'मैंने प्यार किया', 'हम आपके हैं कौन' और 'हम साथ-साथ हैं' जैसी सुपर हिट फिल्में बनाने वाले मशहूर डायरेक्टर, प्रोड्यूसर, स्क्रीनराइटर और डिस्ट्रीब्यूटर सूरज बड़जात्या ने अपने करीब 33 साल के करियर में मात्र 7 फिल्में बनाई. आपको जानकर हैरानी होगी, लेकिन ये सच है. 22 फरवरी को उनके जन्मदिन के खास मौके पर हम आपको उनके फिल्मों के बारे में बताएंगे और ये भी बताएंगे कि जहां लोग फिल्मों की लाइन लगा देते हैं, वहीं इतने दिग्गज डायरेक्टर ने सिर्फ 7 फिल्में ही अब तक क्यों बनाई, जबकि उनकी बनाई सारी फिल्में हिट रही है.
बता दें कि सूरज बड़जात्या वो शख्स हैं, जिन्हें भारतीय फिल्म में फैमिली ड्रामा की शुरुआत करने का श्रेय जाता है. इसी वजह से वो बॉलीवुड इंडस्ट्री के संस्कारी डायरेक्टर के तौर पर भी जाने जाते हैं. उन्होंने अब तक जितनी भी फिल्में बनाई, वो सबके सब प्रेम कहानी और पारिवारिक ड्रामा पर आधारित रही. उनकी हर फिल्म ने बॉक्स ऑफिस रिकॉर्ड तोड़ काम किया.
सूरज बड़जात्या को उनके परिवार से ही फिल्मों के बारे में जानने का मौका मिला. उनके दादाजी का नाम तारा चंद बड़जात्या था. उन्होंने ही राजश्री प्रोडक्शन की शुरुआत की थी. तो वहीं सूरज बड़जात्या के पिता राजकुमार बड़जात्या भी काफी फेमस प्रोड्यूसर रहे हैं. सूरज बड़जात्या फिल्म बनाने का गुड़ सीखना चाहते थे, जिसके लिए वो महेश भट्ट के असिस्टेंड डायरेक्टर के तौर पर काम करने लगे थे. इसके बाद जब उन्हें लगा कि अब वो फिल्म बना सकते हैं, तो उन्होंने साल 1989 में अपनी पहली फिल्म बनाई, जिसका नाम था 'मैंने प्यार किया'. उन्होंने अपने अब तक के करियर में सिर्फ 7 फिल्में ही बनाई. हालांकि उनके प्रोडक्शन हाउस में ढेर सारी फिल्में बनती रहती हैं, लेकिन उन्होंने जो फिल्में बनाई वो 7 ही हैं. चलिये जानते हैं उन फिल्मों के बारे में.
मैंने प्यार किया - साल 1989 में सूरज बड़जात्या ने अपनी पहली फिल्म 'मैंने प्यार किया' को नए साल के मौके पर रिलीज किया था. उनकी इस फिल्म ने बॉक्स ऑफिस पर धमाल मचाने का काम किया था. हर किसी ने उनके फिल्म के इस कॉन्सेप्ट की जमकर तारीफ की थी. इस फिल्म के लीड रोल में एक्टर सलमान खान हैं, तो वहीं भाग्यश्री ने अपने फिल्मी करियर की शुरुआत इसी फिल्म से की थी. सलमान खान को फिल्मों का प्रेम बनाने का श्रेय सूरज बड़जात्या को ही जाता है. बता दें कि इस फिल्म को सूरज बड़जात्या ने ही लिखा भी और डायरेक्ट भी किया था. फिल्म की स्टोरी से लेकर गाने तक ने लोगों के दिलों पर अपनी छाप छोड़ दी.
