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बच्चों को बचपन से ही सिखाएं ये 15+ हार्ट हेल्दी हैबिट्स (15+ heart-healthy habits every parent should teach their kids)

बच्चों में बचपन से हेल्दी हैबिट्स डालना पैरेंट्स की ज़िम्मेदारी है. आप उन्हें खाने के लिए चॉकलेट्स, बिस्किट्स, चिप्स, बर्गर, पिज़्ज़ा देते हैं या फिर फल, सब्ज़ियां, साबूत अनाज आदि हेल्दी चीज़ें देते हैं, इन्हीं आदतों पर उनकी सेहत और उनका भविष्य दोनों टिके हैं. ये तो आप भी जानते हैं कि सही खान-पान के साथ-साथ फिज़िकल एक्टिविटीज़ बच्चों के लिए कितनी ज़रूरी हैं और अगर बचपन से ही उन्हें हार्ट हेल्दी हैबिट्स सिखाई जाएं, तो वो एक स्वस्थ और ख़ुशहाल जीवन जी पाएंगे, वरना बहुतों की तरह उन्हें भी पूरी ज़िंदगी दवाइयां ही खाकर बितानी पड़ सकती है. ऐसे में अगर आप भी अपने बच्चे को एक स्वस्थ जीवन का उपहार देना चाहते हैं, तो आइए जानते हैं, कौन-सी हैं वो हार्ट हेल्दी हैबिट्स, जो आपको अपने बच्चों को बचपन से ही सिखानी चाहिए.

Credits: Freepik

रेग्युलर फिज़िकल एक्टिविटीज़ जैसे आउटडोर स्पोर्ट्स बच्चों के भविष्य को मज़बूत आधार देते हैं, जबकि ज़्यादा देर तक एक ही जगह पर बैठे-बैठे मोबाइल पर गेम खेलना, वीडियोज़ देखना या फिर टीवी देखना आदि उनकी बढ़ती उम्र के लिए सही नहीं है. फिर भी ज़्यादातर पैरेंट्स बच्चों को मोबाइल पकड़ा देते हैं कि उसी में बिज़ी रहेगा, लेकिन कब वो उसका आदी हो जाता है और उसकी सेहत पर उसका बुरा प्रभाव दिखने लगतो है, पैरेंट्स को पता ही नहीं चलता. बच्चों को हेल्दी हैबिट्स सिखाने से पहले पैरेंट्स को ख़ुद अपनी आदतें सुधारनी होंगी.

बच्चों से पहले ख़ुद सुधरें

बच्चों को हार्ट हेल्दी हैबिट्स सिखाने से पहले वो आदतें आपको न सिर्फ़ सीखनी होंगी, बल्कि रोज़मर्रा की ज़िंदगी में अपनानी भी होंगी. अगर आप हर वक़्त मोबाइल में वीडियोज़ देखते हैं और बच्चे को मोबटल देखने से मना करते हैं, तो क्या वो आपकी बात मानेगा, बिलकुल नहीं. जो चीज़ बच्चे के लिए ग़लत है, वो आपके लिए भी ग़लत ही है. इसलिए कुछ छोटी-छोटी बातों का ध्यान रखें-

- आज के समय में मोबाइल फोन न स़िर्फ बच्चों की सेहत का दुश्मन है, बल्कि बड़ों के लिए भी उतना ही नुकसानदायक है, इसलिए मोबाइल फोन पर ज़्यादा समय न बिताएं.

- अगर आपके पास खाली समय है, तो टीवी देखने की बजाय बच्चे के साथ कोई गेम खेलें.

- घर में बहुत ज़्यादा रेडीमेड और पैकेटवाली चीज़ें, जैसे-चिप्स, नमकीन, बिस्किट्स आदि ख़रीदकर न लाएं, बल्कि ख़ुद घर का बना खाना खाने और फल और सब्ज़ियां खाने पर ज़ोर दें.

- आप ख़ुद नाश्ते और खाने में हेल्दी फूड आइटम्स शामिल करेंगे, तो बच्चा बचपन से ही वैसा खाकर हेल्दी खाना सीख जाएगा.

- घर के सभी सदस्य सुबह-शाम टहलना, एक्सरसाइज़ करना या योग प्रैक्टिस करें. याद रखें, बच्चे बड़ों को देखकर ही सीखते हैं.

- रात को सोने से पहले बेड पर लेटकर मोबाइल देखने से आपका माइंड रिलैक्स नहीं हो पाता, जिससे सुकून की नींद नहीं आती और इसका असर आपके हार्ट पर पड़ता है. आपका बच्चा वही सीखेगा, जैसा आप करोगे, इसलिए रात को सोने से एक घंटा पहले कोई किताब पढ़ने की आदत डालें.

सिखाएं हार्ट हेल्दी हैबिट्स

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1. बचपन से ही टिफिन में मैदे से बने बिस्किट और ब्रेड से बनी चीज़ें देने की बजाय पराठा, चीला, इडली, उपमा, फ्रूट सलाद जैसी हेल्दी चीज़ें दें, जो उनके हार्ट के लिए अच्छी हैं.

2. जौ, ज्वार, बाजरा, ओट्स, किनुआ जैसी चीज़ें बच्चों को बचपन से ही खिलाएं, ताकि बड़े होने पर उन्हें ये सीखना न पड़े.

