सुख-शांति के लिए घर को दें एस्ट्रो टच… (Astrological Remedies For Peace And Happiness To Home)
Share
5 min read
0Claps
+0
Share
हर किसी की चाह रहती है कि घर में सुख-शांति व सुकून बना रहे. इसके लिए लोग न जाने क्या-क्या उपाय करते हैं. वैसे ज्योतिष (Astrology) के अनुसार कुछ उपाय किए जाएं, तो घर में सुख-शांति हमेशा बनी रहती है. इस संदर्भ में हस्तरेखा व वास्तु विशेषज्ञ डॉ. प्रेम गुप्ता ने हमें कई महत्वपूर्ण उपाय बताए. आइए, संक्षेप में इसके बारे में जानते हैं.
* घर में सुबह-सुबह थोड़ी देर के लिए भजन या फिर कोई भक्तिमय संगीत लगाएं. इससे घर का माहौल सुकूनभरा व आनंदमय बना रहता है.
* घर के पूजा स्थल में अगरबत्ती, धूप, हवन आदि की सामग्री दक्षिण-पूर्व दिशा में रखें.
* विशेषकर गुरुवार के दिन चांदी के पात्र में केसर घोलकर माथे पर टीका लगाएं.
* पूजाघर में हमेशा किसी छोटे पात्र में जल भरकर रखें.
* घर में दक्षिणावर्ती शंख रखें.
* देसी गाय को रोटी खिलाएं.
* घर के मध्य भाग में सिंक न बनाएं. मध्य भाग में जूठे बर्तन आदि साफ़ नहीं करना चाहिए.
यहभीपढ़े: सोमवार को शिव के 108 नाम जपें- पूरी होगी हर मनोकामना (108 Names Of Lord Shiva)
* बच्चों के कमरे में ब्राइट कलर के पेंट करवाएं. बेटों के कमरे में हल्का नीला रंग और बेटियों के कमरे में हल्का गुलाबी रंग कराएं.
* यदि राशि के अनुसार घर के कमरों में पेंट करवाएं, तो और भी अच्छा है.
* लेकिन यदि ऐसा न कर सकें या फिर ऐसा करना प्रैक्टिकल न लगे, तो पूरे घर में आइवरी, लाइट क्रीम और बादामी रंग कराना अति शुभ होता है.
* ज्योतिष के अनुसार, शुभ व मंगलकारी वॉलपेपर दीवारों पर लगाएं.
* घर के किसी भी कमरे की चार में से एक दीवार पर ब्राइट कलर्स से पेंट कराएं या ग्लास वर्क करवाएं.
* ड्रॉइंगरूम व बेडरूम में लाइट कलर्स करवाएं, जैसे- लाइट ब्राउन, व्हाइट, क्रीम, लाइट लेमन आदि.
* पूजा करने के बाद कम-से-कम पांच मिनट मौन रखें.
* जब घर में झगड़ा या विवाद होे, तो उसके बाद तुरंत कभी भी तिजोरी न खोलें. कम-से-कम 10 मिनट बाद ही तिज़ोरी खोलें.
* रसोईघर में सबसे पहले घर के मालिक आदि ही प्रवेश करें. कर्मचारी या नौकर-चाकर को सबसे पहले किचन में प्रवेश न करने दें.
* शयनकक्ष में टूटे-फूटे फर्नीचर और कांच आदि को रिपेयर कराकर व्यवस्थित ढंग से रखें.
* रात को सोते समय प्रसन्न मन से चिंतामुक्त होकर अपने इष्टदेव को याद करके सोएं.
* घर में हंसी-ख़ुशी का वातावरण बनाए रखें. हंसी-ख़ुशी के माहौल से ‘ग्रह दोष भार’ कम होता है.
यह न करें
* दीया, अगरबत्ती, धूप आदि को मुंह से फूंक मारकर न बुझाएं.
* घर में कभी भी झाड़ू खड़ा न रखें. इसके अलावा न ही इस पर पैर लगाएं और न ही इसे लांघकर जाएं.
* घर में जूते-चप्पल बिखेरकर न रखें.
* बिस्तर पर बैठकर भोजन न करें.
* शाम के समय न सोएं.
* दरवाज़ों को ज़ोर से खोलें या बंद न करें.
* दुखी मन से भोजन न बनाएं.
* रात को रसोई में जूठे बर्तन न रहने दें.
* नवविवाहित से कम-से-कम तीन माह तक कोई वाद-विवाद या बहस न करें.
* फटे कपड़े भूलकर भी न पहनें.
* अपनी जन्मपत्री को अमावस्या के दिन न देखें.