Link Copied
आकर्षक वेतन पाने के 16 आसान तरी़के (16 Easy Tips To Score An Attractive Salary)
जॉब अच्छी (Good Job) है, मगर सैलरी कम (Less Salary)... ऐसेमें उसे छोड़कर दूसरी नौकरी की तलाश आपकी तरक्की में फुल स्टॉप लगा सकती हैं. अत: सैलेरी की वजह से अच्छा जॉब ऑफर ठुकराने की बजाय सैलरी नेगोसिएशन यानी तनख्वाह के मुद्दे पर बातचीत करना सीखें. करियर काउंसलर अमृता गांगुली बता रही हैं कि सैलरी के मामले बात कैसे करें?
क्या करें?
1. वर्किंग एक्सपीरिएंस विस्तार में बताएं
रेज्यूमें में अपना वर्किंग एक्सपीरिएंस साफ़ शब्दों और विस्तार में बताएं. रेज़्यूमें में ही नहीं, बल्कि मुंह जबानी भी सारी चीज़ें याद रखें, जिससे एंप्लॉयर के सामने आप पूरे आत्मविश्वास के साथ जवाब देकर उन पर अच्छा इंप्रेशन डाल सकें.
2. उपलब्धियों पर प्रकाश डालें
इंटरव्यू के समयर अपने अनुभवों के साथ ही छोटी-बड़ी सभी उपलब्धियों कर भी प्रकाश डालें. कंपनी की तरक्की के लिए अगर आपके पास कोई योजना है, तो इस बारें में एंप्लॉयर को बताएं.
3. नौकरी के प्रति जोश दिखाएं.
कंपनी से जुड़ने व मनपसंद जॉब प्रोफाइल के प्रति उत्सुकता दिखाने के साथ ही एंप्लॉयर को इस बात का एहसास दिलाएं कि सैलरी कम होने की वजह से आप जॉइन करने का मन नहीं बना पा रहे हैं. ऐसा करने से एंप्लॉयर आपसे सैलरी को लेकर बातचीत कर सकता है. और काम के प्रति आपके जोश को देखकर मनपसंद सैलरी भी ऑफर कर सकता है.
4. पॉजिटिव सोच रखें
सकारात्म सोच के साथ इंटरव्यू देने के लिए जाएं. कि आपका सिलेक्शन ज़रूर होगा. आपका यह आत्मविश्वास एंप्लॉयर को इंप्रेस करने के साथ ही सैलरी को लेकर समझौता करते समय भी बहुत काम आएगा.
5. जॉब प्रोफाइल के बारे में रिसर्च ज़रूर करें
जिस कंपनी में आप इंटरव्यू देने जा रहे हैं, उसके बारे में और जॉब प्रोफाइल के बारे में सभी ज़रूरी रिसर्च पहले से कर लें. ताकि एंप्लॉयर आपकी जानकारियों में कोई कमी न निकाल सकें. कंपनी और जॉब प्रोफाइल के बारे में पूरी जानकारी न होने पर सैलरी नेगोसिएशन में अड़चनें आती हैं.
6. बोनस या अन्य भत्तों के बारे में भी बात करें
सैलरी के बारे में चर्चा करते समय अगर आपको लगे कि बात नहीं बन रही, तो इसके अलावा मिलनेवाले बोनस, ट्रैवलिंग अलाउंस या अन्य भत्तों के बारे में ज़रूर पूछें.
7. सेल के फंडे अपनाएं
एंप्लॉयर के सामने अपनी वर्किंग स्किल को सेल करना सीखें. अपनी प्रतिभा को उनके सामने ऐसे पेश करें जिससे उन्हें यह विश्वास हो जाए कि आपसे अच्छा एंप्लॉई उन्हें मिल ही नहीं सकता.
8. बातचीत फ्रेंडली रखें
नेगोसिएशन के दौरान घबराकर या गुस्से में बात न करें. दिमाग़ को शांत रखकर बातचीत का माहौल फ्रेंडली रखें.
और भी पढ़ें: क्या आप बार-बार जॉब बदलते हैं (Do You Change Jobs Frequently)
9. स्थिति के अनुरूप बदलने की कोशिश करें
यदि सैलरी को लेकर समझौता आपके हक में हो रहा है और एंप्लॉयर आपसे कुछ घंटे अतिरिक्त काम करने के लिए बोलता है, तो मना न करें. ऐसी स्थिति में ख़ुद को थोड़ा फ्लेक्सिबल बनाए रखें और यह जानने की कोशिश करें कि आपका कितना फ़ायदा है.
