बॉलीवुड के मशहूर एक्टर संजय दत्त पिछले चार दशक से इंडस्ट्री में लगातार सक्रिय हैं. अपने फिल्मी करियर के दौरान संजू बाबा ने एक से बढ़कर एक सुपरहिट फिल्में दी हैं, लेकिन उनकी लाइफ में एक ऐसा दौर भी आया था, जब उनका फिल्मी करियर बिल्कुल डूबने की कगार पर पहुंच गया था. हालांकि उस समय शाहरुख खान की खराब सेहत की वजह से उन्हें एक ऐसी फिल्म मिली, जिसने उनके डूबते करियर को एक नई उड़ान देने में मदद की. आइए जानते हैं आखिर वो कौन सी फिल्म है, जो उनके करियर के लिए बहुत मददगार साबित हुई और एक बार फिर से दर्शकों के बीच संजू बाबा का जादू चल गया.
संजय दत्त ने अपने लंबे फिल्मी करियर में कभी प्रेमी बनकर लड़कियों के दिलों को जीता तो कभी विलन का किरदार निभाकर लोगों को डराया और तो और एक तरफ जहां उनकी कॉमेडी ने लोगों को खूब हंसाया तो वहीं दूसरी तरफ उन्होंने इमोशनल सीन्स को इतनी संजीदगी से निभाया कि दर्शकों की आंखें भी नम हुईं. हालांकि सच तो यह है कि नाम और शोहरत कमाने के बावजूद संजय दत्त की ज़िंदगी में काफी उतार-चढ़ाव का सामना करना पड़ा. पहले नशे की लत फिर 1992 में मुंबई में हुए ब्लास्ट में उनका बैड बॉय बनकर सामने आना. यह भी पढ़ें: कंगना रनौत से लेकर अजय देवगन तक, भगवान शिव के परम भक्त हैं ये मशहूर सितारे (From Kangana Ranaut to Ajay Devgn, These Famous Stars are Ultimate Devotees of Lord Shiva)
दरअसल, अवैध हथियार मामले में गिरफ्तारी का संजय दत्त के करियर पर बुरा असर पड़ा, लेकिन फिर शाहरुख खान की वजह से उन्हें एक ऐसी फिल्म मिली, जिसने न सिर्फ उनके करियर को नई उड़ान दी, बल्कि उनकी बैड बॉय वाली इमेज को भी पूरी तरह से बदलकर रख दिया. खबरों की मानें तो संजय दत्त ज़मानत पर जेल से बाहर तो आ गए, लेकिन उन पर लगे आरोपों के चलते उनकी प्रोफेशनल लाइफ पटरी पर नहीं लौट पा रही थी.
हालांकि अचानक से सबकुछ तब बदल गया, जब डायरेक्टर राजकुमार हिरानी ने साल 2003 में उन्हें 'मुन्नाभाई एमबीबीएस' के लिए कास्ट कर लिया. यहां सबसे दिलचस्प बात तो यह है कि संजय दत्त ने स्क्रिप्ट पढ़े बिना ही फिल्म साइन कर ली. 'मुन्नाभाई एमबीबीएस' ने संजय दत्त के लिए वो किया जो उनके लिए कोई पीआर नहीं कर सकता था. इस फिल्म ने उन्हें एक ब्रांड न्यू इमेज दी और संजय दत्त ने अपनी अदायगी से दर्शकों के दिलों को जीत लिया.
इस फिल्म ने संजय दत्त की इमेज को बैड बॉय से गुड बॉय में तब्दील कर दिया था. इसके साथ ही उनका करियर एक बार फिर से पटरी पर आ गया. एक इंटरव्यू के दौरान संजय ने कहा था कि दोनों मुन्ना भाई फिल्मों ने उनके प्रति दर्शकों की धारणा और सोच को बदल दिया था. उन्होंने कहा था कि मैं खुद को भाग्यशाली मानता हूं कि मुझे यह किरदार मिला. मुन्ना भाई ने मेरी लाइफ और मेरी इमेज को सही मायनों में बदल दिया है. यह भी पढ़ें: ‘शमशेरा’ के लिए रणबीर कपूर ने लिए इतने करोड़, जानें फिल्म के बाकी स्टारकास्ट को मिली कितनी फीस (Ranbir Kapoor Charged This Much Amount For ‘Shamshera’, Know Fees of Other Star Cast of Film)
बहरहाल, अगर संजय दत्त के डूबते करियर के लिए यह फिल्म काफी मददगार साबित हुई तो इसका श्रेय शाहरुख खान को भी जाता है, क्योंकि इस फिल्म के लिए संजय दत्त नहीं, बल्कि शाहरुख खान मेकर्स की पहली पसंद थे. जी हां, राजकुमार हिरानी और विधु विनोद चोपड़ा इस फिल्म में संजय दत्त को नहीं, बल्कि शाहरुख खान को कास्ट करना चाहते थे, लेकिन अपनी खराब सेहत का हवाला देते हुए शाहरुख ने इस फिल्म को साइन करने से इनकार कर दिया था, जिसके बाद यह फिल्म संजू बाबा को मिली और उनकी पूरी ज़िंदगी बदल गई.