3. बाज़ार में मिलनेवाले प्रोसेस्ड ़फूड प्रोडक्ट्स, रेडी टु ईट चीज़ों में बहुत ज़्यादा प्रिज़र्वेटिव्स और ट्रांस फैट्स होते हैं, जिन्हें खानेवाले बच्चे कम उम्र में ही बीपी, डायबिटीज़ और मोटापा के शिकार हो जाते हैं.

4. बच्चों को बचपन से ही हेल्दी ड्रिंक्स पीने की आदत डालें और उन्हें समझाएं भी कि कैसे ये हमारे हार्ट की पंपिंग में मदद करता है और शरीर में ब्लड फ्लो को भी अच्छा रखता है, जिससे हार्ट पर ज़्यादा ज़ोर नहीं पड़ता. कोल्ड ड्रिंक्स या सॉफ्ट ड्रिंक्स की बजाय फ्रूट जूस, नारियल पानी, सूप आदि की अच्छी आदतें उनमें डालें.

5. आपको बच्चों को हार्ट हेल्थ के बारे में इस तरह से गाइड करना है कि कम से कम उन्हें ओमेगा 3 का नाम याद रहे और यह भी कि ओमेगा 3 से भरपूर चीज़ें जैसे सालमन फिश, अखरोट, अलसी, सब्जा आदि हमारे हार्ट के लिए कितने फ़ायदेमंद हैं.

6. बच्चों को शक्कर खाने की आदत इसलिए पड़ती है कि उन्हें हम हर चीज़ में शक्कर डालकर देते हैं, ताकि वो उसे खा लें. शक्कर एक लत है, अगर आपको इसकी लत लग गई, तो डायबिटीज़ और मोटापा का शिकार होने से आपके बच्चे को कोई नहीं बचा सकता. शक्कर की बजाय बच्चों के खाने में शहद, गुड़ या फिर डेट सिरप (खजूर का सिरप) का इस्तेमाल करें.

7. हर बच्चे की ख़ुराक उसकी रोज़मर्रा की एक्टिविटीज़ और उम्र के अनुसार होती है, इसलिए दूसरे बच्चों के ख़ुराक से अपने बच्चे की ख़ुराक की कभी तुलना न करें. बस इतना याद रखें, उसकी बढ़ती उम्र को ध्यान में रखते हुए, आपको उसे सही पोषण सही मात्रा में देना है.

8. बच्चों को बाहर की चीज़ें बहुत अट्रैक्ट करती हैं, इसलिए पैरेंट होने के नाते आपको अपने बच्चे की सेहत और स्वाद को ध्यान में रखते हुए कुछ टेस्टी और हेल्दी ड्राई स्नैक्स हमेशा बनाकर रखने चाहिए.

9. कोशिश करें कि बच्चों को बचपन से तली-भुनी हुई चीज़ें कम खिलाएं. उसकी बजाय आप भूनकर, सेंककर, बेक करके और उबालकर चीज़ें पकाएं, ताकि वो आपके बच्चे के हार्ट के लिए भी अच्छा हो और उसे हर चीज़ तेल में तली हुई खाने की आदत भी न लगे.

10. आपको ऑनलाइन बहुत-सी हेल्दी रेसिपीज़ मिल जाएंगी, जो आपके बच्चे को यक़ीनन पसंद आएंगी. अगर आप चाहती हैं कि आपका बच्चा एक स्वस्थ एवं ख़ुशहाल जीवन जीए, तो हार्ट हेल्दी रेसिपीज़ पर बचपन से ही ध्यान दें.

11. कभी-कभार बच्चों को ट्रीट देने के नाम पर आप उन्हें कैंडी बार या चिप्स दे सकते हैं, लेकिन बस इतना याद रखें कि ये कभी-कभार अक्सर न हो जाए.

12. घर में स्क्रीन टाइम पर पाबंदी होनी चाहिए और उसका सभी को पालन करना चाहिए. पूरे दिन में बच्चों के लिए 2 घंटे से ज़्यादा स्क्रीन टाइम नहीं होना चाहिए और वो भी टीवी और मोबाइल दोनों को मिलाकर.

13. हेल्दी हार्ट के लिए बच्चों का रात को अच्छे से सोना बहुत ज़रूरी है. डॉक्टर्स के मुताबिक, छह साल से 12 साल के बच्चों को 9 घंटे से लेकर 12 घंटे की नींद पूरी होनी चाहिए. इससे उनकी ग्रोथ अच्छी होती है.

14, ज़्यादातर बच्चे सुबह स्कूल जाने की जल्दबाज़ी में बिना कुछ खाए निकल जाते हैं. घर से निकलने से पहले एक गिलास दूध पीने की आदत डालें, ताकि उनके पोषण में कोई कमी न रहे और उनकी ग्रोथ अच्छी हो.

15. बच्चों को बचपन से ही किसी भी खाने की चीज़ के पैकेट पर लिखे इंग्रीडियंट्स को पढ़ना सिखाएं. इससे बच्चे को यह पता चलेगा कि उस पैकेट में जो बताया गया है, वो सचमुच है या सब आर्टिफिशियल चीज़ें डाली गई हैं और अनजाने में बच्चे उसे हेल्दी समझकर खा रहे हैं.

- सुनीता सिंह

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