'द कश्मीर फाइल्स' फिल्म ने अपने विषय, कलाकारों के सहज अभिनय और बेहतरीन निर्देशन के बलबूते दुनियाभर में ख़ूब सुर्खियां बटोरी और कामयाब रही है. लेकिन अब सिंगापुर में इस फिल्म के दिखाने पर बैन लगाया जा रहा है. उनका मानना है कि फिल्म में काफ़ी हिंसा दिखाई गई है और एकतरफ़ा बातें देखने को मिली हैं. इससे दो समुदायों के बीच मनमुटाव हो सकता है. उनके अनुसार, कश्मीर में जहां कश्मीरी पंडितों के साथ अन्याय हुआ वह बात तो ठीक है, लेकिन मुस्लिम वर्ग के साथ भी काफ़ी ज्यादीतियां हुई हैं, जिसे नहीं दिखाया गया है. जिसके चलते इसे एकतरफ़ा न्याय व अन्याय की बात कह सकते हैं.
कश्मीर फाइल्स में साल 1990 में कश्मीरी पंडितों के साथ हुए नरसंहार और अत्याचार का मार्मिक व दिल को गमगीन कर देने वाला चित्रण हैं. इसमें कई ऐसी बातें बताई गई हैं, जो चुभती भी है और दुखी भी करती हैं.
इस साल मार्च में जब से यह फिल्म रिलीज़ हुई है, तब से लगातार चर्चा में रही है. कहीं पर आलोचना की शिकार हुई है, तो कहीं पर इसे दर्शकों का भरपूर प्यार भी मिला है. ख़सकर कश्मीरी पंडित इस फिल्म को देख अपनी दर्द को याद कर काफ़ी ग़मगीन हुए. उन्होंने फिल्म के निर्देशक विवेक रंजन अग्निहोत्री की प्रशंसा करने के साथ उन्हें दिल से शाबाशी और दुआएं भी दीं. उन्होंने विवेक को इस तरह की ज्वलंत विषय पर सच्चाई और साफ़गोई के साथ फिल्म बनाने की दिल से सराहना की.
लोगों ने अनुपम खेर, दर्शन कुमार, मिथुन चक्रवर्ती,पल्लवी जोशी अन्य सभी कलाकारों के बेमिसाल अभिनय के लिए उनकी सराहना भी की. ऐसा पहली बार हुआ कि कोई फिल्म इस कदर लोगों के दिलोंदिमाग़ पर हावी हुई. सिनेमा हॉल से लेकर संसद तक इसकी चर्चा हुई और नेताओं का वर्ग भी इसके विरोध और पक्ष में अपनी दलील देने में पीछे नहीं रहा.
विश्वसनीय सूत्रों के अनुसार, यह माना जा रहा है कि सिंगापुर में इस फिल्म को बैन किया गया है. फिल्म में बहुत ही अत्याचार, खून-खराबा और बर्बरता दिखाई गई है. उनका यह भी मानना है कि उनके जो सिटी ओर स्टेट की फिल्म गाइडलाइन्स पर यह फिल्म खरी नहीं उतरती. काफी कंटेन्ट ऐसे हैं जिस कारण इस फिल्म को सिंगापुर में रिलीज करना मुश्किल है. उनका यह कहना है कि मुस्लिम लोगों को लेकर इसमें एकतरफ़ा बातें दिखाई गई हैं और ख़ासकर उन्हें एक तरह से खलनायक बनाया गया है. उनका यह भी कहना है कि इसमें कश्मीर में हो रहे मुस्लिम हिंदू लोगों के बीच के संघर्ष और जिसमें ख़ासकर हिंदू को सताया जाना है को लेकर भी तस्वीर के एक ही पहलू को दिखाया गया. जो बातें दिखाई गई हैं और वे सिंगापुर के नियमों के अनुसार नहीं होने के कारण इसे सिंगापुर में बैन कर दिया गया है.
अधिकारियों ने रिपोर्ट में कहा कि फिल्म में जिस तरह की गतिविधियां दर्शाई गई हैं वह अलग-अलग समुदायों के बीच दुश्मनी पैदा करने और हमारे एकजुट वह बहु-धार्मिक समाज की सामाजिक एकता को तोड़ने की क्षमता रखता है. उन्होंने कहा कि फिल्म क्लासिफिकेशन गाइडलाइंस के तहत, सिंगापुर में नस्लीय या धार्मिक समुदायों को बदनाम करने वाले किसी भी कंटेंट को दर्शकों तक पहुंचने नहीं दिया जाएगा.
वहां सिंगापुर के फिल्मों से जुड़े ऑफिसर का कहना है कि इसमें ऐसी बहुत सारी बातें और चीजे़ंं दिखाई गई हैं, जो दो समुदाय के लोगों के बीच में नफ़रत और उनकी एकता और आपसी प्यार और अपनेपन को प्रभावित करने का काम करेगी. ख़ासकर उनकी जो एकता है उसको तोड़ने का भी आशंका लगाई जा रही है. इन सभी पहलूओं को ध्यान में रखते हुए सिंगापुर में 'द कश्मीर फाइल्स' फिल्म को रिलीज़ न करने का निर्णय लिया गया.
Photo Courtesy: Instagram
डाउनलोड करें हमारा मोबाइल एप्लीकेशन https://merisaheli1.page.link/pb5Z और रु. 999 में हमारे सब्सक्रिप्शन प्लान का लाभ उठाएं व पाएं रु. 2600 का फ्री गिफ्ट.