- फल शरीर को ऊर्जावान बनाने के लिए अनेक पोषक तत्व प्रदान करते हैं, इसलिए विटामिन सी से भरपूर और सीज़नल फ्रूट्स खाएं. इन्हें खाने से इम्यूनिटी बढ़ती है और त्वचा संबंधी संक्रमण दूर होते हैं.
- बरसात के मौसम में पाचन क्रिया धीमी हो जाती है, इसलिए इस मौसम में ऐसा भोजन करें, जो पचने में आसान हो.
- शुगर का सेवन कम करें. ज़्यादा शुगर खाने से बैड बैक्टीरिया का उत्पादन अधिक होता है.
- कच्ची सब्ज़ियों में बैक्टीरिया और जर्म्स होते हैं, जिनके पेट में चले जाने पर इंफेक्शन हो सकता है. कच्ची सब्ज़ियों को पकाकर खाने की बजाय उबालकर या स्टीम में पकाकर खाएं.
- ख़ूब पानी पीएं. पानी शरीर में जमा टॉक्सिन्स को बाहर निकालने में मदद करता है.
- खाने में हेल्दी कुकिंग ऑयल का इस्तेमाल करें. हेेल्दी कुकिंग ऑयल डायजेस्टिव सिस्टम को सही रखता है.
- शरीर में गर्माहट लाने के लिए मसालेवालीचाय या एंटीबैक्टीरियल हर्बल टी पीएं.
- इस मौसम में ज़्यादातर लोगों की इम्यूनिटी कमज़ोर हो जाती हैै, जिसके कारण उन्हें बार-बार इंफेक्शन होता है. इंफेक्शन से बचने के लिए इम्यूनिटी बूस्टर फूड्स खाएं.
- बरसात के मौसम में करेला, लौकी, मेथी के बीज ज़रूर खाएं. ये चीज़ें मॉनसून में इम्यूनिटी बढ़ाती हैं, पाचन तंत्र को सही रखने के साथ-साथ त्वचा संबंधी संक्रमण को दूर करने में मदद करती हैं.
- बारिश में दूषित पानी पीने से मौसमी बीमारियां होती हैं, इसलिए उबला व छाना हुआ गरम पानी पीएं. पानी उबालने से उसमें मौजूद कीटाणु मर जाते हैं.
- दूध पीने की बजाय दही और दूध से बने डेज़र्ट खाएं.
- मॉनसून में घर का बना हुआ ताज़ा खाना ही खाएं.
- इस मौसम में वॉटरी फूड्स, जैसे- खीरा, ककड़ी, चावल, तरबूज़, खरबूजा, लस्सी, छाछ और जूस आदि खाने की बजाय ड्राई चीज़ें खाएं. ड्राई चीज़ें यानी मटर, कॉर्न आदि. बारिश में वॉटरी फूड्स खाने से शरीर में सूजन आ सकती है, इसलिए इन्हें खाने से बचें.
- नॉन वेज खाना अवॉइड करें, विशेष रूप से सी-फूड. बरसात में तालाब और नदियों का पानी दूषित हो जाता है और उनमें रहनेवाली मछलियां खाने से डायरिया या हैजा होने की संभावना हो सकती है.
- सड़क के किनारे मिलनेवाले फलों के जूस पीने की बजाय घर पर बना ताज़ा जूस पीएं, क्योंकि दुकानदार पहले से ही फलों को काटकर बिना ढंके रखते हैं, जिसके कारण ये कटे फल हवा में फैलनेवाले बैक्टीरिया के संपर्क में आते हैं और इन्हें खाने से पेट संबंधी तकली़फें हो सकती हैं.
- बरसात में हरी पत्तेदार सब्ज़ियां न खाएं. इनमें मिट्टी, लार्वा और कीड़े होने की संभावना अधिक होती है. अगर इन्हें अच्छी तरह से साफ़ न किया जाए, तो इन्हें खाने से पेट संबंधी समस्याएं हो सकती हैं.
- देवांश शर्मा
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