अनिल कपूर और श्रीदेवी स्टारर फिल्म 'मिस्टर इंडिया' साल 1987 में भले ही रिलीज़ हुई हो, लेकिन आज भी दर्शक इस फिल्म को देखना पसंद करते हैं, इसलिए यह आज भी दर्शकों की पसंदीदा फिल्मों में शुमार है. फिल्म में अनिल कपूर जहां मिस्टर इंडिया बने थे तो वहीं विलेन के तौर पर दिवंगत अभिनेता अमरीश पुरी को 'मोगैंबो' के किरदार में देखा गया था. फिल्म में मोगैंबो का किरदार निभाकर अमरीश पुरी को काफी पॉपुलैरिटी मिली थी और उनकी दर्शकों के बीच काफी सराहना भी हुई थी, लेकिन क्या आप जानते हैं कि फिल्म में मोगैंबो के किरदार के लिए अमरीश पुरी पहली पसंद नहीं थे. आखिर कौन से एक्टर इस रोल के लिए मेकर्स की पहली पसंद थे, चलिए जानते हैं.
हालांकि इस बात को बहुत कम लोग ही जानते हैं कि अमरीश पुरी से पहले मेकर्स की पहली पसंद बॉलीवुड के दिग्गज एक्टर अनुपम खेर थे और उन्हें ही अमरीश पुरी से पहले मोगैंबो के रोल के लिए साइन किया गया था. रिपोर्ट्स के मुताबिक, अनुपम खेर ने एक इंटरव्यू में फिल्म 'मिस्टर इंडिया' को लेकर बात की थी और बताया था कि 'मिस्टर इंडिया' में मोगैंबो का किरदार पहले उन्हें ऑफर किया गया था. यह भी पढ़ें: जब धक-धक गर्ल माधुरी दीक्षित की एक झलक पाने के लिए बहाने से घर में घुसा था शख्स, एक्ट्रेस ने बताया यह मज़ेदार किस्सा (When a Man Had Entered in House to See Madhuri Dixit, Actress Told About This Funny Incident)
एक्टर ने बताया कि फिल्म में मोगैंबो के किरदार के लिए साइन करने के करीब एक या दो महीने बाद मेकर्स ने मुझे अमरीश पुरी के साथ रिप्लेस कर दिया था. अनुपम ने आगे बताया कि अक्सर जब किसी एक्टर को किसी फिल्म से बाहर कर दिया जाता है तो उसे बुरा लगता है, लेकिन जब मैंने जब मिस्टर इंडिया में अमरीश पुरी जी के काम को देखा तो मुझे फिल्म से निकाले जाने का ज़रा सा भी अफसोस नहीं हुआ. यह भी पढ़ें: जब शूटिंग के दौरान श्रीदेवी को हंटर से मारने के बाद रोने लगे थे मशहूर विलेन रंजीत, वजह थी बेहद हैरान करने वाली (When Famous Villain Ranjeet Started Crying After beaten Sridevi with a Hunter During the Shoot, Reason Was Very Surprising)
गौरतलब है कि 'मिस्टर इंडिया' जब सिनेमा घरों में रिलीज़ हुई थी तो कमाई के मामले में फिल्म ने सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए थे. यह फिल्म दर्शकों को इतनी ज्यादा पसंद आई थी कि यह साल 1987 की सबसे ज्यादा कमाई करने वाली दूसरी फिल्म बन गई थी. इस फिल्म की सक्सेस को देखते हुए बाद में इसे तमिल और कन्नड़ भाषा में भी रिलीज़ किया गया था.