मुंबई के झुग्गी में रहनेवाली 14 साल की लड़की मलीशा खारवा (Maleesha Kharwa)… छोटी सी उम्र में ही बहुत बड़े सपने देखना शुरू कर दिया था. खुद पर इतना यकीन था कि उनके सपनों को पंख मिलते गए और आज वो कामयाबी के खुले आसमान में उड़ान भर रही हैं. आज हम आपको मुंबई के स्लम में रहने वाली इसी लड़की की कहानी (The Success Story Of The Slum Princess) बताएंगे, जो अब इंटरनेशनल ब्यूटी ब्रांड की मॉडल बन चुकी है.
मलीशा की सक्सेस स्टोरी किसी परीकथा से कम नहीं. गरीब परिवार में जन्मी मलीशा के पिता शादियों में जोकर बन सबको हंसाया करते थे और इतने मुश्किल हालात में भी मलीशा मॉडलिंग के सपने देखा करती थी और आज यही लड़की स्लम प्रिंसेस कहलाती है और बड़े ब्यूटी ब्रांड के नए कैम्पेन का फेस बन गई है.
14 साल की मलीशा (Maleesha Kharwa) के सपनों को रंग मिलने तब शुरू हुए जब हॉलीवुड एक्टर रॉबर्ट हॉफमैन (Robert Halfman) की नज़र उन पर पड़ी. इस स्लम प्रिंसेस (Slum Princess Maleesha) की खूबसूरती देखकर रॉबर्ट हॉफमैन दंग रह गए. उन्होंने मलीशा के नाम पर गो फंड मी के नाम से इंस्टाग्राम पर एक पेज बना दिया और फैशनेबल फोटोज़ और कैप्शन के साथ रोजमर्रा के जीवन को दर्शाते पोस्ट डालने शुरू कर दिए. साथ ही दुनिया से उसकी कहानी भी बताई. मलीशा की कहानी और उसकी मासूम खूबसूरती लोगों ने पसंद आने लगी और मलीशा के सपने सच होने लगे. वो पॉपुलर होने लगी.
मलीशा की सादगी और क्रिएटिविटी लोगों को पसंद आने लगी और वो सोशल मीडिया इंफ्लुएंसर बन गई. मलीशा के इंस्टा पर 2 लाख 25 हजार फॉलोअर्स हैं. मलीशा सोशल मीडिया पर कॉन्फिडेन्स के साथ कहती हैं, मुझे रंग से नहीं दिल से मतलब है. वो कहती हैं- मुझे मॉडलिंग अच्छी लगती है और जो मुझे नापसंद करते हैं उन्हें मैं सिर्फ एक बात कहती हूं कि आप मुझसे 80 प्रतिशत नफरत करें लेकिन मैं आपको 100 फीसदी नजरअंदाज करूंगी.
मलीशा कई मैगजीन के कवर पर भी आ चुकी हैं. वो Cosmopolitan मैग्जीन के कवर पेज पर भी नज़र आ चुकी हैं. मलीशा ने शॉर्ट फिल्म - लिव योर फेयरी टेल में भी काम किया है. अब उन्हें लग्जरी ब्यूटी ब्रांड फॉरेस्ट एसेंशियल का चेहरा चुना गया है. इस ब्रांड ने एक वीडियो के ज़रिये मलीशा को उनके अचीवमेंट का एहसास कराया और ये वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. अपने इस अचीवमेंट पर मलीशा का रिएक्शन और उसकी आँखों की चमक ने हर किसी को इमोशनल कर दिया.
आज मलीशा उन हज़ारों लाखों लड़कियों के लिए प्रेरणा बन चुकी हैं, जो अपने गरीबी और हालात से हार मानकर कॉन्फिडेन्स ही खो देती हैं और सपने देखना ही छोड़ देती हैं. वो हर लड़की को ये प्रेरणा देती हैं कि वे सपने ज़रूर देखें, सपने देखेंगी तभी सपनों की राह पर आगे बढ़ेंगी और कामयाबी हासिल करेंगी.