हाल ही में शाहिद कपूर ने अपनी ब्लॉकबस्टर फिल्म 'कबीर सिंह' में दिखाए गए टॉक्सिक मस्क्युलिनिटी के बारे में बात की.बातचीत करते हुए एक्टर ने ऐसा बयान दिया कि सुनकर सभी के होश फाख्ता हो गए. एक्टर ने बताया कि बचपन में शारीरिक शोषण को बहुत करीब से देखा है.
इस फिल्म में प्यार को फिजिकल एब्यूज की तरह दिखाया गया है. इस फिल्म को देखने के बाद आलोचकों और दर्शकों की आलोचना का शिकार होने पड़ा. और हाल ही में इन आलोचनाओं के बीच एक्टर ने एक नया बयां दिया है कि बचपन में उन्होंने फिजिकल एब्यूज होते हुए देखा.
मिड डे के साथ की गई लेटेस्ट बातचीत में शहीद कपूर ने बताया कि बचपन में उनका शारीरिक शोषण हुआ है, वे भी इसके शिकार हुए हैं. लेकिन फिल्म कबीर सिंह की कहानी बहुत ही साधारण लड़की और बहुत ही प्रतिभाशाली, आक्रामक और अशांत लड़के के प्रेम कहानी थी. इस तरह की चीजें हर दिन होती रहती हैं.'
अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए शाहिद ने कहा- वे फिल्म कबीर सिंह के किरदार को 'हीरो' या 'एंटी-हीरो' के रूप में नहीं, बल्कि बस एक कहानी के हीरो के तौर पर देखते हैं जरुरी नहीं हर लीड रोल अच्छा ही हो. ठीक वैसे ही जैसे फिल्म देवदास में था. हालांकि शाहिद ने तुरंत ये बात कही देवदास एक बेहतरीन फिल्म है.
हम सभी ने प्यार में कुछ न कुछ अच्छा या बुरा किया है, क्या हम सब पूरी तरह सही हैं? हर इंसान दूसरा मौका पाने का हकदार है, चाहे वो कितना भी ख़राब क्यों न हो. आपको लगता है कि वह महान आदमी था, आखिर में उसने सब ठीक कर दिया। लेकिन दर्शकों ने फिल्म का प्रोमो ध्यान से नहीं देखा. प्रोमो की हर लाइन कहती है, वो परेशान है और हर चीज पर उसे गुस्सा आ रहा है. उसे समाज एक्सेप्ट नहीं करता.