मसालों (Spices) के बिना भारतीय खाने (Indian Food) का स्वाद (Taste) अधूरा है. साबूत धनिया, हल्दी, कालीमिर्च आदि मसालों की ख़ूशबू और टेस्ट खाने का स्वाद दोगुना कर देते हैं. इन मसालों की अपनी ख़ासियत व गुण होते हैं, जो विभिन्न बीमारियों में तुरंत राहत पहुंचाते हैं. आइए जानें इन मसालों के बारे में:
- अजवायन
- खाने की स्वाद बढ़ाने के साथ अजवायन अच्छी सेहत के लिए बहुत फ़ायदेमंद होता है. अजवायन का सेवन करने से पेट की कीड़े मरते हैं और पेट संबंधी बीमारियां- गैस और अपच भी ठीक होता है.
2. मेथीदाना
- विशेष रूप से सूखी सब्ज़ियों में डाला जाता है, जिससे उनका स्वाद और भी बढ़ जाता है. मेथीदाना खाने से पाचन तंत्र से जुड़ी समस्याएं दूर होती है, मधुमेह व जोड़ों के दर्द में भी आराम मिलता है. बालों की अच्छी सेहत के लिए मेथीदाना बहुत फ़ायदेमंद है.
3. हींग
- इसकी तासीर गरम होती है, इसलिए सर्दियों में विशेष रूप से हींग ज़रूर खाना चाहिए,लेकिन गर्भवती महिलाओं को इसका सेवन कम करना चाहिए.
4. साबूत कालीमिर्च
- साबूत कालीमिर्च का सेवन केवल सब्ज़ी व दाल का स्वाद बढ़ाने के लिए ही नहीं किया जाता है, बल्कि चाय व सलाद में इसका इस्तेमाल किया जाता है. साबूत कालीमिर्च का सेवन करने से सर्दीज़ुकाम में आराम मिलता हैं. पेट संबंधी तकलीफों में आराम मिलता है.
5. इलायची
- दाल-सब्ज़ी में डालने के अलावा विशेष रूप से स्वीट डिश का टेस्ट बढ़ाने के लिए इलायची पाउडर डाला जाता है. इसे खाने से खाना जल्दी पचता है और एसिडिटी में आराम मिलता है.
6. लौंग
- लौंग केवल खाने का स्वाद बढ़ता है, बल्कि दांतों के दर्द में भी राहत पहुंचाता है. एसिडिसी होने पर लौंग चूसने से तुरंत आराम मिलता है.
7. साबूत धनिया
- साबूत धनिया से खाना जल्दी पचता है और पेशाब में होनेवाली जलन को दूर करता है.
8. राई
- एक ओर जहां राई का छौंक खाने का स्वाद डबल कर देता है. वहीं दूसरी ओर राई खाने से पेट के कीड़े ख़त्म होते हैं और डायजेस्टिव सिस्टम भी ठीक रहता है.
9. जीरा
- जीरे के बिना एक ओर खाने का स्वाद अधूरा वहीं दूसरी ओर जीरा खाने से गैस की समस्या दूर होती है.
10. हल्दी
- यह ऐंटीसेप्टिक, एंटीएलर्जिक और एंटीफंगल है. हल्दी का सेवन करने से कफ और शारीरिक दर्द में आराम मिलता है.
– देवांश शर्मा
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