किराए पर घर देना हो या लेना, दोनों ही स्थिति में बहुत सी छोटी-छोटी बातों का ख़्याल रखना बेहद ज़रूरी हो जाता है, वरना धोखाधड़ी की संभावना रहती है. जब कभी कोई घर आप किराए पर देते हैं, तो कई बुनियादी गाइडलाइंस की जानकारी होना ज़रूरी है, क्योंकि घर किराए पर देना अलग चीज़ हो जाती है. अगर आप प्रॉपर्टी किराए पर दे रहे हैं, तो वहां पर वो आपके नियंत्रण में रहता है. हर राज्य में किराएदार से जुड़े क़ानून अलग-अलग हैं.
- जब भी घर किराए पर लें, तब कई ज़रूरी डॉक्यूमेंट्स को ज़रूर देख लें.
- टाइटल डाक्यूमेंट्स, जिससे यह पता चलता है कि घर किराए पर या लीज पर देने वाला ही जगह का असली मालिक है.
- जिस जगह को आप किराए पर ले रहे हैं, वो कोऑपरेटिव सोसाइटी है या कॉलोनी का हिस्सा है. इसके बारे में भी जानना ज़रूरी है, तो इसके लिए शेयर सर्टिफिकेट चेक करना आवश्यक होता है, जो मकान मालिक के नाम पर ही होता है, तो इससे कंफर्म हो जाता है कि यह उनका ही घर है.
- नो-ऑब्जेक्शन सर्टिफिकेट में किराए पर जगह की मुख्य शर्तों के बारे में उल्लेख होता है. दरअसल, कुछ लोग कुंवारों को किराए पर घर नहीं देते हैं. अन्य बातें भी इस डाक्यूमेंट्स में होती हैं, तो इसके लिए इसे एक बार देख लेना बेहतर होता है..
- देख लें कि मकान मालिक ने लीज एग्रीमेंट पर साइन किया है कि नहीं.
- साथ ही लीज एग्रीमेंट में घर के सभी वस्तुएं और उनकी अनुमानित क़ीमत के बारे में दिया गया है, इसकी भी जांच कर लें.
- प्लंबिंग में किसी भी तरह की लीकेज की गड़बड़ी तो नहीं है. देखभाल की लागत भी शामिल हो, इसलिए एग्रीमेंट बनने से पहले इन तमाम मुद्दों पर बातचीत कर लें.
- साधारणतया लीज एग्रीमेंट का 11 महीने का पीरियड होता है और इसमें नोटिस का क्लॉज ज़रूरी होता है. आपसी बातचीत से लीज हर 11 महीने के बाद रिन्यू कराएं.
- यदि किसी वजह से आपको अपने किराए का घर बदलना पड़े, तो जहां आप आगे रह नहीं सकते उस जगह के पैसे ना दे.
- यह एग्रीमेंट लिखित या मौखिक रूप में हो सकते हैं, पर इसे लिखित बनाना आपके लिए बेहतर रहेगा.
- किराए के एग्रीमेंट में किराएदार और मकान मालिक के बीच जो कॉन्ट्रैक्ट होता है, उसमें आपको कितना किराया देना होगा, बांड की राशि क्या होगी, एग्रीमेंट की समय सीमा, इसके प्रकार,
अन्य शर्तें व नियम के बारे में दिया रहता है. - आपको एग्रीमेंट पर तभी साइन करना चाहिए जब आप किराएदार के तौर पर उसमें दिए गए सभी नियमों, शर्तों, अपने किराएदार होने के अधिकारों व ज़िम्मेदारियों को समझ लें और इससे सहमत हों.
- आप जिन पानी, बिजली, गैस, फोन कंपनियों का इस्तेमाल करने की प्लानिंग कर रहे हैं, आपको उनसे संपर्क कर इन सेवाओं को आपके घर में प्रवेश करने के समय तक कनेक्ट करा लें.
- किराएदार के तौर पर आपको यह भी देख लेना चाहिए कि घर में कोई फंगस, कीड़े-मकोड़े तो नहीं है. किचन और बाथरूम में गर्म पानी की सुविधा है. घर का ढांचा सुरक्षित और मौसम से संरक्षित है.
