आज भले ही ज्यादातर एक्टर्स प्रोफेशनल हैं और सेट पर किसी तरह की लापरवाही और नखरे उन्हें पसन्द नहीं. लेकिन कुछ समय पहले हालात ऐसे नहीं थे. स्टार बनते ही एक्टर्स टेंटरम दिखाने लगते थे. सेट पर देरी से पहुंचना, प्रोड्यूसर्स के सामने शर्तें रखना, को स्टार्स को घंटों इंतजार करवाना ये सब नॉर्मल था. गोविंदा (Govinda) भी इन्हीं स्टार्स में से एक थे, जो अपनी लेटलतीफी के लिए बदनाम थे और उनकी इसी लेटलतीफी के लिए उन्हें एक बार प्रोड्यूसर ने सजा तक दे दी थी और उन्हें घंटों तेज़ बारिश में खड़ा (Govinda was made to stand in the rain as punishment) रहना पड़ा था.

फिल्म 'कुली नंबर 1' (Coolie No 2) की सक्सेस ने गोविंदा को स्टार बना दिया था. इसके बाद गोविंदा अक्सर अपनी फिल्मों के सेट पर देर से पहुंचते थे और सबको इंतजार करवाते थे. उनके कोस्टार्स और एक्ट्रेसेस कई बार इस बात का जिक्र अपने इंटरव्यूज में कर चुके हैं. उनके कई साथी कलाकारों का तो कहना है कि गोविंदा का समय पर न आना ही बाद में उनके करियर में असफलता की एक बड़ी वजह बना. हाल ही में गोविंदा के भतीजे विनय आनंद (Govinda's nephew Vinay Anand) ने भी एक इंटरव्यू में इस बारे में बात की.

विनय आनंद ने हाल ही में एक इंटरव्यू में गोविंदा के स्ट्रगल के दिनों की एक घटना को याद (Govinda's nephew recalls his struggling day) किया और बताया कि किस तरह उन्हें लेट आने की सजा मिली थी. उन्होंने कहा, "फिल्म इंडस्ट्री की ये दिक्कत है कि जब तक फिल्में चल रही होती हैं, कोई कुछ नहीं कहता. लेकिन अगर दो-चार फिल्में फ्लॉप हो जाएं, तो लोग बेकार की बातें शुरू कर देते हैं." विनय ने कहा कि अक्षय कुमार को छोड़कर कोई भी टाइम पर सेट पर नहीं आता. "अक्षय कुमार के अलावा बाकी सारे स्टार्स अपने टाइम से लेट आते हैं. वे डायरेक्टर से बात करते हैं और आराम से पहुंचते हैं. गोविंदा के भी देर होने की कोई वजह रही होगी."

गोविंदा के स्ट्रगल के दिनों को याद करते हुए विनय ने एक किस्सा सुनाया और बताया, "जब गोविंदा ने करियर की शुरूआत की थी, तब एक प्रोड्यूसर ने, जिसका नाम मैं नहीं लूंगा, ने लेट होने पर गोविंदा के लेट पहुंचने पर इतने गुस्सा हो गए कि उन्हें बारिश में खड़ा कर दिया. दरअसल तब गोविंदा विरार से आते थे, इस वजह से उन्हें देर हो गई थी. उस फिल्म में एक और हीरो था, जो बड़े परिवार से था. इस पर प्रोड्यूसर गुस्सा हो गया. मुझे लगता है कि इससे गोविंदा को बहुत दुख हुआ था."

बता दें कि 90 के दशक में गोविंदा की बॉलीवुड में धाक थी. उनकी एक्टिंग, डांस से लेकर डायलॉग डिलीवरी तक पर उनके फैंस फिदा थे. उन्हें नंबर वन हीरो का टैग भी दिया जाता था. लेकिन धीरे धीरे सब कुछ बदलता चला गया. हालांकि उनकी आज भी ह्यूज फैन फॉलोइंग है, लेकिन फिर भी सेकंड पारी की शुरुआत करने में उन्हें मुश्किलें आ रही हैं.