26/11 यानी वो खौफनाक दिन, जब हंसती-खिलखिलाती मुम्बई अचानक ही दहशत से घिर गई. रेलवे स्टेशन, ताज होटल, कैफे, हॉस्पिटल जैसी जगहों को आतंकवादियों द्वारा निशाना बनाया गया, जिसमें कई लोगों की जान गई और 300 से ज्यादा लोग घायल हुए थे. 26/11 हमले पर कई फिल्में और वेब सीरीज़ बनाई जा चुकी हैं. आज 26/11 हमले की बरसी पर हम आपको बता रहे हैं बॉलीवुड की उन फिल्मों के बारे में जिसने मुंबई में हुए हमले के दर्द के खौफनाक मंजर को पर्दे पर बयां कर चुके हैं.
होटल मुंबई
साल 2019 में बनी ये फ़िल्म डॉक्यूमेंट्री 'सर्वाइविंग मुंबई' से प्रेरित थी. 26 नवंबर को हुए हमले में ताज होटल आतंकवादियों का मुख्य निशाना था. ये फ़िल्म ताज होटल के स्टाफ पर आधारित है, जिसमें दिखाया गया है कि होटल के स्टाफ ने कैसे अपने गेस्ट की जान बचाई और उस दिन होटल के अंदर का मंजर कितना खौफनाक था. फिल्म में उन फैमिलीज़ का दर्द भी दिखाया गया है, जिन्होंने उस दिन अपनों को खो दिया. 'स्लमडॉग मिलेनियर' फेम देव पटेल से लेकर अनुपम खेर ने बेहतरीन एक्टिंग से इस फ़िल्म को यादगार बना दिया.
द अटैक ऑफ 26/11
मुंबई हमले पर आधारित राम गोपाल वर्मा की इस फिल्म में नाना पाटेकर ने मुंबई पुलिस के ज्वाइंट कमिश्नर का रोल किया था. किरदार में नजर आए हैं। फिल्म में आतंकियों के मुंबई आने से लेकर, हमला करने की योजना बनाने, हमले के दौरान पुलिस और सुरक्षाकर्मियों के बलिदान से लेकर आतंकी कसाब के पकड़े जाने और उससे सच उगलवाने तक हमले की पूरी कहानी को शानदार तरह से दिखाया गया है. अगर आपने ये फ़िल्म अब तक नहीं देखी है तो आज ज़रूर देखें.
वन लेस गॉड
26/11 पर बनी बाकी फिल्मों में जहां पुलिस और आम लोगों की कहानी को दिखाया गया है, वहीं 'वन लेस गॉड' फिल्म की कहानी उन फॉरेन टूरिस्ट पर आधारित है, जो उस हमले में आतंकियों की बर्बरता का निशाना बने. फिल्म में टूरिस्ट और उनके सर्वाइवल कहानी दिखाई गई है. इस फिल्म में सुखराज दीपक, जोसेफ माल्हर, मिहिका राव और कबीर सिंह मुख्य भूमिकाओं में हैं.
शाहिद
'शाहिद' में 26/11 मुंबई हमले के एक अलग पक्ष को दिखाया गया है. ये एक ऐसे मुलसमान लड़के की कहानी है, जिसे POTA कानून के तहत गिरफ्तार करके खूब टॉर्चर किया जाता है. फिर रिहाई के बाद ये लड़का वकालत की पढ़ाई करता है और उस शाहिद फहीम अंसारी के लिए कोर्ट में जिरह करता है, जिस पर 26/11 के हमलों में शामिल होने का आरोप है. यह फिल्म मानवाधिकार कार्यकर्ता और वकील शाहिद आजमी की रियल लाइफ पर बेस्ड है.
फैंटम
इस फिल्म की कहानी हुसैन जैदी की किताब 'मुंबई एवेंजर्स' पर आधारित है. कबीर खान के डायरेक्शन में बनी यह फिल्म बदला लेने की भी कहानी बयां करती है. फ़िल्म में सैफ अली खान और कटरीना कैफ मेन लीड में नज़र आए थे.
ताज महल
मुंबई हमले पर बनी ये फ़िल्म दूसरी फिल्मों से अलग है. इस फिल्म में 18 साल की एक फ्रांसीसी लड़की की कहानी दिखाई गई है, जो हमले के दौरान होटल के कमरे में अकेली होती है. इस फिल्म में उस फ्रांसीसी लड़की के डर और खौफ को इतने बेहतरीन ढंग से दिखाया गया है कि फ़िल्म ने सभी के दिल को छू लिया था.