19 आसान टिप्स बच्चों के हाइट बढ़ाने के (19 Easy Tips To Help Your Child Grow Taller)
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माता-पिता अक्सर अपने बच्चे की हाइट को लेकर परेशान रहते हैं. बच्चे की हाइट बढ़ाने के लिए न जाने क्या-क्या करते हैं. लेकिन एक बात समझनी ज़रूरी है कि हर बच्चे की विकास दर अलग होती है. अगर आप भी चाहते हैं कि आपके बच्चे की हाइट और वज़न परफेक्ट हो, तो अपनी लाइफस्टाइल व हैबिट्स में बदलाव करें.हाइट बढ़ने की उम्र
* जब बच्चा एक साल का होता है, तो उसकी लंबाई बढ़ने की गति धीमी होती है, लेकिन जब वो किशोरावस्था तक पहुंचता है, तब विकास दर बढ़ जाती है, जिसमें लड़कियों की हाइट 8 और 13 वर्ष की उम्र के बीच तेज़ी से बढ़ती है, जबकि लड़के 10 से 15 की उम्र के बीच तेज़ी से बढ़ते हैं.
बच्चे की हाइट इन बातों पर निर्भर करती है
* बढ़ते बच्चे कई शारीरिक, मानसिक और हॉर्मोनल बदलाव से गुज़रते हैं. बच्चों की लंबाई 18 से 20 साल तक बढ़ती है.
* लंबाई बढ़ने के लिए ह्यूमन ग्रोथ हॉर्मोन यानी एचजीएच ज़िम्मेदार होता है. ये हार्मोन पिट्यूटेरी ग्लैंड से निकलता है.
* नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ हेल्थ की मानें, तो 1 से 3 साल के बच्चे को रोज़ाना 700 एमजी, 4 से 8 साल के बच्चे को 1000 एमजी, 9 से 18 साल के बच्चे के लिए 1300 एमजी कैल्शियम ज़रूरी होता है.
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* बढ़ते बच्चे के लिए कम से कम 10 से 12 घंटे की नींद ज़रूरी होती है, इसलिए बच्चे को रात में जल्दी सुलाने की कोशिश करें. आराम न मिलने की वजह से बच्चे की हाइट पर असर पड़ता है.
* बच्चे के आहार में ज़्यादा से ज़्यादा प्रोटीन शामिल करें. प्रोटीन के लिए फिश, लीन मीट आदि खिलाएं.
* प्रोटीन के साथ इस बात का ध्यान भी रखें कि उसके आहार में आयरन, विटामिन्स और कैल्शियम की मात्रा भी भरपूर हो. हरी सब्ज़ियों और डेयरी प्रोडक्ट्स में कैल्शियम अधिक होता है.
* बच्चों को टेलीविज़न, लैपटॉप, कंप्यूटर, टैबलेट जैसी चीज़ों से दूर रखें. बच्चे घंटों इन पर एक जगह बैठकर अपना समय बर्बाद करते हैं.
* उन्हें आउटडोर ऐक्टिविटी करवाएं. खेलने के लिए बाहर भेजें. एक्सरसाइज़ ऐक्टिविटीज़, जैसे- साइकल चलाना, फुटबॉल, बास्केटबॉल, रस्सी कूदना, बैडमिंटन खेलना आदि बच्चों की हाइट बढ़ाने में मदद करेगा, साथ ही इन ऐक्टिविटीज़ से मोटापा भी घटेगा.
* स्ट्रेचिंग और हैंगिंग एक्सरसाइज़ कराएं.
* योग भी बच्चों के लिए बेस्ट है. सूर्य नमस्कार, चक्रासन जैसे आसन हाइट बढ़ाने में कारगर हैं.
* बच्चे के वज़न और हाइट पर नज़र रखें. डॉक्टर से भी रूटीन चेकअप कराते रहें. अगर बच्चे के विकास में कोई भी बाधा आ रही होगी, तो रूटीन चेकअप की वजह से शुरुआती दौर में ही इसका पता चल जाएगा.
* बैलेंस डायट दें. ऐसी डायट जिसमें प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट और फैट्स सब शामिल हों. बर्गर, पिज़्ज़ा, कोल्ड ड्रिंक जैसे जंक फूड से बच्चे को दूर रखें. कार्बोहाइड्रेट के लिए गेहूं की रोटी, ब्राउन ब्रेड आदि दे सकते हैं.
* विटामिन डी युक्त आहार भी डायट में शामिल करें. इसके अलावा बच्चे को विटामिन डी के लिए सूर्य की रोशनी में भी जाने के लिए कहें. विटामिन डी शरीर और मसल्स के विकास के लिए बेहद ज़रूरी है.
* ज़िंक शरीर के विकास में सहायता करता है. ज़िंक रिच फूड, जैसे- गेहूं, मूंगफली, केवड़ा और कद्दू को अपने डेली डायट में शामिल करें.
* बच्चों के लिए दिन के तीनों व़क्त का आहार ज़रूरी हैं. मेटाबॉलिज़्म को मज़बूत बनाए रखने के लिए तीनों व़क्त के आहार के साथ बीच-बीच में 4 से 5 छोटे-छोटे हेल्दी स्नैक्स भी दें.
* विकास के लिए सबसे ज़रूरी है इम्यून सिस्टम का मज़बूत होना. अगर इम्यून सिस्टम कमज़ोर होगा, तो बच्चा अक्सर बीमार रहेगा. बीमारी शरीर के विकास में बाधा बनती है. इम्यून सिस्टम स्ट्रॉन्ग बनाने के लिए विटामिन सी की मात्रा आहार में बढ़ाएं.
* कैफीन युक्त पेय, जैसे- चाय, कॉफी की आदत न डालें.
* 8 से 10 ग्लास पानी पीने की आदत डालें.
* बैठते और खड़े रहते व़क्त बच्चों के बॉडी पॉश्चर पर ध्यान दें. स्कूल बैग्स की वजह से कई बार बच्चे झुककर चलने लगते हैं. स्पाइन सीधी रहनी चाहिए और कंधे आगे की ओर झुके नहीं होने चाहिए. इससे ग्रोथ पर असर पड़ता है.
* अगर बच्चे की हाइट कम भी है, तो उसका कॉन्फिडेंस बढ़ाने की कोशिश करें. उसके खानपान का ध्यान रखने के साथ उसे स्कूल की स्पोर्ट्स या दूसरी ऐक्टिविटी में भाग लेने के लिए कहें. उसे ऐसे फेमस लोगों के उदाहरण दें, जिनकी हाइट कम है, फिर भी वो कामयाब हैं.
* हाइट बढ़ाने वाले विज्ञापनों की ओर ध्यान न दें. विज्ञापन देखकर बच्चे को कोई दवा या कैप्सूल्स न दें. ये ख़तरनाक हो सकते हैं.
* पौष्टिक आहार, एक्सरसाइज़ और सारी बातों का ध्यान रखने के बाद भी अगर हाइट नहीं बढ़ रही है, तो डॉक्टर से संपर्क ज़रूर करें.-