हार्ट ऑफ एशिया के नाम से मशहूर इस देश में चारों ओर विविधताओं का भंडार है. कहीं दूर-दूर तक फैले पहाड़ और झीलें प्राकृतिक छटा बिखेरती हैं, तो कहीं बड़ी-बड़ी इमारतें और स्मारक पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करते हैं. जहां एक ओर यहां के संग्रहालयों में इस देश के संपन्न इतिहास की झलक देखने को मिलती है, तो वहीं दूसरी ओर हाई स्पीड ट्रेन इनके आधुनिक अस्तित्व को दुनिया के सामने प्रस्तुत करती हैं. ताइवान की ऐसी ही कुछ ख़ूबियों और लोकप्रिय टूरिस्ट डेस्टिनेशन्स की यहां हमने एक झलक दी है.
नेशनल म्यूज़ियम ऑफ मरीन बायोलॉजी एंड एक्वेरियम
यह ताइवान के पिंगटुंग काउंटी के शेशेंग टाउनशिप में स्थित है. ताइवान की धरती व समुद्र पर पाई जानेवाली अनेक प्रजातियों को देखने और समझने का यह म्यूज़ियम एक वर्च्युअल वर्ल्ड है. इस म्यूज़ियम में तीन एक्ज़िबिट्स हैं- वॉटर्स ऑफ ताइवान, कोरल किंगडम और वॉटर्स ऑफ द वर्ल्ड. इस म्यूज़ियम में 81 मीटर लंबा अंडरवॉटर टनल मूविंग ट्रैक है, जो एशिया का सबसे लंबा अंडरवॉटर टनल है.
वॉटर्स ऑफ ताइवान
1 मिलियन गैलन पानी से बना यह टैंक हर पर्यटक को समुद्री जीवन को क़रीब से देखने का मौक़ा देता है. इसमें टच पूल्स भी हैं, जहां लोग स्टारफिश, क्रैब्स, सी कुकुंबर आदि को छूकर देख सकते हैं.कोरल किंगडम
यहां आप कई वेरायटी के कोरल रीफ देख सकते हैं, साथ ही इसमें अंडरवॉटर टनल और डुबा हुआ जहाज लोगों को आकर्षित करता है.वॉटर्स ऑफ द वर्ल्ड
इस एक्ज़िबिट में पर्यटकों को थ्रीडी एनिमेशन के ज़रिए समुद्री जीवन से जुड़ी कई दिलचस्प जानकारियां देखने को मिलती हैं. इसमें एंशियंट ओशियन, केल्प फॉरेस्ट, डीप सी, पोलार सी और बच्चों के लिए डिस्कवरी ज़ोन भी हैं.चियांग कई शेक मेमोरियल हॉल
नेशनल चियांग कई शेक मेमोरियल हॉल रिपब्लिक ऑफ चाइना के पूर्व राष्ट्रपति चियांग कई शेक की याद में बनाया गया है. ताइपेई के ज़ोंगज़िंग ज़िले में स्थित यह ताइवान की राष्ट्रीय धरोहर है. इसमें एक लाइबे्ररी और म्यूज़ियम है, जहां चियांग कई शेक की जीवन गाथा, चीन का इतिहास, ताइवान का इतिहास और उसके विकास को देखा जा सकता है. दर्शकों के लिए यह एक सुनहरा मौक़ा होता है, जब उन्हें ताइवान के साथ-साथ चीन के इतिहास की झलक भी देखने को मिलती है. इस धरोहर के चारों तरफ़ गार्डन है. साथ ही इसमें नेशनल थियेटर और नेशनल कॉन्सर्ट हॉल भी है.
फोर्ट प्रोविंशिया (चिहकन टावर्स)
ताइवान के ताइनान में स्थित फोर्ट प्रोविंशिया ताइवान की सबसे पुरानी व ऐतिहासिक इमारत है. यह चिहकन टावर्स के नाम से भी प्रसिद्ध है. 1653 में पुर्तगालियों द्वारा बनवाई गई यह इमारत ताइवान के उपनिवेशवाद के समय को दर्शाती है. सन 1945 में इसका नाम बदलकर चिहकन टावर्स रख दिया गया, जो पुर्तगालियों के यहां आने से पहले इस स्थान का नाम था.
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