- फाइनेंस सुनने में भले ही बोरिंग लगे, पर यह इतना भी बोरिंग नहीं है. अगर आप इसमें दिलचस्पी लें, तो आपको ये बोरिंग नहीं लगेगा.
- कुछ महिलाएं भविष्य के बारे में सोचती हैं, पर सही ढंग से प्लानिंग नहीं कर पातीं. भविष्य के लिए लक्ष्य बनाना बहुत ज़रूरी है. आप अपनी लिस्ट को शॉर्ट टर्म, मीडियम टर्म और लॉन्ग टर्म में डिवाइड कर सकती हैं. शॉर्ट टर्म में कार ख़रीदना, वेकेशन पर जाना, तो मीडियम टर्म में घर ख़रीदना और बच्चों की पढ़ाई के लिए सेविंग्स और लॉन्ग टर्म में रिटायरमेंट आदि प्लान कर सकती हैं.
- फाइनेंस में रुचि लेने के लिए छोटी-छोटी चीज़ों से शुरुआत करें. अगर आपका बैंक में अकाउंट है, तो उसके स्टेटमेंट्स चेक करना शुरू कर दें. कभी-कभार पैसे जमा करने या निकालने के लिए आप ख़ुद बैंक जाएं.
- अगर बैंक में आपका अकाउंट नहीं है, तो सबसे पहले बैंक अकाउंट खोलें. एटीएम कम डेबिट कार्ड का इस्तेमाल करना, पासबुक चेक करके ब्याज़ देखना शुरू करें. आपको पता होना चाहिए कि आपके अकाउंट में कितने पैसे जमा हैं और कितने पैसे ख़र्च हो रहे हैं.
- घर में बैंक पासबुक, इंश्योरेंस पेपर्स और इंश्योरेंस के मासिक प्रीमियम्स को संभालकर एक फोल्डर में रखें. सहूलियत के लिए घर के सभी सदस्यों के बैंक और इंश्योरेंस पेपर्स एक ही फोल्डर में रखें, ताकि सभी का ट्रैक रख सकें.
- घर के बजट के लिए एक डायरी बनाएं और हर महीने का बजट उसमें लिखते जाएं. मंथली बजट बनाना अपने आप में एक फाइनेंशियल एक्टीविटी है, जिससे आपको घर में आनेवाली आय व ख़र्चों का पूरा लेखा-जोखा मिलता रहता है.
- अपने बजट में इमर्जेंसी ख़र्चों के लिए हमेशा कुछ पैसे बचाकर रखें. अगर ये पैसे ख़र्च नहीं होते, तो आप इन्हें अगले महीने के फंड में जमा करके धीरे-धीरे एक अच्छी राशि जमा कर सकती हैं.
- लेट फीस देने से बचने के लिए सभी बिल्स समय रहते भर दें. अगर आप मोबाइल का इस्तेमाल बहुत ज़्यादा करती हैं, तो ऐसा बिलिंग प्लान लें, जिसमें आपको काफ़ी सहूलियत मिलती हो.
- पोस्ट ऑफिस के छोटे-मोटे कामों को ख़ुद करना शुरू करें. आजकल डाकघर में महिलाओं के लिए बहुत-सी योजनाएं चल रही हैं, आप चाहें, तो किसी योजना से जुड़कर बचत और इन्वेस्ट भी कर सकती हैं.
- आपकी फाइनेंशियल एक्टिविटी को बढ़ाने में आपका एटीएम कम डेबिट कार्ड बहुत काम आता हैं. इससे आप पैसे निकालना, शॉपिंग करना, बिल भरना, ऑनलाइन ट्रांज़ैक्शन जैसे कई काम आसानी से कर सकती हैं.
- नेट बैंकिंग के ज़रिए आप घर बैठे भी अपने अकाउंट की पूरी जानकारी रख सकती हैं और स्टेटमेंट आदि में कोई गड़बड़ी नज़र आने पर आप तुरंत एक्शन भी ले सकती हैं.
- नेट बैंकिंग के साथ-साथ सभी महिलाओं को मोबाइल बैंकिंग भी ज़रूर करवानी चाहिए. इससे आपके अकाउंट से होनेवाले छोटे-बड़े सभी ट्रांज़ैक्शन्स के बारे में आपको जानकारी रहती है.
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