परेशानियों की लिस्ट बनाएं
ऐसा अधिकतर पार्टनर्स के साथ होता है, जब उनका वैवाहिक जीवन कठिन दौर से गुज़रता है. रिश्तों की नाज़ुक डोर में कुछ दरारें नज़र आने लगती हैं. अगर आपको भी ऐसा लग रहा है, तो सबसे ज़रूरी है एक लिस्ट बनाना. उन वजहों की, जिसके कारण आप इस रिश्ते को ख़त्म करना चाहते हैं. हो सकता है कि लिस्ट बनने के बाद आपको लगे कि ये मसले तो सुलझाए जा सकते हैं. - क्या आपका पार्टनर आपके साथ मारपीट या बुरा व्यवहार करता है? - क्या पार्टनर बच्चे नहीं चाहता या कोई ज़िम्मेदारी उठाने के लिए तैयार नहीं? - क्या पार्टनर अपनी मर्ज़ी आप पर थोपता है, जिससे आपको रिश्ते में घुटन होने लगी है? ये कुछ ऐसे मामले हैं, जहां हमें लगता है कि बस, सब कुछ ख़त्म हो गया. यह रिश्ता अब और नहीं निभ सकता, पर हो सकता है, इस समय आप ग़ुस्से में, चिड़चिड़े या बहुत दुखी हों. ख़ुद को सोचने के लिए थोड़ा समय दें. लव चांस साथ बैठकर एक-दूसरे से बात करें. अगर पार्टनर आपकी बात नहीं समझ रहा, तो किसी दोस्त या बड़े-बुज़ुर्ग की मदद लें. - आप दोनों किसी काउंसलर से भी मिल सकते हैं.क्या एक-दूसरे की परवाह है?
अक्सर ऐसा होता है कि झगड़े के बाद पत्नी अपने मायके चली जाती है, ताकि पति को उसकी अहमियत समझ में आए. कुछ मामलों में यह काम भी करता है. पार्टनर की खलती कमी, आपको अपनी ग़लती का एहसास दिलाती है. अगर हफ़्ते या महीनेभर एक-दूसरे से दूर रहने के बावजूद आपको एक-दूसरे की परवाह है, पार्टनर की तबीयत का ख़्याल आता है, तो आपको अपने रिश्ते को एक चांस देना चाहिए. लव चांस - अगर पार्टनर यह जताने की कोशिश कर रहा है कि उसे आपकी परवाह है और वो आपको वापस देखना चाहता है, तो आपको भी अपनी परवाह दिखानी होगी. - अगर दूर रहकर भी आप दुखी हैं, तो किसी काउंसलर से मिलें. वो आपकी मदद करेंगे.क्या फिज़िकल केमेस्ट्री बाकी है?
सेक्स लाइफ में असंतुष्टि रिश्ते में दरार का काम करती है. चिड़चिड़े पार्टनर्स एक-दूसरे से अलग होना ही एकमात्र समाधान मानते हैं, तो उन्हें रिलेशनशिप एक्सपर्ट्स की यह बात समझने की ज़रूरत है. एक्सपर्ट कहते हैं कि कोई भी ़फैसला लेने से पहले ख़ुद से सवाल करें कि क्या अभी भी आपकी फिज़िकल केमेस्ट्री बाकी है यानी क्या एक-दूसरे को देखकर आपको गले लगाने, किस करने या उनकी गोद में सिर रखकर कुछ पल बिताने का मन करता है? अगर इसका जवाब हां है, तो अभी भी आपकी केमेस्ट्री ज़िंदा है. लव चांस - वैवाहिक जीवन में फिज़िकल केमेस्ट्री बहुत मायने रखती है. अपने पार्टनर से भी यही सवाल पूछें कि क्या उनके मन में भी ऐसे ही ख़्याल आते हैं. हो सकता है, ईगो के कारण वो अपनी भावनाओं को छुपा रहा हो, पर आपके पूछने पर वो मना नहीं कर पाएगा. - भागदौड़भरी ज़िंदगी में दोनों के लिए हैप्पी आवर्स निकालें. ऑफिस से हाफ डे या छुट्टी लेकर एक-दूसरे के साथ समय बिताएं. ग़लतियों की ज़िम्मेदारी लें हो सकता है कि पिछले कुछ समय में ऐसे हालात बने हों कि