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सेक्स लाइफ में न आने दें दूरी (Don’t let these 5 problems affect your sex life)

दांपत्य जीवन में ऐसी परिस्थितियों का सामना भी करना पड़ता है, जब इच्छा होते हुए भी कभी हालात, तो कभी समय की कमी के कारण कपल्स अंतरंग पलों को एंजॉय नहीं कर पाते. नतीजतन उनके बीच दूरियां बढ़ने लगती हैं. इसलिए सिच्युएशन का बहाना बनाकर सेक्स के लिए ना न कहें, बल्कि सिच्युएशन के बहाने सेक्स को और भी दिलचस्प बनाएं. कैसे? आइए, जानते हैं.

पाटर्नर का दूसरे शहर में काम करना, बच्चों की मौजूदगी, तो कभी पति की नाइट शिफ्ट की वजह से कपल्स की सेक्स लाइफ डिस्टर्ब हो जाती है. आइए, जानते हैं ऐसी अलग-अलग सिच्युएशन में भी आप अपने रिश्ते में प्यार की गरमाहट कैसे बरक़रार रख सकते हैं?

जब दूसरे शहर में हो पति

पति के दूसरे शहर या विदेश में नौकरी करने से पति-पत्नी के बीच शारीरिक दूरियां बढ़ जाती हैं. जिससे धीरे-धीरे उनके दिलों की दूरियां भी बढ़ने लगती हैं. इसलिए ज़रूरी है कि जब कभी कुछ दिनों की छुट्टी लेकर पति आपके पास आएं, तो उन चंद लम्हों को आप बेहद ख़ास, ख़ुशनुमा और यादगार बना दें ताकि फिर एक बार बिछड़ने पर बिती रात की यादें दोनों के दिलों में ताज़ा रहें. इससे पति-पत्नी के बीच प्यार भी बना रहेगा और सेक्स लाइफ की गरमाहट भी बरक़रार रहेगी.

क्या करें?

पति घर आ रहे हैं, इस ख़ुशी में यक़ीनन आप उनकी पसंद का खाना बनाती होंगी. ठीक उसी तरह उनकी पसंद के अनुसार बाकी चीज़ें, जैसे- बेडरूम को सजाएं, ख़ुद भी सजें-संवरें. अगर बहुत ज़्यादा कुछ करने के लिए समय नहीं हो, तो हार्ट शेप रेड बलून्स, रेड पिलो कवर, मनमोहक रूम फ्रेशनर की ख़ूशबू से बेडरूम को रोमांटिक फील दें. इसी तरह कलरफुल लॉन्जरी या नाइटी पहनकर भी आप पति का मन मोह सकती हैं.

जब पति की हो नाइट शिफ्ट जॉब

सेक्स के लिए रात का समय सबसे बेहतरीन माना जाता है. रात में न डिस्टर्बेंस की गुंजाइश और ना ही समय की कमी, मगर पति की नौकरी ही अगर नाइट शिफ्ट की हो, तो ऐसे में सेक्स के लिए रात में समय निकालना नामुमिक़न हो जाता है, लेकिन इसका ये मतलब भी नहीं कि आप दोनों एक सिरे से सेक्स को नकार दें या फिर सेक्स से परहेज़ करने लगें. रात न सही, मगर चौबीस घंटे में से कुछ समय आप सेक्स के लिए ज़रूर निकाल सकते हैं. इससे लव लाइफ के साथ ही आपकी सेक्स लाइफ भी सुखद बनी रहेगी.

क्या करें?

मॉर्निंग सेक्स को एंजॉय करें. एक्सपर्ट्स की मानें तो सेहत की दृष्टि से मॉर्निंग सेक्स काफ़ी फ़ायदेमंद होता है. इससे पति-पत्नी दोनों की सेहत बनी रहती है और दिनभर ताज़गी का एहसास रहता है.

जब घर में हों छोटे बच्चे

बच्चे पति-पत्नी को एक-दूसरे के और भी क़रीब ले लाते हैं, लेकिन ये भी सच है कि बच्चों की मौजूदगी से कपल्स के बीच सेक्सुअल दूरी बढ़ने लगती है. जिससे धीरे-धीरे सेक्स में दोनों की दिलचस्पी घटने लगती है और अंततः उनके बीच फ़ासले बढ़ जाते हैं. ऐसे में ख़ुशहाल शादीशुदा ज़िंदगी के लिए पैरेंट्स का फर्ज़ निभाने के साथ ही एक अच्छे पार्टनर होने का कर्तव्य भी निभाएं.