10. हर प्रश्न के लिए तैयार रहें
आप इस जॉब के लिए उपयुक्त नहीं हैं या आपकी क्वालिफिकेशन जॉब प्रोफाइल से मेल नहीं खाती, ऐसे प्रश्नों के जवाब देने के लिए ख़ुद को पहले से ही तैयार रखें, ताकि एंप्लायर को विश्वास हो जाए कि यह यं जॉब आपके लिए ही है.
क्या न करें?
11. अनुभव से ज़्यादा सैलरी की डिमांड न करें
एक्सपीरियंस के अनुसार ही सैलरी की डिमांड करें. अगर एक्सपीरियंस कम है, तो ज़्यादा सैलरी की उम्मीद न रखें. यदि ज़्यादा अनुभवी हैं और सैलरी कम है, तो एंप्लॉयर को अपनी पिछली सैलरी और पोस्ट की मार्केट वैल्यू के बारे में बताकर सैलरी नेगोसिएशन करें. अपने अनुभवों को ज़्यादा बढ़ा-चढ़ाकर न बताएं, नहीं तो आगे चलकर आपको शर्मिंदगी का सामना करना पड़ सकता है.
12. सैलरी कितनी है? यह न पूछें
इंटरव्यू के व़क्त यह जाहिर न करें कि सैलरी आपका मुख्य आकर्षण है. इस प्रकार की प्रतिक्रिया आपको इंप्रेशन ख़राब कर सकती है. इसके अलावा कभी भी ख़ुद से सैलरी के बारे में न पूछें. जब एंप्लॉयर पूछे, तभी नेगोशिएट करें.
13. इमोशनल बातें न करें
बातचीत के दौरान अपनी भावनाओं पर काबू रखें. एंप्लॉयर को ऐसा नहीं लगना चाहिए कि आप छोटी-छोटी बातों पर जल्दी घबरा जाते हैं. सैलरी के बारे में बात करते समय भी अपनी फ्लेक्सिबल और स्मार्ट पर्सनैलिटी का सबूत दें.
14. पर्सनल लाइफ को दूर रखें
सैलरी संबंधित बातचीत के समय भूलकर भी अपनी पर्सनल लाइफ, कमज़ोरियों या आर्थिक परेशानियों के बारे में बात न करें. प्रोफेशनल तरी़के से एंप्लॉयर से अपनी बात मनवाने की कोशिश करें.
15. न बोलने से हिचकिचाएं नहीं
सभी तरह की चर्चाओं के बाद भी अगर आपको मनमुताबिक सैलरी नहीं मिलती है यानी समझौता सकरात्मक न हो, तो एंप्लॉयर को न बोलने से हिचकिचाएं नहीं.
16. ये ग़लतियां न करें
- कंपनी के बारे में रिसर्च किए बिना जॉब के लिए अप्लाई न करें.
- जॉब ऑफर्स आते ही सैलरी की डिमांड न करें.
- सैलरी का पहला ऑफर मिलतेही उसे तुरंत स्वीकार न करें, बल्कि नेगोसिएशन की पूरी कोशिश करें.
- रेेज़्यूमे या कवर लेटर पर अपेक्षित सैलरी न लिखें.
- अन्य भत्तों या सुविधाओं के बारे में एंप्लॉयर से ज़रूर सुनें.
- ऑफर स्वीकारने में ज़रूरत से ज़्यादा समय न लें.
- सिर्फ अपनी ज़रूरतों को ध्यान में रखकर सैलरी की डिमांड न करें.
- नेगोसिएशन के बारे में दोस्तों से चर्चा न करें.
- एंप्लॉयर से जॉब प्रोफाइल के बारे में लिखित जानकारी न मांगने की भूल न करें.
- सब्र करें और सैलरी के बारे में एंप्लॉयर से बार-बार न पूछें.
और भी पढ़ें: वर्कप्लेस पर कामयाबी चाहते हैं, तो अपनाएं ये 8 टिप्स (8 Workplace Etiquette Everyone Should Follow)