सदी के महानायक अमिताभ बच्चन (Amitabh Bachchan के बेटे अभिषेक बच्चन (Abhishek Bachchan) के बाद अब उनकी पत्नी ऐश्वर्या राय बच्चन (Aishwarya Rai Bachchan) को दिल्ली के ईडी दफ्तर (Delhi's ED Office) में पूछताछ के लिए बुलाया गया है. दरअसल, प्रवर्तन निदेशालय ने पूछताछ के लिए ऐश्वर्या को समन भेजा था, जिसके बाद सोमवार को ऐश्वर्या राय दिल्ली में ईडी के दफ्तर पहुंचीं. इससे पहले हाल ही में अभिषेक बच्चन को भी समन किया गया था. दरअसल, ऐश्वर्या को पनामा पेपर्स से जुड़े मामले में पूछताछ के लिए समन किया गया है. बताया जा रहा है कि पनामा पेपर्स मामले में ऐश को इससे पहले भी दो बार बुलाया गया था, लेकिन उन्होंने दोनों बार स्पेशल इंवेस्टिंग टीम के सामने नोटिस को स्थगित करने की अपील की थी.
रिपोर्ट्स के मुताबिक, ऐश्वर्या राय बच्चन के दिल्ली पहुंचने से पहले ही ईडी के अधिकारियों ने उनसे पूछे जाने वाले सवालों की लिस्ट तैयार कर ली थी. बताया जा रहा है कि पनामा पेपर्स मामले में भारत के सैकड़ों लोगों, जिनमें कई राजनेताओं, एक्टर्स, खिलाड़ी और बिज़नेसमैन के नाम शामिल हैं. यह भी पढ़ें: अभिषेक बच्चन ने सुनाया अमिताभ बच्चन की गरीबी से जुड़ा दर्दनाक किस्सा, खाने के लिए स्टाफ से लेने पड़ते थे पैसे उधार (Abhishek Bachchan Narrated A Painful Anecdote Related To Amitabh Bachchan’s Poverty, Had To Borrow From The Staff For Food)
ऐश्वर्या राय से करीब एक महीने पहले अभिषेक बच्चन भी ईडी के दफ्तर में पहुंचे थे, जहां उन्होंने कुछ दस्तावेज़ भी ईडी अधिकारियों को सौंपे थे. अब सूत्रों के हवाले से आ रही खबर के मुताबिक, ईडी जल्द ही इस मामले में अमिताभ बच्चन को भी समन भेज सकती है.
जिस मामले में ईडी अभिषेक बच्चन के बाद ऐश्वर्या राय बच्चन से पूछताछ कर रही है, उसके बारे में बात करें तो पनामा एक लैटिन अमेरिकी देश है, जहां स्थित लॉ फर्म मोसेक फोंसेका के एक करोड़ दस लाख दस्तावेज़ लीक हुए थे. लीक दस्तावेजों के ज़रिए खुलासा हुआ था कि कुछ पावरफुल लोगों ने पनामा, वर्जिन आइलैंड और बहामास जैसे टैक्स हैवन देशों में बड़े पैमाने पर निवेश किया था, क्योंकि यहां टैक्स के नियम काफी आसान हैं और निवेश करने वालों की पहचान गुप्त रखी जाती है.
पनामा पेपर लीक मामले में मोसेक फोंसेका के इन लीक हुए लीगल दस्तावेज़ों के डेटा को जर्मन न्यूज़ पेपर Süddeutsche Zeitung ने 3 अप्रैल 2016 को रिलीज़ किया था. इसमें भारत के कई राजनेता, बिज़नेसमैन और सेलिब्रिटीज़ के नाम शामिल थे, जिन पर मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप लगे थे. यह भी पढ़ें: ट्रोलर्स पर बुरी तरह से भड़के अभिषेक बच्चन, बेटी आराध्या का मज़ाक उड़ाने वालों की ऐसे लगाई क्लास (Abhishek Bachchan Got Furious at Trollers, Actor Slammed Those Who Trolls His Daughter Aaradhya)
गौरतलब है कि डेटा में 1977 से 2015 के आखिर तक की जानकारी दी गई थी. बता दें कि 1977 में बनी मोसेक फोंसेका एक लॉ फर्म है, जिसके 35 देशों में ऑफिस है, लेकिन उस फर्म का हेडक्वार्टर पनामा में है. यह फर्म अलग-अलग देशों में ताकतवर और अमीर लोगों से फीस के तौर पर मोटी रकम लेकर उन्हें वित्तीय सलाह देती है.