बॉलीवुड एक्टर जैकी श्रॉफ को उनके चाहने वाले प्यार से जग्गू दादा कहकर बुलाते हैं. वो अपनी नेकदिली के लिए फैन्स के बीच काफी फेमस हैं. उन्होंने बॉलीवुड की कई फिल्मों में काम किया है, लेकिन उनकी पर्सनल लाइफ की कहानी किसी फिल्मी कहानी से कम नहीं है. गरीबी में बचपन गुज़ारने वाले जैकी श्रॉफ किसी समय में मुंबई की एक चॉल में रहने को मजबूर थे, लेकिन वो हमेशा से ही एक नेकदिल इंसान रहे हैं जो हमेशा लोगों की मदद के लिए आगे रहते थे. उनकी ज़िंदगी में एक ऐसा दिन भी आया था, जब काफी कोशिशों के बाद वो अपने भाई की जान बचाने में नाकाम हो गए थे और उनकी आंखों के सामने भाई ने दम तोड़ दिया था. आखिर वो जग्गू दादा कैसे बनें, चलिए जानते हैं इसके पीछे का किस्सा...
बचपन के दिनों में जैकी श्रॉफ के परिवार की माली हालत काफी खस्ता थी, जिसके चलते उन्हें बीच में ही अपनी पढ़ाई छोड़नी पड़ी थी. जैकी श्रॉफ ऊर्फ जयकिशन काकूभाई के जग्गू दादा बनने के पीछे की कहानी काफी भावुक करने वाली है. एक इंटरव्यू में जैकी ने इसका खुलासा करते हुए बताया था कि उनके एक बड़े भाई थे, जो चॉल के दादा भी थे और वो चॉल में रहने वालों के लिए मसीहा भी थे. उन्होंने बताया था कि सबकी मदद के लिए आगे रहने वाले उनके भाई के साथ एक दर्दनाक हादसा हो गया था. यह भी पढ़ें: इन सितारों ने फिल्मों से की थी अपने एक्टिंग करियर की शुरुआत, लेकिन छोटे पर्दे पर आने के बाद मिली शोहरत (These Stars Started Their Acting Career With Films, But Got Fame After Coming to The Small Screen)
जैकी ने बताया था कि वो करीब 10 साल के थे, तभी वो अपने भाई के साथ समंदर किनारे घूम रहे थे. इस दौरान उनके भाई की नज़र एक ऐसे शख्स पर पड़ी जो पानी में डूब रहा था और मदद के लिए गुहार लगा रहा था. शख्स को डूबते देख जैकी के भाई पानी में कूद गए और वो भी डूबने लगे, क्योंकि उन्हें तैरना नहीं आता था. भाई को डूबते देख जैकी ने एक केबल तार उनकी तरफ फेंका, लेकिन काफी कोशिशों के बाद भी वो अपने भाई को बचा नहीं सके और उनकी आंखों के सामने ही उनके भाई ने दम तोड़ दिया.
अपनी आंखों के सामने अपने भाई को मरते देख जैकी श्रॉफ बुरी तरह से टूट गए थे, फिर उन्होंने तय किया कि वो अपने भाई की तरह बस्ती के लोगों की मदद करेंगे और इस तरह से वो जयकिशन यानी जैकी से जग्गू दादा बन गए. हालांकि जैकी श्रॉफ नाम उन्हें बॉलीवुड में आने के बाद मिला. बताया जाता है कि देव आनंद साहब ने सबसे पहले उन्हें फिल्म के लिए ऑफर दिया था. यह भी पढ़ें: जब गरीबी से दुखी होकर सुसाइड करने वाले थे कैलाश खेर, जानें उनकी ज़िंदगी के कुछ अनोखे किस्से (When Kailash Kher Was About To Commit Suicide Due To Poverty, Know Some Unique Stories Of His Life)
इसके बाद उन्हें सुभाष घई की फिल्म 'हीरो' में काम करने का ऑफर मिला और फिल्म ने बॉक्स ऑफिस पर धमाल मचा दिया. इस फिल्म की कामयाबी के साथ ही जयकिशन श्रॉफ सुपरस्टार जैकी श्रॉफ बन गए. इस फिल्म के बाद से उन्हें कभी पीछे मुड़कर नहीं देखना पड़ा. फिल्मी दुनिया में शोहरत और कामयाबी हासिल करने के बाद भी वो अपने बचपन के मुश्किल भरे दिनों को नहीं भूले हैं. उन्होंने अपने फिल्मी करियर में 200 से भी ज्यादा फिल्मों में काम किया है.