- अधिकांश किराए के घर में आपको एक बांड का भुगतान करने के लिए कहा जाता है, ताकि आपसे कोई नुक़सान हो, तो उसकी भरपाई इस धनराशि से किया जा सके. एक बात और यदि आपसे कोई हानि या नुक़सान नहीं होता है, तो जब आप घर छोड़कर जाते हैं, तो आपको वह बांड वापस दे दिया जाता है.
- समय पर घर का किराया देने के साथ इसकी रसीद भी मकान मालिक से ज़रूर लें.
- आपके किराए के घर में मकान मालिक या एजेंट के पास प्रवेश करने का अधिकार है, पर उन्हें इसके लिए एक दिन पहले लिखित नोटिस देना होगा. साथ ही यह भी बताना होगा कि उन्हें प्रवेश करने की आवश्यकता क्यों है.
- यदि आप अपना एग्रीमेंट समाप्त करना चाहते हैं, तब आपको अपने मकान मालिक को सही अवधि का नोटिस देना होगा. साथ ही घर को साफ़-सुथरी अवस्था में छोड़कर जाना होगा.
इन बातों पर भी ध्यान दें…
- जब तक आप किसी दस्तावेज़ का अर्थ न समझ लें, तब तक उस पर साइन न करें.
- कोई रिक्त फॉर्म आधिकारिक प्रतीत हो, तो उस पर कभी भी साइन न करें.
- आपने जिन डॉक्यूमेंट्स पर साइन किए हैं उनकी एक कॉपी ज़रूर लें.
- जब भी कोई भुगतान करें, तो उसकी रसीद अवश्य लें.
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किराए पर ले रहे घर के लिए उपयोगी वास्तु टिप्स
- शहरों में अधिकतर जगहों पर बिजली व मोबाइल के टावर होते हैं, ऐसी जगह पर किराए पर घर लेने से बचें.
- कब्रिस्तान, भीड़भाड़ वाले स्थानों, हॉस्पिटल जैसी जगहों पर घर किराए पर ना लें.
- ऐसी जगह पर घर ना लें, जहां पर उत्तर-पूर्व में टॉयलेट और उत्तर-पूर्व में व दक्षिण-पश्चिम में किचन न हो.
- दीवारों पर हल्का रंग कराएं. गहरे रंग कराने से बचें, ख़ासकर जिसमें अधिक ग्रे या काला हो.
- शिफ्ट होने से पहले घर में नया पेंट कराएं और सभी लीक होने वाले पाइप, टंकियां, टूटा फ़र्नीचर व शेल्फ की मरम्मत करा लें.
- किराए का घर लेते समय मुख्यद्वार के लिए उत्तर-पूर्व, उत्तर-पश्चिम और पश्चिम बेहतर है.
- यदि हो सके तो दक्षिण, दक्षिण-पूर्व और दक्षिण-पश्चिम मुख्यद्वार वाले घरों को किराए पर ना लें.
- घर के मुख्यद्वार के बीच में स्वास्तिक या फिर ॐ लिखें. यदि आप चाहे तो स्टिकर का भी इस्तेमाल कर सकते हैं. इससे यदि मुख्यद्वार के सामने लिफ्ट है, तो इसके नकारात्मक प्रभाव दूर होते हैं.
किराएदार को घर देते समय…
- जब भी अपना घर किराए पर दे, तब किसी अच्छे रियल एस्टेट एजेंट को अपने साथ ज़रूर रखें.
- लीज्ड एग्रीमेंट या मॉडल रेंट एग्रीमेंट बनवाएं.
- किसी बैंक या कंपनी को घर किराए पर देना सबसे बेहतरीन विकल्प है.
- किराएदार का पुलिस वेरिफिकेशन होना भी आवश्यक है.
- यदि एग्रीमेंट में सालभर के लिए घर किराए पर दे रहे हैं, तो किराएदार से टाइम पोस्ट डेटेड चेक्स ले लें.
- ऊषा गुप्ता
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