आप दोनों ही एक-दूसरे के आमने-सामने खड़े नज़र आएं, पर अभी भी आप दोनों एक-दूसरे से दिल से दूर नहीं हुए हैं. आप दोनों को ही अपनी ग़लतियों का एहसास है और आप उसकी ज़िम्मेदारी लेने के लिए तैयार हैं. लव चांस - अगर पार्टनर आपसे कहता है कि वो ख़ुद के एटीट्यूड को बदलेगा और कोशिश करेगा कि रिश्ता ख़ुशहाल बना रहे, तो आप भी पूरी कोशिश करें. - रिश्ते को बचाने में पार्टनर अकेले नहीं हैं, बल्कि उन्हें यह एहसास दिलाएं कि अपने रिश्ते को सुधारने में आप दोनों एक साथ हैं. ऐसी भावनाएं रिश्ते को मज़बूती प्रदान करती हैं. यह भी पढ़ें: ज़िद्दी पार्टनर को कैसे हैंडल करेंः जानें ईज़ी टिप्सरिश्ते में भी सब्र ज़रूरी है
रिटायर्ड प्रोफेसर और प्रैक्टिसिंग एडवोकेट श्रीमती शशिकला जगताप कहती हैं कि मेरी 40 साल की शादी में ऐसे कई पल आए, जब मुझे लगा कि अपना बैग पैक करके यहां से चली जाऊं, पर मैंने ऐसा नहीं किया, क्योंकि मुझे पता है, रिश्तों को बनाए रखने के लिए कई त्याग करने पड़ते हैं और उनकी क़ीमत भी चुकानी पड़ती है. किसी भी रिश्ते को तोड़ना जितना आसान है, उसे बनाए रखना उतना ही कठिन. लेकिन अगर आप दोनों को एक-दूसरे की अहमियत पता है, तो देर-सवेर हालात बदल ही जाते हैं. बस, सब्र करना बहुत ज़रूरी है.भी रिश्ते को तोड़ना जितना आसान है, उसे बनाए रखना उतना ही कठिन. लेकिन अगर आप दोनों को एक-दूसरे की अहमियत पता है, तो देर-सवेर हालात बदल ही जाते हैं. बस, सब्र करना बहुत ज़रूरी है. लव चांस - अगर आपको भी लगता है, मेरा रिश्ता अब नहीं चल सकता, तो थोड़ा सब्र करें. हम नहीं कहते कि आप अत्याचार सहें, लेकिन जल्दबाज़ी में कोई फैसला न लें. - फाइनेंशियल सिक्योरिटी के साथ-साथ हर किसी को इमोशनल सिक्योरिटी की भी ज़रूरत होती है. आपके पार्टनर से आपको यह सिक्योरिटी मिलती है, इसलिए रिश्ते के बारे में सोचते समय फाइनेंशियल के साथ-साथ इमोशनल एंगल पर भी ज़रूर सोचें.दूसरों को दख़लअंदाज़ी न करने दें
कभी-कभी रिश्ते को तोड़ने का फैसला कपल की बजाय दूसरे करते हैं. दूसरे तय करते हैं कि आपका रिश्ता अब और नहीं टिक पाएगा, इसलिए आप दोनों को अलग हो जाना चाहिए. दूसरे क्या कहते हैं, से ज़्यादा ज़रूरी है कि आप दोनों क्या चाहते हैं. ज़रूरत से ज़्यादा दूसरों की दख़लअंदाज़ी बर्दाश्त न करें. अपने रिश्ते की डोर दूसरों के हाथ में न दें. लव चांस कभी अपने ईगो की वजह से, तो कभी किसी ग़लतफ़हमी के कारण परिवार के बड़े-बुज़ुर्ग रिश्ते को ख़त्म करने की बात छेड़ सकते हैं, पर अगर आप दोनों अपने रिश्ते को बनाए रखना चाहते हैं, तो उन्हें मिलकर मनाने की ज़िम्मेदारी आपकी है. हो सकता है कि आपकी रोज़ की अनबन को देखकर उन्होंने ऐसा सुझाव दिया हो, पर आपको क्या करना है, ये निर्णय आप दोनों मिलकर लें. - अपने-अपने स्तर पर दोनों को ही प्रयास करना होगा, तभी आपका रिश्ता आप संभाल पाएंगे.- सुनीता सिंह
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