क्या करें?

अगर आप ज्वाइंट फैमिली में रहते हैं, तो बच्चों को कभी-कभार दादा-दादी के पास छोड़ दें. दिमाग़ से ये बात निकाल दें कि सेक्स के लिए रात का समय ही परफेक्ट होता है, बच्चों की ग़ैर मौजूदगी में भी आप अंतरंग पलों का आनंद ले सकते हैं. बच्चो को कुछ देर के लिए बाहर खेलने भेज दें या कभी उन्हें उनके दोस्त के घर भेज दें.

जब आप हों प्रेग्नेंट

प्रेग्नेंसी और सेक्स को लेकर अधिकतर कपल्स के मन में कई सवाल होते हैं, जैसेः प्रेग्नेंसी के दौरान सेक्स करना सही है या नहीं, कब सेक्स किया जाना चाहिए, कब परहेज़ करना चाहिए, कैसे मूव्स आज़माने चाहिए, किनसे बचना चाहिए? आदि. ख़ैर, कुछ कपल्स तो डॉक्टर से पूछताछ करके अपनी समस्या का समाधान निकाल लेते हैं, परंतु कुछ संकोचवश डॉक्टर से इस विषय पर खुलकर चर्चा नहीं कर पाते और नुक़सान से बचने के लिए सेक्स से ही परहेज़ करने लगते हैं.

क्या करें?

इस विषय में डॉक्टर से बात करें और उनकी सलाह मानें. आमतौर पर नॉर्मल केसेस में डॉक्टर सेक्स से परहेज़ करने की हिदायत नहीं देते, मगर क्रिटिकल केस में वो सेक्स से दूरी बनाए रखने की सलाह देते हैं. हां, इस बात का ख़्याल रहे कि प्रेग्नेंसी के दौरान सेक्स में एक्सपेरिमेंट न करें. साथ ही वाइल्ड सेक्स से भी बचें. ये नुक़सानदायक हो सकता है.

जब दोनों में से एक हो बीमारी का शिकार

कुछ बीमारी भी कपल्स की सेक्स लाइफ को प्रभावित करती है. दोनों पार्टनर में से कोई एक यदि किसी बीमारी की दवा खा रहा है, तो दवाइयों के असर से उसका मन सेक्स क्रिया से उचट-सा जाता है और वो सेक्स से दूरी बनाने लगता है. जिससे धीरेे-धीरे कपल्स की सेक्स लाइफ पूरी तरह ख़त्म हो सकती है, ये दोनों के रिश्ते के लिए अच्छा संकेत नहीं है.

क्या करें?

अगर दवाइयों का असर आपकी सेक्स लाइफ पर हो रहा है, तो तुरंत अपने डॉक्टर से मिलें. वो आपकी समस्या हल करने में मदद करेंगे. वैसे कुछ कपल्स बीमारी फैलने के डर से भी सेक्स से परहेज़ करते हैं. जबकि ये ज़रूरी नहीं कि सारी बीमारी एसटीडी (सेक्सुएल ट्रांसमिटेड डिसीज़) ही हों. ऐसे में डॉक्टर से संपर्क करके सच्चाई जानने की कोशिश करें.

जब हो आपकी पहली रात

शादी के बाद पहली रात का खौफ़ न स़िर्फ दुल्हन, बल्कि दूल्हे के मन में भी रहता है. क्या होगा? कैसे होगा? मैं अपना शत-प्रतिशत दे पाऊंगा/पाऊंगी या नहीं? जैसे कई सवाल मन में घर कर जाते हैं. जिसकी वजह से कुछ कपल्स की पहली रात कश्मकश में गुज़र जाती है, तो कुछ की उलझे सवालों को सुलझाने में. नतीजतन ऐसे कपल्स फर्स्ट नाइट सेक्स के असल सुख से वंचित रह जाते हैं. साथ ही अगर पहली रात का अनुभव उनके लिए बुरा हो, तो आगे चलकर सेक्स के प्रति उनकी रुचि भी कम होती जाती है.

क्या करें?

सेक्स को लेकर आपके मन में जो भी डर है उसे बाहर निकालें. अपने किसी शादीशुदा दोस्त या भाई/बहन से बात करें. यदि आप असहज महसूस करें, तो इस विषय में पार्टनर से खुलकर बात करें. दबे मन से सेक्स के लिए हां न कहें. इससे न ही आप ख़ुद प्यार के उन ख़ास पलों का आनंद ले पाएंगे और ना ही पार्टनर को संतुष्ट कर पाएंगे.

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