हिंदी फिल्में जो दक्षिण भारतीय सफल फिल्मों की रीमेक के रूप में बन रही हैं, वे एक के बाद फ्लॉप होती जा रही हैं इसके बावजूद न हीं फिल्ममेकर, न हीं एक्टर इससे कोई सबक ले रहे हैं. यूं लग रहा है जैसे इन दिनों ओरिजनल स्टोरी का अकाल सा आ गया है, तभी तो बॉलीवुड के प्रोड्यूसर साउथ की सुपरहिट फिल्मों का रीमेक करने में ही लगे हुए हैं. हाल ही में कार्तिक आर्यन की 'शहज़ादा' जो साउथ की ही रीमेक थी चारों खाने चित हुई, अब बारी 'सेल्फी' की है.
'गुड न्यूज़', 'जुग जुग जीयो' जैसी फिल्म को निर्देशित कर चुके राज मेहता उम्मीद पर खरे नहीं उतरे. ना उनका सशक्त डायरेक्शन दिखा जिसके लिए वे जाने जाते हैं. कहानी की कमज़ोर कड़ी इसकी पटकथा भी रही है.
अक्षय कुमार नाम ही काफ़ी है सफलता की गारंटी के लिए इसके बावजूद एक के बाद एक उनकी फिल्में असफल होती जा रही हैं. साल 2022 में बच्चन पांडे' से लेकर 'कठपुतली' जो ओटीटी प्लेटफार्म पर रिलीज हुई थी कोई ख़ास कारनामा नहीं दिखा पाई. यह दोनों फिल्में भी साउथ की ही रीमेक थीं. इस साल 2023 में 'सेल्फी' उनकी पहली फिल्म रिलीज़ हुई थी, जिससे उनके फैंस ने काफ़ी उम्मीदें लगा रखी थी, लेकिन फिल्म को दर्शकों का अच्छा रिस्पॉन्स नहीं मिल पाया. फिल्म में सभी मसाले होने के बावजूद वो लोगों का इंटरटेनमेंट नहीं कर पाई.
पहली बार अक्षय कुमार और इमरान हाशमी एक साथ स्क्रीन शेयर कर रहे थे. दोनों की एक्टिंग और बॉन्डिंग लाजवाब रही इसमें कोई दो राय नहीं, लेकिन जब कहानी कमज़ोर हो, तो क्या कर सकते हैं. कहानी इतनी सी है कि अक्षय कुमार फिल्म में भी एक सुपरस्टार बने हैं विजय कुमार के नाम से और उनके ज़बरदस्त फैन है ओमप्रकाश अग्रवाल, इमरान हाशमी. उनका बेटा गप्पू भी अक्षय कुमार का क्रेज़ी फैन है. इसके कुछ सींस को देखते हुए शाहरुख खान की 'फैन' फिल्म भी याद आ जाती है, लेकिन ट्रीटमेंट दोनों फिल्मों की अलग है.
कहानी में मोड़ तब आता है, जब अक्षय कुमार को लाइसेंस के लिए इमरान हाशमी के पास आना पड़ता है. वे अपनी फिल्म की शूटिंग भोपाल में कर रहे होते हैं, जहां इमरान हाशमी रहते हैं और आरटीओ में इंस्पेक्टर हैं. लेकिन सेल्फी न ले पाने, एक घटना से बात का बतंगड़ बन जाता है. जबरा फैन कैसे ख़तरनाक दुश्मन बन जाता है वह देखने क़ाबिल है. फिर शुरू होती है अक्षय की लाइसेंस लेने की ज़िद और इमरान की अपने अपमान का बदला लेने व सबक सिखाने का जुनून. दोनों का टकराव दिलचस्प मोड़ पर ले आता है. क्या अक्षय को लाइसेंस मिल पाता है? इमरान अपना प्रतिशोध ले पाते हैं..? यह जानने के लिए तो फिल्म ही देखनी पड़ेगी. वैसे अक्षय और इमरान ने अपने लाजवाब अभिनय से दिल जीता है.
अक्षय कुमार की पत्नी के रूप में डायना पेंटी और इमरान हाशमी की वाइफ बनी नुसरत भरुचा को कम स्पेस मिल पाया, फिर भी उन्होंने अपनी छाप छोड़ी. विलेन के रोल में अभिमन्यु सिंह दमदार लगे. वहीं अपनी छोटी-सी भूमिका में मेघना मलिक ने प्रभावित किया और मुस्कुराहट के पल जुटाने में कामयाब रहीं.
अनु मलिक का संगीत कानों में कुछ ज़्यादा ही शोर और सिरदर्द पैदा करता है. यदि इसके लाउड को कम किया जा सकता, तो बेहतर होता. ऑडियंस को खींचने के लिए यो यो हनी सिंह का भी सॉन्ग है. इसके बावजूद म्यूज़िक और सॉन्ग कई जगह कर्कश पैदा करते हैं. हालांकि सुपरहिट अक्षय कुमार की फिल्म 'मैं खिलाड़ी तू अनाड़ी' का सुपरहिट टाइटल सॉन्ग अक्षय और इमरान के साथ एक नए अंदाज़ में रीमिक्स के रूप में देखने में अच्छा लगता है. इसके अलावा कुड़िए नी तेरी… गाने में अक्षय कुमार और मृणाल ठाकुर की केमिस्ट्री बढ़िया है.
मलयालम फिल्म 'ड्राइविंग लाइसेंस' जो सुपर-डुपर हिट रही थी की रीमेक है सेल्फी, लेकिन उस फिल्म जैसा कमाल बिल्कुल ही नहीं दिखा पाई. हालांकि सेल्फी लेने में अक्षय कुमार ने गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में नाम ज़रूर दर्ज़ करा लिया. देशभर में 1200 स्क्रीन पर रिलीज़ हुई यह फिल्म साधारण ही रही. निर्माता करण जौहर भी फिल्मों के चुनाव में मात खा रहे हैं.
यदि आप अक्षय कुमार के जबरा फैन हैं, तो एक बार फिल्म ज़रूर देख सकते हैं. लेकिन फिर भी मनोरंजन, एक्शन, म्यूज़िक, डांस से भरपूर बॉलीवुड फिल्म देखने के शौकीन दर्शकों को सारे मसाले होने के बावजूद कुछ कमी खलेगी, आप क्या महसूस करते हैं ख़ुद टटोलें.
रेटिंग: 2 **
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