बॉलीवुड इंडस्ट्री के जाने माने एक्टर गोविंदा के बारे में ये जगजाहिर है कि वो अपनी मां के बहुत ज्याद करीब थे. या यूं कह सकते हैं कि उनके लिए उनकी मां से बढ़कर इस दुनिया में कुछ था ही नहीं. गोविंदा अपनी जिंदगी से जुड़े हर फैसले अपनी मां से पूछकर ही लेते थे. वो एक ऐसे बेटे के तौर पर जाने जाते हैं, जैसा बेटा हर मां पाना चाहेगी. गोविंदा हमेशा अपनी मां के राजा बेटा बनकर रहे.
गोविंदा की मां एक मुस्लिम परिवार से ताल्लुख रखती थीं और उनका नाम नजीम था. लेकिन गोविंदा के पिता से उनकी मां की मुलाकात एक फिल्म के सेट पर हुई थी, जिसके बाद धीरे-धीरे करके पहले दोनों की दोस्ती हुई और फिर वो दोस्ती प्यार में बदल गई. फिर कुछ समय तक प्यार में रहने के बाद दोनों ने शादी कर ली. गोविंदा की मां ने शादी के बाद हिंदू धर्म को अपना लिया था और फिर उनका नाम नजीम से बदलकर निर्मला हो गया. उनके छह बच्चे हुए, जिनमें गोविंदा सबसे छोटे बेटे हैं.
ये भी पढ़ें: जब पहली बार सलमान खान के पीछे दौड़ पड़ी थी भीड़ (When The Crowd Ran After Salman Khan For The First Time)
गोविंदा के जन्म के बाद उनकी मां साध्वी बन गई थीं और इसके साथ ही दिव्य दृष्टि वाली एक औरत भी. उन्होंने कई बार ऐसी भविष्यवाणियां की थी जो सही समय पर सच साबित हुई. उन्होंने गोविंदा को लेकर भी कहा था कि वो 21 साल की उम्र में हीरो बन जाएंगे और बिल्कुल ऐसा ही हुआ भी था. गेविंदा ने अपनी मां की बात मानकर ही फिल्मों में एंट्री की थी. यहां तक कि गोविंदा की मां ने अपने मौत की भविष्यवाणी भी की थी, जो सच साबित हुई थी.
शायद आपको इस बात की जानकारी हो या ना हो, कि एक समय में गोविंदा और एक्ट्रेस नीलम एक-दूसरे से प्यार करते थे और शादी करना चाहते थे. लेकिन गोविंदा की मां को उनका रिश्ता मंजूर नहीं था, इसलिए गोविंदा ने नीलम से शादी नहीं की और दोनों की राहें अलग हो गईं. फिर बाद में साल 1987 में गोविंदा ने सुनीता से शादी कर ली.
एक बार गोविंदा ने अपने संघर्ष के दिनों को याद करते हुए बताया था कि कैसे उन्होंने खुद पर से विश्वास खो दिया था. उन्होंने कहा था कि, "मुझे याद है कि कैसे मेरी मां हर दिन हमारे लिए गाती थीं और हमारे दिन की शुरुआत हमारे साथ उनकी खूबसूरत आवाज को सुनकर होती थी. उस समय लोगों ने उनसे ये भी पूछा कि वो इतनी प्रार्थना क्यों करती हैं, लेकिन घर पाने और सफल होने का हमारा ये सपना उनकी मेहनत और उनके आशीर्वाद का परिणाम है."
वहीं एक बार गोविंदा की वाइफ सुनीता ने कहा था कि, "शादी के पिछले 36 वर्षों में मैंने उन्हें सबसे अच्छा भाई, सबसे अच्छे बेटे, सबसे अच्छे पिता और सबसे अच्छे पति के रूप में देखा है. लेकिन मेरी एक इच्छा है और वो ये है कि मेरे पास उनके जैसा एक बेटा था क्योंकि जिस तरह से वो अपने माता पिता के साथ थे और उन्होंने उनका कितना ख्याल रखा, उससे मुझे उनके जैसा बेटा चाहिए."