जब पत्नी ज़्यादा कमाए, तो कैसे निभाएं? (When wife is earning better than husband)
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हमारे देश में आज भी यह स्थिति नहीं आई है कि लिंग के आधार पर भेदभाव न होता हो... भले ही परिस्थिति पहले से बेहतर हुई है, लेकिन हमारे परिवारों में आज भी काम का बंटवारा लिंग के आधार पर ही होता है. घर का काम है, तो महिलाओं की ज़िम्मेदारी है और बाहर का है, तो पुरुष संभालेगा. पुरुषों को घर का मुखिया माना जाता था और आज भी अधिकांश घरों में यही प्रथा जारी है. लेकिन अब स्थितियां बदल रही हैं. उच्चशिक्षित होने के कारण पत्नियां भी नौकरी करने लगी हैं और कई कपल्स में तो पत्नियों की सैलरी पति से अधिक है. बस, यहीं से समस्या की शुरुआत होती है. आइए जानते हैं समाधान.
- सर्वेक्षण के अनुसार ऐसी स्थिति, जिसमें पत्नी पति से ज़्यादा सैलरी पाती है या ऐसी स्थिति, जिसमें पत्नी ही परिवार का सारा आर्थिक भार उठाती है, ऐसे मामलों में तलाक़ के मामले ज़्यादा देखे गए हैं.
- साइकोलॉजिस्ट बताते हैं कि जहां पत्नी, पति से ज़्यादा कमाती है, वहां कई बार पत्नी की नज़रों में पति की इज़्ज़त कम हो जाती है. इससे सेक्स संबंध भी कम या लगभग ख़त्म हो जाते हैं.
पैसों को नहीं, संबंधों को महत्व दें
हो सकता है आपके पति की तनख़्वाह आपसे कम हो, परंतु वह भी ऑफिस में उतना ही समय बिताते हैं, जितना आप, इसलिए ज़्यादा पैसे मिलने की बात दोनों भूल जाएं और परिवार के लिए काम करें. अपने संबंधों को बेहतर बनाएं.
आर्थिक योजनाओं के बारे में बात करें
निर्णय लें कि किसकी सैलरी से घर ख़र्च चलेगा और किसकी सैलरी बचत में जाएगी. घर का बजट बना लें, जिसमें पति-पत्नी के पर्सनल ख़र्चे, बच्चों की फीस, उनके ख़र्च, घर ख़र्च, बिल्स एवं अन्य ख़र्चों के लिए एक निश्चित राशि रखी जाए. साथ ही बचत के लिए भी अलग से रक़म रखें. इस नियम का कठोरता से पालन करें. बड़े आर्थिक निर्णय आपस में बातचीत करके सहमति से लें. इस तरह सब निश्चित हो जाने से कम या ज़्यादा सैलरी की बात गौण हो जाएगी और आपसी संबंध मधुर बने रहेेंगे.
प्रोफेशनल हेल्प
ध्यान रखें पैसा और पावर पुरानी बातें हैं. पति-पत्नी का रिश्ता प्यार पर आधारित होना चाहिए, पैसों पर नहीं, अन्यथा संबंध बिगड़ते देर नहीं लगती. फिर भी यदि पार्टनर्स में बहुत वाद-विवाद हो रहे हों, तो एक-दूसरे को दोषी मानने की बजाय, काउंसलर से प्रोफेशनल हेल्प लें.
पतियों के लिए टिप्स
- मेल ईगो इस बात को कम ही स्वीकार कर पाता है कि उसकी पत्नी की सैलरी उससे अधिक है या पत्नी करियर में अधिक कामयाब है. लेकिन आजकल लोगों की सोच में बदलाव आया है, इसलिए बेहतर होगा कि ऐसी नकारात्मक बातों से बचा जाए और पत्नी के गुणों पर गर्व किया जाए.
- सबसे पहले तो अपना व्यवहार नॉर्मल रखें. कहीं भी आपके आचरण से, आपकी बातों से ऐसा ना लगे कि आपको ईर्ष्या हो रही है.
- आपकी पत्नी आपसे ज़्यादा कमाती है, तो इसका अर्थ यह नहीं है कि आप सारी ज़िम्मेदारी उस पर डाल दें. घर के छोटे-मोटे बिल्स व अन्य ख़र्चे आप स्वयं उठा लेंगे, तो पत्नी को भी अच्छा लगेगा.
- बच्चों का होमवर्क, उनकी देखभाल अपने ज़िम्मे ले लें. पत्नी से नर्मी से पेश आएं. उसकी तारीफ़ करें. उसके जन्मदिन, शादी की सालगिरह और प्रमोशन पर ख़ुशी जताएं. बाहर डिनर पर ले जाएं या घर पर ख़ुद ही कोई स्वीट डिश बनाकर सरप्राइज़ दें. यदि गिफ्ट ना दे पा रहे हों, तो फूल भेज दें. जेब भी ढीली नहीं होगी और पत्नी भी अच्छा महसूस करेगी.
- कई बार पुरुष इस बात को पचा ही नहीं पाते कि उनकी पत्नी को उनसे ज़्यादा तनख्वाह मिलती है और उनका आत्मविश्वास खोने लगता है. ऐसा ना होने दें. याद रखें, पत्नियां आत्मविश्वासी व हिम्मती पति पसंद करती हैं.
पत्नियों के लिए टिप्स
- हमेशा अपने व्यवहार और भावभंगिमा पर काबू रखें. उनसे कोई भी नकारात्मक संदेश ना जाने पाए. हमेशा सलीके और बुद्धिमानी से, इस तरह बात करें कि उन्हें बुरा ना लगे.
- ऑफिस का रौब, ग़ुस्सा एवं घमंड घर आते ही भूल जाएं.
- बोलचाल और व्यवहार से कभी ऐसा प्रतीत ना हो कि केवल आपकी वजह से ही घर-परिवार चल रहा है.
- ऑफिस व घर में संतुलन रखें. अपने पार्टनर को ज़्यादा बेहतर जॉब और सैलरी मिलने में मदद करें.
- हमेशा ध्यान रखें कि पार्टनर का आत्मविश्वास ना टूटे. यदि आपको ऐसा लग रहा है, तो बैठकर उनसे बातें करें. उनकी हिम्मत बढ़ाएं. उनसे कहें कि आप उनसे बेहद प्यार करती हैं और उनका सम्मान भी करती हैं.
- अपने व्यस्त शेड्यूल में से पति और परिवार के लिए समय निकालें.