अक्षय कुमार को बॉलीवुड इंडस्ट्री में खिलाड़ियों का खिलाड़ी कहा जाता है, जो रियल लाइफ में मार्शल आर्ट के महारथी हैं और फिल्मों में तो विलेन उनके सामने टिक नहीं पाते हैं. अपनी एक्शन फिल्मों में विलेन के छक्के छुड़ाने वाले खिलाड़ी कुमार का सामना रियल लाइफ में जब डाकुओं से हो गया था तो उनकी सिट्टी-पिट्टी गुल हो गई थी. जी हां, अक्षय ने अपनी लाइफ से जुड़ा एक ऐसा किस्सा शेयर किया था, जिसे वो आज तक नहीं भूला पाए हैं. एक बार उनका कुछ डाकुओं से सामना हो गया था और वो उन्हें देखकर घबरा गए थे, फिर उन्होंने कैसे खुद की जान बचाई थी. आइए जानते हैं.
फिल्मों में आने से पहले अक्षय कुमार राजीव भाटिया के नाम से जाने जाते थे और वो मार्शल आर्ट के मास्टर भी बन चुके थे. एक्टर बनने से पहले अक्षय कुमार कई कामों में अपनी किस्मत आजमा चुके है. एक दौर ऐसा भी जब पैसे कमाने के लिए अक्षय ज्वैलरी और कपड़ों का कारोबार करते थे. उसी दौरान उनका सामना डाकुओं से हो गया था, जिन्हें देखकर अक्षय की हालत खराब हो गई थी. यह भी पढ़ें: Pics: अक्षय कुमार हुए 56 के, अपने जन्मदिन पर बाबा महाकाल का आशीर्वाद लेने के लिए पहुंचे महाकालेश्वर मंदिर, क्रिकेटर शिखर धवन के साथ हुए भस्म आरती में शामिल (Akshay Kumar Visits Mahakaleshwar Temple On His Birthday With Shikhar Dhawan, See Photos)
इस किस्से को याद करते हुए अक्षय कुमार ने एक इंटरव्यू में बताया था कि जब वो कारोबार कर रहे थे, तब ज्वैलरी और कपड़ों को एक जगह से खरीदते थे और दूसरी जगह पर बेचते थे. उसी दौरान एक बार वो ज्वैलरी और कपड़े लेकर ट्रेन से जा रहे थे, लेकिन जब ट्रेन चंबल इलाके में पहुंची तो डाकुओ ने हमला बोल दिया.
खिलाड़ी कुमार की मानें तो बंदूक धारी डाकू ट्रेन में लोगों को लूटने लगे, लेकिन जैसे ही ये डाकू अक्षय की सीट के पास पहुंचे तो उनकी डर के मारे हालत खराब हो गई. ऐसे में उनसे बचने के लिए खिलाड़ी कुमार ट्रेन में सोने की एक्टिंग करने लगे. डाकुओं को लगा कि वो सच में सो रहे हैं, लिहाजा उन्होंने एक्टर को परेशान नहीं किया, लेकिन उनका बैग लेकर भाग गए. यह भी पढ़ें: एक्टिंग करने से पहले फिल्म इंडस्ट्री में अक्षय कुमार करते थे यह काम, फिर ऐसे बने एक्टर (Akshay Kumar used to do This Work in Film Industry before Acting, Then Became an Actor Like This)
अक्षय ने बताया था कि ट्रेन में उस वक्त डाकुओं को देखकर हर कोई बुरी तरह से घबरा गया था और ऐसा माहौल बन गया था कि अगर कोई विरोध करता तो डाकू उन्हें गोली मार देते, इसलिए उन्होंने डाकुओं से बचने के लिए सोने की एक्टिंग की और इस तरह से वो उनसे बच गए, लेकिन वो अपना सामान डाकुओं से नहीं बचा पाए.