नीना गुप्ता (Neena Gupta) एक बेहतरीन एक्टर होने के साथ साथ एक बेटी की मां भी हैं. नीना गुप्ता ने अपनी पूरी ज़िंदगी अपनी ज़िद और मर्जी से जिया. उस दौर में बिनब्याही मां बनीं जब प्यार को फालतू की चीज और समय की बर्बादी माना जाता था. क्रिकेटर विव रिचर्ड्स से प्यार किया, जो पहले से शादीशुदा थे, विव रिचर्ड ने शादी करने से इंकार किया तो प्रेग्नेंट नीना गुप्ता ने सिंगल मदर बनने और अकेले ही बेटी मसाबा की परवरिश करने का फैसला किया. हालांकि बिनब्याही मां बनने के लिए उन्हें काफी भला बुरा सुनना पड़ा था, लेकिन नीना ने किसी की परवाह नहीं की और मसाबा (Masaba Gupta) को अकेले ही पाला. उस वक्त जब नीना का साथ किसी ने नहीं दिया तो नीना के पिता ने उनका साथ दिया. वे न सिर्फ बेटी के फैसलों के साथ मज़बूती के साथ खड़े रहे, बल्कि बिनब्याही मां बनी बेटी का कसकर हाथ थामे रखा. नीना अपने पिता के साथ खास बॉन्डिंग शेयर करती थी और कई बार इस बात का ज़िक्र भी कर चुकी हैं. आज फादर्स डे (Father's Day) के मौके पर आइये जानते हैं नीना गुप्ता और उनके फादर की स्पेशल बॉन्डिंग के बारे में.
मेरे पिता ही घर के मर्द थे, मेरे बॉयफ्रेंड थे
एक इंटरव्यू में नीना ने बताया था कि उनकी पूरी ज़िंदगी अकेलेपन में ही बीती और शायद ये अकेलापन ही वो कारण था जिसके चलते उन्होंने अपने पिता को ही अपना बॉयफ्रेंड बना लिया था. इस इंटरव्यू के दौरान नीना गुप्ता से जब पूछा गया कि क्या उन्होंने जिंदगी में कभी अकेलापन झेला है तो उन्होंने कहा था, 'अक्सर झेला है. अकेलापन तो बहुत समय तक रहा. बल्कि मैं तो कहूंगी कि अकेलापन मेरी पूरी जिंदगीभर रहा है क्योंकि मेरा कोई बॉयफ्रेंड नहीं था और ना ही मेरा पति था. मेरे पिता ही मेरे बॉयफ्रेंड थे. वो हमारे घर के मर्द थे वही घर चलाते थे. यह तब की बात है जब काम के दौरान मेरा अपमान किया गया. मैंने बहुत अकेलापन झेला है पर भगवान ने मुझे शक्ति दी है कि मैं आगे बढ़ती रही."
मेरे पिता मेरे बैकबोन थे
नीना गुप्ता ने अकेले ही बेटी की परवरिश करने का फैसला किया, लेकिन ये इतना आसान नहीं था. एक इंटरव्यू में उन्होंने बताया था कि अगर तब उनके फादर ने साथ न दिया होता तो शायद वो सब इतनी आसानी से नहीं कर पाती. उन्होंने बताया कि उनके फादर ने उनके लिए क्या कुर्बानी दी और किस तरह मुश्किल वक्त में उनका साथ दिया. तब अपने उन दिनों को याद करते हुए नीना गुप्ता रो पड़ी थीं. "मसाबा की परवरिश में मेरे पिताजी का बहुत ही अहम रोल था. मेरी मदद करने के लिए वह मुंबई तक शिफ्ट हो गए थे. मैं बता नहीं सकती कि मैं उनकी कितनी शुक्रगुजार हूँ. मेरी जिंदगी के सबसे अहम वक्त में मेरे बैकबोन बनकर मुझे खड़े रखने में उन्होंने मेरी मदद की. मेरा बड़ा सहारा बने."
मेरे पास मसाबा है क्योंकि मैंने विवियन से प्यार किया
नीना गुप्ता खुद तो अपने पापा से बेहद क्लोज़ थी ही, उन्होंने हमेशा कोशिश की कि उनकी बेटी मसाबा भी अपने पापा विव रिचर्ड्स का सम्मान करे. उनका कहना है, "मेरे पास मसाबा है, क्योंकि मैंने विवियन से प्यार किया. और अगर आप किसी से प्यार करते हो, तो आप उसी से नफरत कैसे कर सकते हैं. ऐसा तो नहीं होता न कि आज प्यार है तो कल अचानक आप नफरत करने लगोगे. ये चीज आप अपनी बेटी के दिमाग में पिता के लिए कैसे भर सकते हैं. मैं ऐसा नहीं चाहती. मैं उसके विचारों को जहरीला नहीं बनाना चाहती. मेरे दिल में उसके लिए सम्मान है, वह मुझे सम्मान देेते हैं, बेटी हम दोनों का सम्मान करती है."