सभी को मोबाइल स्क्रीन से बांधे रखता है. हालांकि वेब सीरीज़ के माध्यम से हर किसी को अपनी पसंद का कंटेंट देखने को मिल रहा है, लेकिन वेब सीरीज़ पर दिखाए जा रहे बोल्ड सीन्स बोल्डनेस की सारी हदें पार कर रहे हैं. गालियों और डबल मीनिंग से भरपूर डायलॉग्स, खुल्लमखुल्ला सेक्स परोसते बोल्ड सीन्स, लेसबियन, गे संबंध के नाम पर नग्नता की हदें पार करतीं कहानियां, एक्स्ट्रा मैरिटल अफेयर, मारधाड़, गोलियों की बौछार... वेब सीरीज़ में वो सब कुछ दिखाया जा रहा है, जिन्हें फिल्मों या टीवी सीरियल में दिखाने की मनाही है. तो क्या वेब सीरीज़ पर सेंसर नहीं लगाया जाना चाहिए? दर्शकों के पास है सेल्फ-सेंसरशिप का विकल्प वेब सीरीज़ पर अपना अधिकतर खाली समय बितानेवाली 24 वर्षीय शिवानी कहती हैं, मुझे टीवी सीरियल देखना बिल्कुल पसंद नहीं था, लेकिन जब से वेब सीरीज़ शुरू हुई हैं, तब से हमारे जैसे यूथ को भी एंटरटेनमेंट का एक नया माध्यम मिल गया है. वेब सीरीज़ में ऐसे कई एक्सपेरिमेंट्स हो रहे हैं, जो पहले कभी नहीं हुए, ऐसे कई कंटेंट दिखाए जा रहे हैं, जो पहले कभी नहीं दिखाए गए. ज़रूरी नहीं कि हर वेब सीरीज़ में स़िर्फ सेक्स ही परोसा जाता है. ये आप पर है कि आप क्या देखना चाहते हैं. आज दर्शकों के पास सेल्फ-सेंसरशिप का विकल्प है. दर्शक ये ख़ुद तय कर सकते हैं कि उन्हें क्या देखना है और क्या नहीं. हाउसवाइफ रिचा कहती हैं, मुझे सास-बहू के ड्रामेवाले सीरियल देखना बिल्कुल पसंद नहीं, मुझे क्राइम बेस्ड स्टोरीज़ अच्छी लगती हैं. अब मैं अपनी पसंद की क्राइम बेस्ड वेब सीरीज़ अपने मोबाइल पर ही देख लेती हूं. वेब सीरीज़ की सबसे अच्छी बात ये है कि आप अपने खाली समय में बिना किसी को डिस्टर्ब किए अपना मनोरंजन कर सकते हैं. फैमिली ड्रामे की जगह ले रही हैं बोल्ड-बिंदास वेब सीरीज़ हर रोज़ घंटों सास-बहू के फैमिली ड्रामे और पौराणिक कथाओं वाले सालोंसाल चलनेवाले सीरियल देखनेवाली महिलाएं अब टीवी से दूर होती जा रही हैं. अब उनका अधिकतर समय अपने मोबाइल स्क्रीन पर गुज़रता है. ख़ास बात ये है कि अब इन महिलाओं की रुचि भी बदलने लगी है. सास-बहू के सालों पुराने ड्रामे देखने की बजाय अब ये महिलाएं बेधड़क सेक्स, क्राइम और गाली-गलौज से भरपूर बोल्ड-बिंदास वेब सीरीज़ देखने लगी हैं, वो भी चुपचाप किसी को कानोंकान ख़बर लगे बिना. महिलाएं ये वेब सीरीज़ खाली समय में अपनी सुविधानुसार देखती हैं और समय न मिला, तो नींद में कटौती करके भी अपना ये शौक पूरा कर लेती हैं. युवाओं को ध्यान में रखकर लिखी जा रही हैं स्क्रिप्ट टीवी सीरियल्स में युवाओं के देखने लायक कुछ नहीं होता था, इसलिए वो इनसे दूर रहते थे, लेकिन अब वेब सीरीज़ के कंटेंट युवाओं को ध्यान में रखकर लिखे जा रहे हैं. वेब सीरीज़ में उनकी पसंद की कहानियां हैं. युवाओं को भी इन वेब सीरीज़ का कंटेंट और कहानी को प्रस्तुत करने का ढंग पसंद आ रहा है, इसलिए वेबसीरीज़ युवाओं में काफ़ी पॉप्युलर हो रही हैं.यह भी पढ़ें: 6 बॉलीवुड वाइफ्स, जो अपने पतियों से ज़्यादा मशहूर हैं (6 Bollywood Wives Who Are More Famous Than Their Husbands)
