टीवी की जानी मानी एक्ट्रेस दिव्यांका त्रिपाठी किसी पहचान की मोहताज नहीं हैं. आज उनका नाम टीवी इंडस्ट्री की बड़ी और सक्सेसफुल एक्ट्रेसेस में शुमार है. टीवी शो 'बनूं मैं तेरी दुल्हन' में विद्या का किरदार निभाकर पॉपुलैरिटी हासिल करने वाली दिव्यांका को लगता है कि उनका यह पहला शो उनके लिए एक अभिनय स्कूल की तरह था, जहां से उन्होंने एक अच्छी एक्ट्रेस बनने का सबक सीखा है. 'खतरों की खिलाड़ी 11' के ग्रैंड फिनाले के बाद शो की फर्स्ट रनर अप रहीं दिव्यांका अपने परिवार के साथ कुछ समय बिताने के लिए होम टाउन भोपाल चली गई थीं. हाल ही में उन्होंने ई-टाइम्स को दिए इंटरव्यू में बॉडी शेमिंग पर खुलकर अपनी राय रखी और कहा कि वंडर वुमन होने के लिए साइज़ ज़ीरो होना ज़रूरी नहीं है.
टेली इंडस्ट्री में अपने करियर के शुरुआती दिनों के बारे में बात करते हुए दिव्यांका ने कहा कि जब मैं 'बनूं मैं तेरी दुल्हन' के साथ इंडस्ट्री में आई तो मैं बहुत भोली थी. शो में विद्या के कैरेक्टर ने मुझे एक्टिंग के मामले में बहुत कुछ सिखाया. इस भूमिका ने मुझे न सिर्फ प्रेरित किया, बल्कि मुझे कुछ और चुनौतीपूर्ण भूमिकाओं के लिए भी तैयार किया. एक्ट्रेस ने बताया कि वो डेली सोप और डांस रियलिटी शो में हिस्सा लेने के बाद आखिरकार 'खतरों के खिलाड़ी 11' का हिस्सा बनने के लिए तैयार हुईं और शो की फर्स्ट रनर अप भी बनीं. यह भी पढ़ें: दुबई में शानदार स्काई डिनर के सरप्राइज़ के साथ दिव्यांका त्रिपाठी ने पति विवेक दहिया के बर्थडे को यूं बनाया बेहद ख़ास… (Dinner In The Sky: Divyanka Tripathi Celebrates Husband Vivek Dahiya’s Birthday In Dubai,See Pictures)
दिव्यांका का कहना है कि उन्हें कई बार इस शो के लिए ऑफर किया गया, लेकिन किसी अन्य प्रोजेक्ट में बिज़ी होने के कारण वो हिस्सा नहीं ले सकीं. इस साल वो फ्री थी, लेकिन कुछ हेल्थ इश्यू की वजह से उन्होंने शो के लिए हां कहने से पहले थोड़ा समय लिया. स्लिप डिस्क और लिगामेंट की समस्या से पीड़ित दिव्यांका ने अपना एमआरआई कराया और पूरी तरह से आश्वत होने के बाद उन्होंने शो के लिए हामी भरी. दिव्यांका की मानें तो उनके पास तैयारी के लिए 14 दिन थे, जिसमें उन्होंने स्विमिंग से जुड़ी कुछ बुनियादी बातें सीखीं. उनके पति विवेक दहिया ने भी मानसिक, शारीरिक और भावनात्मक रूप से तैयार होने में काफी मदद की.
बता दें कि 'खतरों के खिलाड़ी 11' से पहले दिव्यांका की एक आदर्श बहू की छवि थी, जब उन्होंने शो में एंट्री की तो उनके बॉडी टाइप और परफॉर्मेंस को लेकर कई सवाल उठे, जिससे वो भी परेशान हो गईं. हालांकि बाद में शो में स्टंट के दौरान उनके जीतने के जज्बे और निडर रवैये ने सभी को हैरान कर दिया. बॉडी शेमिंग को लेकर वह कहती हैं कि एक महिला को अद्भुत महिला होने के लिए साइज़ ज़ीरो फिगर या एंजेलीना जोली की तरह दिखने की ज़रूरत नहीं है.
एक्ट्रेस कहती हैं कि हमारी सोसायटी ने हमेशा एक विशेष बॉडी टाइप का परफेक्ट फिगर के तौर पर लेबल करने का समर्थन किया है, जो काफी निराशाजनक है. मुझे नहीं पता कि हमारी मानसिकता का ऐसा दृष्टिकोण क्यों है. मैं कभी बेस्ट नहीं थी, लेकिन मुझमें हमेशा सीखने का जोश था. मुझे हमेशा खुद पर विश्वास था और यही एकमात्र कारण है कि मैं शो में अच्छा प्रदर्शन सकी. मैंने कभी कोई काम नहीं छोड़ा, जीत और हार हमारे दिमाग हैं, लेकिन मैंने हमेशा देखने, सीखने और आगे बढ़ने में विश्वास किया है. यह भी पढ़ें: दिवाली पर ‘नो बिंदी नो बिज़नेस’ कैंपेन को लेकर भड़कीं दिव्यांका त्रिपाठी, बोलीं- हैरान हूं जब कोई महिला ही ऐसी चीज़ों को बढ़ावा देती है, हिंदू धर्म में पसंद का सम्मान होता है, क्या पर्दा व सतीप्रथा भी वापस चाहते हैं आप? (‘Next You’ll Want Purda-System & Then Satipratha Back?’ Divyanka Tripathi Slams ‘No Bindi No Business’ Campaign Around Diwali)
दिव्यांका का यह भी कहना है कि वो फिल्मों और वेब शोज़ में नेगेटिव कैरेक्टर प्ले करने के लिए तैयार हैं. दरअसल, दिव्यांका अब नई शैलियों का पता लगाना चाहती हैं और वो एक नेगेटिव कैरेक्टर या ग्रे शेड्स वाली भूमिका निभाने को लेकर सहज हैं. उन्होंने कहा कि अगर मुझे किसी फिल्म या वेब शो के लिए नेगेटिव भूमिका की पेशकश की जाती है तो मैं वो करना चाहूंगी, लेकिन टीवी शो के लिए नेगेटिव भूमिका नहीं करना चाहूंगी.