मकर संक्रांति 2025 इस वर्ष 14 जनवरी, मंगलवार को मनाई जाएगी. वैदिक पंचांग के अनुसार, 14 जनवरी को सुबह 09 बजकर 03 मिनट पर सूर्य देव मकर राशि में प्रवेश करेंगे.
मकर संक्रांति का दिन विशेष रूप से धार्मिक और ज्योतिषीय दृष्टि से महत्वपूर्ण है, क्योंकि सूर्य का मकर राशि में गोचर जीवन में सकारात्मक बदलाव और समृद्धि लाता है. इस दिन विशेष पुण्यकाल होता है, जो शुभ कार्यों के लिए सर्वोत्तम समय माना जाता है.
पुण्यकाल और महापुण्यकाल
14 जनवरी को सुबह 09:03 से शाम 05:46 बजे तक पुण्यकाल रहेगा, जिसमें पूजा, स्नान और दान जैसे धार्मिक कार्य किए जा सकते हैं.
विशेष महापुण्यकाल सुबह 09:03 से 10:48 तक रहेगा, जो विशेष रूप से शुभ है. इस समय में किए गए कार्यों का फल बहुत अधिक लाभकारी होता है.
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रंगों का महत्व
मकर संक्रांति पर विशेष रूप से पीले रंग के कपड़े पहनने की परंपरा है, क्योंकि यह सूर्य के स्वामी का प्रतीक होता है. हालांकि इस वर्ष देवी के रूप में कुमारी अवतार में पीला रंग न पहनने की सलाह दी गई है. महिलाएं इस दिन काले रंग की साड़ी न पहनें.
हरा, लाल, गुलाबी और केसरी रंग की साड़ी पहन सकती हैं, जो शुभ मानी जाती हैं.
वास्तु उपाय
मकर संक्रांति पर कुछ वास्तु उपायों से आप अपने घर में समृद्धि और सकारात्मक ऊर्जा का संचार कर सकते हैं.
सूरजमुखी का पौधा लगाएं
सूर्य पूजा के बाद सूरजमुखी का पौधा घर में लगाना शुभ होता है, क्योंकि यह सकारात्मक ऊर्जा का प्रतीक है.
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तांबे के बर्तन का उपयोग करें
दक्षिण-पूर्व दिशा में तांबे के बर्तन रखने से आर्थिक स्थिति मज़बूत होती है, क्योंकि तांबा सूर्य से जुड़ा हुआ धातु है.
- ज्योतिषी ऋचा पाठक
वेबसाइट: www.jyotishdham.com
Photo Courtesy: Freepik
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