हम आपके हैं कौन - फिल्म 'हम आपके हैं कौन' को भला कौन भूल सकता है. इस फिल्म को भी सूरज बड़जात्या ने लिखा भी और डायरेक्ट भी किया था. एक बार फिर से उन्होंने अपनी फिल्म के लिए सलमान खान को ही चुना, तो वहीं एक्ट्रेस के तौर पर माधुरी दीक्षित को कास्ट किया गया. इस फिल्म ने हर किसी के दिल को जीत लिया था. बता दें कि उस दौर में इस फिल्म ने करीब 135 करोड़ रूपये की कमाई की थी.
हम साथ-साथ हैं - 5 नवंबर 1999 को रिलीज हुई फिल्म 'हम साथ-साथ हैं' ने भी हर ओर धूम मचा दी थी. सूरज बड़जात्या की इस फिल्म में फिर से सलमान तो थे ही, उनके अलावा सैफ अली खान, तब्बू, सोनाली बेंद्रे और करिश्मा कपूर समेत कई स्टार्स एक साथ नज़र आए थे. इस फिल्म ने भी बॉक्स ऑफिस पर लोगों की भीड़ इकट्ठा करने में जबरदस्त कामयाबी हासिल की थी.
मैं प्रेम की दीवानी हूं - साल 2003 में आई सूरज बड़जात्या की फिल्म 'मैं प्रेम की दीवानी हूं' में रितिक रौशन, अभिषेक बच्चन और करीना कपूर की तिकड़ी ने भी लोगों के दिलों को जीतने में कोई कसर नहीं छोड़ी. ये फिल्म भी बॉक्स ऑफिस पर हिट साबित हुई थी.
विवाह - साल 2003 में आई फिल्म 'विवाह' की अनोखी प्रेम कहानी ने लोगों के प्रेम के नज़रिये को पूरी तरह से बदलने का काम किया. इस फिल्म में शाहिद कपूर और अमृता राव की जबरदस्त कैमिस्ट्री ने लोगों को दीवाना बना दिया. फिल्म की खूबसूरत स्टोरी ने हर किसी के दिल को जीत लिया. बता दें कि इस फिल्म को बनाने में जो लागत लगी थी वो करीब 8 करोड़ थी. लेकिन इस फिल्म ने करीब 53 करोड़ रुपये की कमाई की थी.
एक विवाह ऐसा भी - सूरज बड़जात्या ने इस फिल्म को लिखा, लेकिन उन्होंने इसे डायरेक्ट नहीं किया था. इस फिल्म को डायरेक्ट करने की जिम्मेजारी उन्होंने कौशिक घाटक को दिया. फिल्म में सोनू सूद और ईशा कोप्पिकर लीड रोल में नज़र आए थे. हालांकि ये फिल्म बॉक्स ऑफिस पर कुछ ज्यादा कमाल नहीं दिखा पाई थी.
प्रेम रत्न धन पायो - एक बार फिर से सूरज बड़जात्या ने सलमान खान को लेकर फिल्म 'प्रेम रतन धन पायो' बनाया. इस बार उनकी इस फिल्म ने वर्ल्ड वाइड 400 करोड़ के आंकड़े को पार कर दिया. सूरज बड़जात्या के आइकॉनिक स्टाइल ने एक बार फिर से बॉक्स ऑफिस पर रिकॉर्ड तोड़ कमाई करने का काम किया था.
सूरज बड़जात्या ने जो भी फिल्में बनाई वो हिट रही और लोंगो के दिलों पर अपनी छाप छोड़ने वाली रही. ऐसे में सवाल ये उठता है, कि आखिर उन्होंने अपने अब तक के करियर में सिर्फ 7 फिल्में ही क्यों बनाई? तो इस बारे में सूरज बड़जात्या ने तो कभी कुछ नहीं कहा, लेकिन रिपोर्ट्स की मानें तो वो अपनी हर फिल्म को बहुत ही ज्यादा परफेक्शन के साथ बनाना चाहते हैं, जिसकी वजह से वो कम फिल्में बनाते हैं. वैसे आपका इसपर क्या कहना है हमें कमेंट कर जरूर बताएं.