मैं 22 वर्षीया यूनिवर्सिटी छात्रा हूं. कुछ ही दिनों में मेरी शादी होनेवाली है, इसलिए मैं गर्भनिरोधक के बारे में जानना चाहती हूं. कृपया, मुझे सही गर्भनिरोधक के बारे में बताएं.
- आकृति महाजन, नासिक.
यह बहुत अच्छी बात है कि आप गर्भनिरोधक के बारे में सही जानकारी हासिल करना चाहती हैं. दरअसल, असुरक्षित यौन संबंधों के कारण एचआईवी/एड्स जैसे सेक्सुअली ट्रांसमिटेड इंफेक्शन्स (एसटीआई) का ख़तरा बढ़ जाता है. कुछ एसटीआई महिलाओं के फैलोपियन ट्यूब्स को स्थायी रूप से डैमेज भी कर सकते हैं. इसके अलावा आपको पेल्विक इंफ्लेेमेटरी डिसीज़ भी हो सकती है, जो आगे चलकर इंफर्टिलिटी का कारण बन सकती है. गर्भनिरोधक के साधनों में कंडोम काफ़ी इफेक्टिव माना जाता है और साथ ही यह आपको एसटीआई से भी बचाता है. तिमाही गर्भनिरोधक इंजेक्शन भी हैं, पर वो एसटीआई से सुरक्षा नहीं देते. यह भी पढ़ें: मुझे हमेशा कमज़ोरी क्यों महसूस होती है?मेरी शादी को 4 साल हो गए हैं और अब मैं मां बनना चाहती हूं. पर 6 साल पहले आए 2 एपिलेप्टिक सीज़र्स (न्यूरोलॉजिकल डिसऑर्डर) के कारण मैं आज भी उसकी दवा ले रही हूं. मुझे डर है कि कहीं इससे मेरे बच्चे में जन्म से ही कोई दोष न आ जाए? क्या अब मुझे वो दवा बंद कर देनी चाहिए? कृपया, मेरी मदद करें.
- गुंजन यादव, कटक.
भले ही आप प्रेग्नेंसी के बारे में सोच रही हैं, पर अपनी दवाई बंद न करें. हालांकि जन्म से ही दोषवाली बात से पूरी तरह इंकार नहीं किया जा सकता, पर इस तरह की महिलाओं पर हुए शोध से पता चला है कि दवा लेते हुए भी उन्होंने स्वस्थ बच्चों को जन्म दिया है. वैसे भी सोनोग्राफी के ज़रिए किसी भी तरह की एब्नॉर्मिलिटी की जांच की जा सकती है. इसलिए अपनी मर्ज़ी से दवा बंद न करें और कोई भी निर्णय लेने से पहले, जिस डॉक्टर से दवा ले रही हैैं, उनसे सलाह ज़रूर ले लें. यह भी पढ़ें: क्या डिलीवरी के बाद भी आयरन टैबलेट्स की ज़रूरत होती है?महिलाओं के लिए ख़ास कॉन्ट्रासेप्टिव पिल्स
हमारे देश में आज भी बहुत-सी महिलाएं गर्भनिरोधक के बारे में बहुत कम जानती हैं. आइए जानें महिलाओं के लिए ख़ास कॉन्ट्रासेप्टिव पिल्स के बारे में- कॉम्बिनेशन गोलियां ज़्यादातर महिलाएं कॉम्बिनेशन गोलियां ही लेती हैं. इसमें एस्ट्रोजन और प्रोजेस्टेरॉन होता है, जो फीमेल हार्मोन है. न्यू-जनरेशन और कंवेंशनल पिल्स हैं ये कॉम्बिनेशन टैबलेट्स. क़रीब 99 फ़ीसदी महिलाएं कॉम्बिनेशन गोलियों का ही इस्तेमाल करती हैं. मिनी पिल्स मिनी पिल्स में केवल प्रोजेस्टेरॉन हार्मोन होता है. इसे प्रोजेस्टेरॉन- ओनली पिल भी कहा जाता है. 28 गोलियों का एक पैक होता है, जिसमें 21 दिनों की गोलियों में प्रोजेस्टेरॉन हार्मोन होता है और बाकी की 7 गोलियों में कोई हार्मोन नहीं होता. आजकल आख़िरी 7 गोलियों में आयरन होता है, ताकि शरीर में इसकी कमी ना हो. इमर्जेंसी पिल्स इमर्जेंसी पिल्स को ममॉर्निंग आफ्टर पिल्सफ भी कहा जाता है. इसकी ख़ासियत ये हैं कि अनचाहे गर्भ को रोकने के लिए इसे अनसेफ सेक्स के 72 घंटों के भीतर ही लेना चाहिए.डॉ. राजश्री कुमार
स्त्रीरोग व कैंसर विशेषज्ञ
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