पिछले कुछ समय से हिंदी भाषा (Hindi National Language controversy) को लेकर विवाद चल रहा है. इसकी शुरुआत अजय देवगन(Ajay Devgn)और साउथ फिल्म इंडस्ट्री के बीच हुई थी और अब तक यह विवाद थमा नहीं है. अब तक कई सेलिब्रिटीज ने इस मुद्दे पर अपनी राय रख चुके हैं और अब इस विवाद में अक्षय कुमार(Akshay Kumar) की एंट्री हुई है. साउथ की फिल्मों की तुलना में बॉलीवुड फिल्मों पर बात करते हुए अक्षय कुमार ने ये माना कि रीजनल ब्लॉकबस्टर फिल्मों की तुलना में बॉलीवुड की फिल्में (Bollywood VS South cinema) बॉक्स ऑफिस पर अच्छा बिजनेस नहीं कर पा रही हैं, लेकिन उन्होंने ये भी कहा इन जल्दी ही चीज़ें बेहतर हो जाएंगी.
हाल ही में एक इंटरव्यू के दौरान हिंदी भाषा विवाद पर बात करते हुए अक्षय कुमार (Akshay Kumar) ने कहा, "ये पैन इंडिया' शब्द मेरी समझ से बाहर है. लेकिन मैं मानता हूँ कि हिंदी फिल्म इंडस्ट्री के लिए ये बेहद महत्वपूर्ण समय है और मुझे उम्मीद है कि जल्द ही सब ठीक हो जाएगा. जल्दी ही वो टाइम आएगा जब बॉक्स ऑफिस पर हर फिल्म अच्छा प्रर्दशन करेगी, फिंगर्स क्रॉस्ड!"
अक्षय कुमार ने फिलहाल एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री को धर्म और भाषा के आने पर डिवाइड किए जाने की कोशिश पर भी तीखा रिएक्शन दिया. वो बोले, देखिए, मैं बाँटने में विश्वास नहीं करता. नहीं बहुत गुस्सा आता है, जब कोई यह कहता है कि यह साउथ इंडस्ट्री से है और यह नॉर्थ इंडस्ट्री एक है. हम सब एक इंडस्ट्री से हैं- एंटरटेेनमेंट इंडस्ट्री. हम खुद को एक इंडस्ट्री क्यों नहीं कह सकते हैं, और हमें इसे 'साउथ या हिंदी' कहकर बाँटने पर बहस करने की क्या ज़रूरत है? हर भाषा सुंदर है. इसे मुद्दा बनाने की कोई जरूरत नहीं है."
इस मुद्दे पर आगे बात करते हुए अक्षय बोले, अफ़सोस है कि हमने अपने इतिहास से कुछ नहीं सीखा. अंग्रेजों ने भी धर्म और भाषा के आधार पर लोगों को बांटकर फायदा उठाया और हमारा बेड़ा गर्क कर दिया था. ब्रिटिशर्स आ के बोलते थे कि 'ये-ये है और वो-वो और उन्होंने हमें बांट दिया. क्या हमने इससे कुछ नहीं सीखा, जो आज भी हम इस तरह की बातें करते हैं. जिस दिन हम ये बातें समझने लगेंगे कि हम एक हैं, चीजें बेहतर हो जाएंगी."