सुर्खियों में रही 'द कश्मीर फाइल्स' फिल्म ने इससे गुज़रे आहत कश्मीरी पंडित, आम लोगों को ही नहीं, बल्कि फिल्मी सितारे और सेलिब्रिटीज़ को भी प्रभावित किया है. इसी फ़ेहरिस्त में कंगना रनौत भी है. आज कंगना ने इसे लेकर अपनी बेबाक़ राय रखी. कंगना रनौत ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट इंस्टाग्राम पर एक वीडियो पोस्ट करके अपनी बात कुछ यूं रखी. कंगना ने अपने परिवार के साथ कल रात को 'द कश्मीर फाइल्स' फिल्म देखी. इसके लिए उन्होंने हाथ जोड़ते हुए फिल्म के निर्देशक विवेक अग्निहोत्री और फिल्म की पूरी टीम को धन्य कहा उनका शुक्रिया अदा किया कि उन्होंने इतनी बेहतरीन फिल्म बनाई. उन्होंने अपनी इस फिल्म के ज़रिए देशभर में लोगों को गर्वित महसूस कराया. साथ ही वे यह कहने से भी नहीं चूकीं कि फिल्म इंडस्ट्री उनकी आभारी है कि उन्होंने इस तरह की फिल्म बनाई और हमारे दशकों के पाप को धो दिया, कम कर दिया.
कंगना ने इससे जुड़े कई मुद्दों पर अपनी बातों को पूरे साहस और दबंगई से रखा. उन्होंने कहा कि फिल्म में यह घटना एक रात या एक हादसा मात्र नहीं है, यह एक पूरी सभ्यता पर किया गया वार है. उन्होंने अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए यह भी कहा कि जब भारत का विभाजन हुआ था तब पाकिस्तान में उतने ही हिंदू थे जितने भारत में मुस्लिम, लेकिन आज स्थिति क्या रह गई है. वहां नाममात्र के हिंदू रह गए हैं और यहां की स्थिति आप सभी लोग जानते ही हैं. हिंदुओं को वहां हर रोज़ मार दिया जाता है, रेप कर दिया जाता है, काट कर फेंक दिया जाता है. बांग्लादेश में भी कमोबेश यही स्थिति है. कहां गए वे सभी करोड़ों लोग क्या इसका जवाब है किसी के पास?
वे अपनी बुलंद आवाज़ में यह भी कहती हैं कि बंगाल में कैसे सरकार बनी. वहां भी लोगों को मारने-काटने में कोई कोताही नहीं बरती गई. कोई रोकने-टोकने वाला नहीं रहा. फिर यह सरकार की लड़ाई नहीं है, यह इंसानियत और मानवता की लड़ाई है. उनका कहना है कि हम सभी को इस बारे में सोचना होगा.. विचार करना होगा.. बहुत सारी बातें टीचर्स नहीं बताते, न ही किताबों में लिखी जाती, मीडिया भी नहीं दिखाता… लेकिन हमें अपनी अंतरात्मा को जगाना है और मानवता और इंसानियत के नज़रिए से वस्तुस्थिति को देखना है.
वे यह भी कहती हैं कि जो हमारे आसपास टुकड़े गैंग का कैंसर है उसे देश से निकाल फेंकना है और यह तभी संभव है जब हम अपनी अंतरात्मा की आवाज़ सुने. जब हम सच को जाने और ईमानदारी से अपने कर्तव्य को निभाए. कंगना लोगों को आगाह करते हुए यह भी कहती हैं कि हमें कायरता की पर्दे पर छिपे नहीं रहना है, हमें सामने आकर डटकर मुकाबला करना है.
वह लोगों से अपील करती हैं कि 'द कश्मीर फाइल्स' फिल्म ज़रूर देखें और उस सच को जाने जो हम से अब तक छिपाया गया था. जिसके बारे में हम अनजान थे. कंगना ने हाथ जोड़कर 'द कश्मीर फाइल्स' टीम के सभी लोगों का आभार प्रकट किया और उन्हें इसकी बेहतरीन फिल्म बनाने के लिए बधाई देने के साथ अपनी वाणी को विराम दिया.
यह तो था कंगना रनौत का नज़रिया फिल्म को लेकर और देश में होनेवाली कुछ बातों-हालातों को लेकर. लेकिन यहां पर हम सभी की भी एक ज़िम्मेदारी बनती है कि हम भी हर स्थिति व परिस्थिति को अपने नज़रिए से ईमानदारी और सच्चाई के साथ देखें, समझें और निर्णय लें. अक्सर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कहते हैं कि चुनाव एक उत्सव है, जिसमें हर किसी को हिस्सा लेना चाहिए. सच भी है, तो क्या हमारा फर्ज़ नहीं बनता कि हम भी अपने देश के प्रति अपने कर्तव्य को निभाए और अपनी भागीदारी से सही और सच्चे प्रतिनिधि को चुनने का अवसर प्राप्त करें. हम इस तरह से कहकर ख़ुद को अलग नहीं कर सकते कि हमें राजनीति में दिलचस्पी नहीं. यह बात राजनीति की नहीं हमारे देश की है, हमारे युवाओं के, लोगों के भविष्य की है. जिसमें सभी एकजुट होकर सही बातों के बारे में सोचें और अपना सहयोग देकर शामिल भी हों. कंगना ने अंत में कहा कि साल की यह महत्वपूर्ण फिल्म ज़रूर देखें, इसे मिस ना करें.
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