Link Copied
क्या आप बार-बार जॉब बदलते हैं? (Do You Change Jobs Frequently)
समय से पहले बहुत कुछ कर लेने की चाह और कम समय में ढेर सारा पैसा और शोहरत हासिल करने की लालसा आज की युवा पीढ़ी को जॉब बदलने के लिए प्रेरित करती है. पर कपड़ों की तरह जॉब बदलना कितना उचित है.
प्राइवेट हो या सरकारी एक बार नौकरी मिल जाने के बाद रिटायरमेंट तक लोग उसी कंपनी में काम करते रहते थे. जमाना बदला और लोगों की जॉब बदलने की आदत भी. अब तो आलम ये है कि प्राइवेट हो या सरकारी, हर जगह लोग जॉब से असंतुष्ट रहते हैं और किसी न किसी बहाने से एक नौकरी छोड़कर तुरंत दूसरी पकड़ लेते हैं.
असंतुष्टि
टफ कॉम्पीटशन के बाद मुश्किल से मिली नौकरी भी युवा पीढ़ी को लंबे समय तक बांध नहीं पाती. कुछ महीनों में वे अपनी नौकरी से असंतुष्ठ हो जाते है. एसे भे अच्छा ऑफर मिलने पर वो तुरंत जॉब बदल देते है. कई बार तो ऑफिस पॉलिटिक्स से तंग आकर भी प्रेशर में जॉब छोड़ देते हैं.
तरक्की
अधिकतर युवाओं का मानना है कि एक डी कंपनी में अधिक समय तक लंबे समय तक काम करने से ग्रोथ रुक जाती है. सफलता और ऊंचा ओहदा पाने के लिए नौकरी बदलतेरहना चाहिए. कई लोग तो सालभर या सात-आठ महीने में भी जॉब बदलते हैं.
सैलरी
अधिकतर युवाओं का मानना है कि नौकरी बदलने से सैलरीऔर जॉब प्रोफाइल दोनों बढ़ जाते हैं. अत: जॉब बदलना बेहतर विकल्प है.
स्टेटस
कुछ लोग अपनी जॉब का स्टेटस से जोड़कर देखते हैं. उन्हें लगता है कि एक ही कंपनी में लगातार काम करने से आसपास के लोगों में उनकी इज़्जत कम हो जाती है. इसलिए भी वे लगातार नौकरी बदलते रहते हैं.
दूसरों की देखा-देखी
ऐसे कई लोग है, जो वा लाइफ, वन मैरिज औरवन जॉब में अब भी विश्वास रखते है, लेकिन कई बर झब उनके दोस्त करियर में आगे निकल जाते है, तो वो भी अपनी जॉब छोड़ने पर विचार करने लगते हैं.
और भी पढ़ें: 10 अनहेल्दी ऑफिस हैबिट्स
फ़ायदे और नुक़सान
फ़ायदे
1 अपनी मंजिल तक पहुंचने में सक्षम होते है.
2. सैलरी पैकेज में इज़ाफा होता है.
3. बड़े ब्रांड के साथ काम करने का सपना पूरा होता है.
4. अलग-अलग कंपनियों के साथ काम करने का अनुभव बढ़ता है.
5. मन मुताबिक काम कर सकते हैं.
नुक़सान
1. जब आप दूसरी नौकरी के लिए दूसरी कंपनी में जाते है, तो इंटरव्यू के समय आपका बायोडेटा देखते वक्त सामनेवाले के दिमाग में आपकी निगेटिव इमेज बनती ह, वो सोचने पर मजबूर हो जाता है कि आखिर आपने इतनी जॉब क्यों बदली?
2. आपकी क्षमता देखते हुए कई बार आपको जॉब तो मिल जाती है, लेकिन कंपनी/ बॉस का भरोसा आप पर नही होता. उनके दिमाग में ये बात रहती है कि आक कभी भी नौकरी छोड़कर जा सकते हैं. इससे वो कंपनी के ज़रूरी काम आपको नहीं सौंपते.
3. कम समय में बहुत ज़्यादा नौकरी बदलने की आदत आपको दिशाहीन होने का तमगा दे सकती है. लोगों को लगता है कि आपको ये नहीं मुलम कि आप जीवन में किस दिशा में आगे बढ़ना चाहते हैं. इसलिए जॉब आप बार-बार बदलते रहते हैं.
3. किसी भी कंपनी में काम करते समय अगर बॉस आपको वफादार नही समझता, तो आपका काम करना बेकार है, बार-बार जॉब बदलने की आदत आपको बॉस/कंपनी को प्रति वफादार नहीं बना पाती.
4. सहकर्मी भी काम में आपकी मदद नहीं करते. क्योंकि उन्हें पता है कि जब उनकी मदद करने की बारी आएगी तब आप कहीं और नौकरी कर रहे होंगे.
जो नहीं बदलते जॉब
आज भी कई लोग ऐसे हैं, जो एक ही कंपनी में नौकरी करना अच्छा समझते हैं, उन्हें कॉम्पीटिशन शब्द से कोई लेना-देना नहीं होता.
फ़ायदा
1. कंपनी का आप पर भरोसा बढ़ता जाता है.
2. ऐसे लोगों को लोग ज़िम्मेदार समझते हैं.
3. भले ही सैलरी कम हो, लेकिन जॉब की गारंटी रहती है.
4. भविष्य में जब कभी आप नौकरी बदलने की सोचते हैं, तो आपका बायोडेटा सामने वाले पर सकारात्मक प्रभाव डालता है.
5. भविष्ट में कंपनी आपको लीडर के तौर पर प्रोजेक्ट कर सकती है.
और भी पढ़ें: ऑफिस में रखें इन 5 बातों का ध्यान
नुकसान
1. आपकी काम करने की क्षमता घट जाती है.एक ही जगह पर काम करते रहने से आप वहां के लोगों को अच्छी तरह से जान चुके होते हैं और क्वालिटी टाइम पर ध्यान नहीं देते.
2. एक ही जगह काम करते रहने से आपकी प्रोफेशनल ग्रोथ रुक जाती है. आप एक ही सैलरी पैकेज पर काम करने के आदी हो जाते हैं, जो कि अच्छी बात नहीं है.
3. काम करने की उत्सुकता लगभग ख़त्म हो जाती है. ऐसे में अचानक किसी कारणवश नौकरी से निकाले जाने पर दूसरी जगह काम करने में बहुत दिक्कत होती है.
4.कंपनी आपको ग्रांटेड लेने लगती है. ऐसे में तरक्की की संभावनाएं कम हो जाती है. इतना ही नही, कई बार तो साल में एक बार होने वाले अप्रेजल न के बराबर होते हैं.
5. लंबे समय तक एक ही कंपनी में काम करते रहने से आप चैलेंज लेना बंद कर देते हैं और हर दिन एक जैसा काम करने के आदी हो जाते हैं.