वेब सीरीज़ के फ़ायदे * वेब सीरीज़ में दर्शकों को नयापन देखने को मिल रहा है. रोमांटिक कॉमेडी, डॉक्यू-ड्रामा, थ्रिलर्स हर तरह के जॉनर पर काम किया जा रहा है और दर्शकों को नया कंटेंट दिया जा रहा है. * वेब सीरीज़ दर्शकों को ये सुविधा दे रही हैं कि वो अपनी पसंद का कंटेंट अपनी सुविधानुसार बिना किसी रुकावट के देख सकें. * वेब सीरीज़ में दर्शकों के पास ये चॉइस होती है कि वो क्या देखना चाहते हैं और क्या नहीं. दर्शकों पर कुछ भी ज़बर्दस्ती थोपा नहीं जाता यानी दर्शकों के पास अब सेल्फ-सेंसरशिप का विकल्प मौजूद है. * वेब सीरीज़ के माध्यम से अब दर्शक अपनी पसंद का सब्जेक्ट देख पा रहे हैं. * वेब सीरीज़ में कई नए-नए प्रोजेक्ट्स पर काम हो रहा है, इसलिए निर्माता-निर्देशकों को अपनी क्रिएटिविटी दिखाने का भरपूर मौक़ा मिल रहा है. * जिन कलाकारों के पास पहले काम बहुत कम होता था, उन्हें अब ख़ूब काम मिलने लगा है. * वेब सीरीज़ के माध्यम से एंटरटेनमेंट का एक नया मीडियम तैयार हो रहा है, जहां निर्माता-निर्देशक और कलाकारों को एक अलग पहचान मिल रही है. वेब सीरीज़ के नुक़सान * अधिकतर वेब सीरीज़ में मारपीट, गाली-गलौज और सेक्स परोसा जा रहा है. * निर्माता-निर्देशकों को बेरोक-टोक सेक्स और वॉयलेंस दिखाने की आज़ादी मिल गई है. एथिक्स की परवाह किए बिना सब कुछ खुल्लमखुल्ला दिखाया जा रहा है. * ससुर-बहू का संबंध, ट्रांसजेंडर की न्यूडिटी, समलैंगिंक संबंध, एक्स्ट्रा मैरिटल अफेयर... वेब सीरीज़ में ये सब धड़ल्ले से दिखाया जा रहा है. * अधिकतर वेब सीरीज़ में ज़रूरत न होने पर भी ज़बर्दस्ती सेक्स, वॉयलेंस, गाली-गलौज के सीन्स डाले जाते हैं. * गुस्से के सीन में बेधड़क गालियां और मारपीट दिखाई जा रही है.यह भी पढ़ें: सेलेब्रेटी कपल्स- जो अपने पार्टनर से हैं उम्र में 8-10 साल बड़े (Celebrity Couples With Big Age Differences)
बढ़ रहा है बोल्डनेस का बाज़ार डिजिटल मीडिया में अब एंटरटेनमेंट के नाम पर बोल्ड वेब सीरीज़ न स़िर्फ सनसनी फैला रही हैं, बल्कि अपनी अलग छाप भी छोड़ रही हैं. वेब सीरीज़ का क्रेज़ इस कदर बढ़ रहा है कि अब कई बड़े फिल्मस्टार्स भी वेब सीरीज़ में नज़र आने लगे हैं. इतना ही नहीं, फिल्मों में जहां बोल्ड सीन्स को छुपाया जाता है, वहीं वेब सीरीज़ में ज़बर्दस्ती बोल्ड सीन, गाली-गलौज, मारधाड़ आदि को शामिल किया जाता है. वेब सीरीज़ में कलाकार बोल्डनेस की सारी हदें पार कर रहे हैं. डिजिटल मीडिया में सनसनी मचाती वेब सीरीज़ अपनी बोल्डनेस के कारण रातोंरात सुर्ख़ियां बटोर रही हैं. इन वेब सीरीज़ का कंटेंट युवाओं को ध्यान में रखकर लिखा जा रहा है, लेकिन सवाल ये है कि इतनी बोल्डनेस क्या ज़रूरी है? - कमला बडोनी
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