साउथ फिल्म इंडस्ट्री के सुपरस्टार प्रभास का जादू फैंस के सर चढ़कर बोलता है. प्रभास ने स्टार से सुपरस्टार बनने तक का सफर काफी तेजी से तय किया. साउथ के अलावा हिंदी दर्शकों के बीच भी प्रभास की फैन फॉलोइंग काफी तगड़ी है. आज के समय में बॉलीवुड में अक्षय कुमार के बाद वो दूसरे सबसे महंगे स्टार बन चुके हैं. हर फिल्म के लिए उन्हें 150 करोड़ रुपए की फीस मिलती है. उन्हें ये फीस प्रोड्यूसर खुशी-खुशी देते हैं. आज हम आपको प्रभास की 10 सबसे बड़ी खासियतों के बारे में बताएंगे, जिसकी वजह से वो लोगों के दिलों पर राज करते हैं.
रिस्क लेने से पीछे नहीं हटते - जब फिल्म में किसी तरह के रिस्क लेने की बात हो तो प्रभास पीछे नहीं हटते. यहां तक कि फिल्म प्रोड्यूसर्स को भी प्रभास पर पूरा भरोसा रहता है, कि वो जिस फिल्म में होंगे वो अच्छी कमाई जरूर करेगी. इसका अंदाजा आप इसी से लगा सकते हैं कि फिल्म 'साहो' का बजट 350 करोड़ रुपए था, लेकिन मेकर्स ने प्रभास के साथ पूरा रिस्क उठाया. इतने बड़े बज़ट का मतलब ही है कि वो किसी भी मामले में कॉम्प्रोमाइज नहीं कर सकते और प्रभास मेकर्स की उम्मीदों पर पूरी तरह से खड़े उतरे. प्रभास के हर फिल्म की टीम को उनपर पूरा भरोसा होता है कि वो फिल्म बनाने में लगी लागत को हर हाल में निकाल ही लेंगे.
हर फिल्म में डालते हैं अपनी जान - प्रभास की सबसे बड़ी खासियत है कि वो जो वादा करते हैं उसे हर हाल में पूरी करते हैं. वो अपने काम के प्रति पूरी तरह से कमिटेड होते हैं. एक फिल्म को करने के लिए वो सालों लगा देते हैं. आपको जानकर हैरानी होगी कि फिल्म 'बाहुबली' पर उन्होंने करीब 4 सालों तक काम किया था. फिल्म की कहानी और कलाकारों की मेहनत का ही नतीजा था कि फिल्म भारतीय सिनेमा के इतिहास में दर्ज हो गई.
हर किरदार के लिए करते हैं जमकर होम वर्क - प्रभास की सबसे बड़ी खासियतों में सुमार है उनका होम वर्क. वो अपने हर किरदार को निभाने के लिए जमकर होम वर्क करते हैं. पहले तो वो अपने किरदार को पूरी लगन और धैर्य से समझते हैं और फिर उसपर पूरी मेहनत से अपना रिसर्च करते हैं. उनके मेहनत और होम वर्क का ही नतीजा होता है कि वो जिस भी किरदार को निभाते हैं उसमें जान डाल देते हैं.
मेहनत को मानते हैं एकमात्र ऑप्शन - वो अपने हर किरदार को परफेक्ट तरीके से निभाने के लिए जमकर मेहनत करते हैं. एक फिल्म के लिए उन्होंने वजन बढ़ाया भी है और उसी फिल्म के लिए वजन घटाया भी है. वो किरदार की जरूरत के अनुसार अपने लुक में बदलाव कर लेते हैं. उन्होंने साबित कर दिया है कि सफल होने के लिए मेहनत से बढ़कर कुछ नहीं होता है.
खतरों के असली खिलाड़ी हैं प्रभास - फिल्म 'बाहुबली' में उन्होंने जितना रिस्क लिया, उतना रिस्क लेना किसी के लिए आसान नहीं. तभी तो उनके अलावा कोई दूसरा स्टार 'बाहुबली' के लिए रिस्क नहीं लेना चाह रहा था. उनके रिस्क का ही नतीजा था कि फिल्म इतनी बड़ी हिट साबित हुई. वाकई में वो असली खतरों के खिलाड़ी हैं. कई रिपोर्ट्स में इस बात का दावा किया गया है कि प्रभास से पहले कई सुपरस्टार्स को इस फिल्म का ऑफर मिला था, लेकिन कोई भी फिल्म के लिए इतना ज्यादा समय देने के लिए तैयार नहीं था.
स्टारडम कभी हावी नहीं हुआ - प्रभास आज कितने भी बड़े सुपरस्टार क्यों न बन गए हों, उन्हें कभी इस बात का घमंड नहीं होता. वो अपनी पूरी टीम के साथ काफी अच्छे से पेश आते हैं और हर किसी को अपनी छाप छोड़ने का पूरा मौका देते हैं. फिल्म पर कभी भी उनका स्टारडम हावी नहीं होता.
फैंस की उम्मीदें पूरी करने की करते हैं पुरजोर कोशिश - वो अपनी हर फिल्म के साथ फैंस के दिलों पर खास जगह बनाते हैं और अपनी खास छाप छोड़ते हैं. फिल्म साहो में उनके लिए हिंदी में ही डायलॉग्स लिखे गए थे, जिसे उन्होंने खुद ही डब किया था. उन्हें हिंदी पढ़ने और लिखने में कोई परेशानी नहीं होती. अब वो अपनी अपकमिंग फिल्म 'राधे श्याम' के साथ दर्शकों का दिल जीतने के लिए एक बार फिर से तैयार हैं. इसके अलवा भी उनके पास कई हिंदी फिल्में हैं, जिसके जरिये वो अपने हिंदी दर्शकों के दिलों पर छाने के लिए तैयार हैं.