Close

बेटी आयरा संग रिश्ता सुधारने के लिए जॉइंट थेरेपी ले रहे हैं आमिर खान, खुद किया खुलासा, बोले- सालों से कुछ मुद्दों को लेकर हमारे बीच दूरियां थीं (Aamir Khan is taking joint therapy to improve his relationship with daughter Ira, Actor’s shocking revelation: To work on issues which have been there for years)

बॉलीवुड के मि. परफेक्शनिस्ट आमिर खान (Aamir Khan) कई बार कह चुके हैं कि करियर के चक्कर में वो इतने बिजी रहे कि उन्होंने अपनी फैमिली खासकर बच्चों को टाइम ही नहीं दिया. यही वजह है कि उन्होंने फिलहाल एक्टिंग से ब्रेक लिया हुआ है और अपने रिश्तों को, अपनी फैमिली और बच्चों के साथ टाइम स्पेंड कर रहे हैं. इस बीच उन्होंने अपनी बेटी आयरा खान (Ira Khan) की धूमधाम से शादी भी की. और अब उन्होंने बेटी के साथ अपने रिश्तों पर कुछ शॉकिंग खुलासे किए हैं और बताया है कि सब कुछ ठीक करने के लिए वो बेटी के साथ ज्वाइंट थेरेपी (Aamir Khan is taking therapy) ले रहे हैं. 

वैसे तो बेहतरीन एक्टर होने के साथ ही आमिर खान तीन बच्चों आयरा, जुनैद और आजाद के बेस्ट पिता हैं और तीनों बच्चों के साथ शानदार बॉन्ड शेयर करते हैं. अब हाल ही में एक इंटरव्यू में आमिर खान ने बताया है कि बेटी आयरा के साथ उनके रिश्ते कैसे थे और अब इस रिश्ते को बेहतर बनाने के लिए वो किस तरह थेरेपी (Aamir khan taking mental therapy) का सहारा ले रहे हैं.

आमिर ने नेटफ्लिक्स इंडिया को दिए गए इंटरव्यू के दौरान बोल रहे थे. इस पॉडकास्ट में उन्होंने मेंटल हेल्थ (Aamir Khan on mental health) पर खुलकर बात की. उन्होंने कहा, "आयरा और मेरे बीच कई मुद्दों को लेकर लंबे समय से दूरियां आ गई थीं. अब हम जॉइंटली अपने रिश्ते को बेहतर बनाने के लिए थेरेपिस्ट के पास जाते हैं और उन मुद्दों पर बातें करते हैं, जिनको लेकर सालों से हमारे बीच डिफरेंसेस थे."

आमिर खान ने आगे कहा, "थेरेपी बहुत हेल्पफुल होती है. मेरे लिए भी ये थेरेपी बहुत मददगार साबित हुई. इस थेरेपी के लिए आयरा ने ही मुझे पुश किया. मैं तो कहूंगा कि जिसे भी थेरेपी की जरूरत है, उसे ये जरूर लेनी चाहिए." आयरा ने भी कहा कि पैरेंट्स के साथ बॉन्ड को स्ट्रॉन्ग बनाने के लिए थेरेपी जरूरी है."

आमिर ने आगे कहा, "मुझे लगता है मैं इंटेलीजेंट हूं, सेंसिबल हूं. मुझे लगता था कि लाइफ में कोई भी प्रॉब्लम आएगी तो मैं उसे सुलझा लूंगा. लेकिन ऐसा नहीं है. हम चाहे कितने भी इंटेलीजेंट हों, अपने दिमाग को नहीं पढ़ सकते. इसके लिए थेरेपिस्ट की जरूरत पड़ती है. थेरेपी बहुत पावरफुल चीज है और जिन्हें भी इसकी ज़रूरत महसूस हो, उन्हें तुरंत थेरेपिस्ट की मदद लेनी चाहिए. मुझे इसने नया दृष्टिकोण दिया है. इंडिया में लोगों को लगता है कि हमें मेंटल प्रॉब्लम थोड़े ही है, जो हमें थेरेपिस्ट के पास जाना चाहिए. और जो थेरेपी लेते हैं, वो लोगों से इस बात को छिपाते हैं. जबकि थेरेपी लेने में कोई प्रॉब्लम नहीं है. ये आपकी हेल्प ही करेगा."

Share this article