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कहानी- भेदभाव… (Short Story- Bhedbhav…)

उसके सपने टूट गए तो क्या… वह बेटी के सपने ज़रूर पूरे करेगी. कुशाग्र बुद्धि की है बेटी ज़रुर सफल होगी.
"सुनो जी, गुड़िया फैशन डिजाइनिंग का कोर्स करना चाहती है." हिम्मत करके पति के सामने एक दिन बोल ही दिया.
"पर वह तो बहुत महंगा होता है. इतने पैसे नहीं है मेरे पास." पति ने छूटते ही इनकार कर दिया.

बहुत दिनों से बेटी के बार-बार अनुरोध करने पर गीता का मन भी डोल रहा था. बेटी फैशन डिजाइनिंग का कोर्स करना चाहती थी. गीता को याद आया वह भी तो फूड एंड न्यूट्रिशन की पढ़ाई करना चाहती थी, लेकिन पिता को बस उसकी शादी की चिंता थी. बाकी सब बातें उनके लिए गौण थी. बी.ए. सेकंड ईयर में ही शादी कर दी उसकी. लेकिन बीस बरस में ज़माना बदल गया है.
उसके सपने टूट गए तो क्या… वह बेटी के सपने ज़रूर पूरे करेगी. कुशाग्र बुद्धि की है बेटी ज़रुर सफल होगी.
"सुनो जी, गुड़िया फैशन डिजाइनिंग का कोर्स करना चाहती है." हिम्मत करके पति के सामने एक दिन बोल ही दिया.
"पर वह तो बहुत महंगा होता है. इतने पैसे नहीं है मेरे पास." पति ने छूटते ही इनकार कर दिया.
"उसके विवाह के नाम पर पच्चीस लाख जमा तो कर रखा है."

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"पर वह तो उसके ब्याह के वास्ते हैं. उस पैसे को हाथ भी न लगाना खून-पसीना एक करके जमा करा है."
"उसी में से थोड़ा पढ़ाई में लगा दो. विवाह में ख़र्चा थोड़ा कम करना. आख़िर हमारे लिए तो उसकी ख़ुशी पहले है." गीता ने मिन्नत की.
"ब्याह में कम ख़र्चा करके बिरादरी में नाक कटवानी है क्या? और फ़ालतू के कोर्स करके क्या करेगी. उससे बोल बी.ए. कर चुपचाप से और अच्छे घर में शादी करके जीवन सफल कर. लड़कियां उम्र रहते अपने घर चली जाएं वही ठीक रहता है."
"तो लड़के के इंजीनियरिंग के लिए रखे रुपयों में से दे दो. वह तो पढ़ने में इतना अच्छा भी नहीं है. क्या फ़ायदा उसे इंजीनियर बनाने में लाखों रुपया लगाने से."
"पागल हुई है क्या? बेटा तो बुढ़ापे का सहारा है. वही आगे कमाकर खिलाएगा. ख़बरदार फिर से मुंह से ऐसी बात निकाली तो… उसकी पढ़ाई तो पहले ज़रूरी है." पति गुर्राया.

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"सच बात है सिर्फ़ लड़कों को पढ़ाना ज़रूरी है. और लड़कियों का भविष्य तो बस शादी करके बच्चे पैदा करना ही हैं. मैं अपनी बेटी के साथ ग़लत नहीं होने दूंगी. उसे पढ़ाई का पूरा मौक़ा दूंगी. मेरे बाप ने मुझे नहीं पढ़ाया तो क्या हुआ? लेकिन मुझे गहने दे कर मेरी बेटी की पढ़ाई का इंतज़ाम तो कर गए."  कहते हुए गीता लॉकर से गहने निकालने चल दी.
- राजेंद्र

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Photo Courtesy: Freepik

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