गलत लाइफस्टाइल, असंतुलित भोजन, एक्सरसाइज न करना, तनाव, काम का बढ़ता बोझ आदि अनेक कारण हैं, जो पुरुषों में घटते स्पर्म काउंट के लिए जिम्मेदार हैं. स्पर्म काउंट कम होने पर पुरुषों की फर्टिलिटी पर असर पड़ता है. अगर पुरुष चाहें तो अपनी डायट में कुछ ऐसी चीज़ों को शामिल कर सकते हैं, जिनका सेवन करके वे स्पर्म क्वालिटी और काउंट के साथ ही स्टैमिना को भी बढ़ा सकते हैं.
गलत लाइफस्टाइल, असंतुलित भोजन, एक्सरसाइज न करना, तनाव, काम का बढ़ता बोझ आदि अनेक कारण हैं, जो पुरुषों में घटते स्पर्म काउंट के लिए जिम्मेदार हैं. स्पर्म काउंट कम होने पर पुरुषों की फर्टिलिटी पर असर पड़ता है. अगर पुरुष चाहें तो अपनी डायट में कुछ ऐसी चीज़ों को शामिल कर सकते हैं, जिनका सेवन करके वे स्पर्म क्वालिटी और काउंट के साथ ही स्टैमिना को भी बढ़ा सकते हैं.
अनेक अध्ययनों से भी यह बात साबित हुई है कि पुरुषों में स्पर्म की क्वांटिटी के अलावा क्वालिटी भी काफी मायने रखती है. इसलिए पुरुषों को नियमित रूप से ऐसी डायट लेनी चाहिए, जिससे उनके स्पर्म काउंट में वृद्धि हो. हम बताते हैं ऐसे फूड्स के बारे में, जिन्हें खाने से पुरुषों की स्पर्म की क्वांटिटी और क्वालिटी दोनों में सुधार होगा.
अंडा: प्रोटीन रिच अंडा पुरुषों में स्पर्म काउंट बढ़ाने में मदद करता है. इसमें विटामिन ई बहुत अधिक मात्रा में होता हैं, जो स्पर्म की गतिशीलता को बढ़ाने में सहायक होता है, साथ ही अंडे स्पर्म को फ्री रेडिकल्स से भी बचाते हैं, जिससे फर्टिलाइजेशन की संभावना दोगुनी हो जाती है. बहुत ज़िंक होने के कारण यह स्पर्म काउंट को बढ़ाने में मदद करता है.
कैसे खाएं? रोज़ाना उबले हुए अंडे खाएं. चाहे तो ऑमलेट या भुर्जी बनाकर भी खा सकते हैं.
केला: मैग्नीशियम, विटामिन बी1 और सी से समृद्ध केला पुरुषों में स्पर्म बढ़ाने में मदद करता है और बिगड़े हुए मूड को अच्छा करता है. रोज़ाना केला खाने से स्पर्म प्रोडक्शन बढ़ता है. इसमें ब्रोमेलैन नामक एंजाइम मौजूद होता है, जो स्पर्म काउंट को बढ़ाता है.
कैसे खाएं? केला और दूध की स्मूदी बनाकर पीएं या फिर केले को फ्रूट सलाद में भी खा सकते हैं.
अनार: शोधों के मुताबिक अनार का जूस स्पर्म काउंट और क्वालिटी बढ़ाता है. एंटीऑक्सीडेंट्स से भरपूर होने के कारण अनार स्पर्म के लेवल को बढ़ाने और स्पर्म प्रोडक्शन की गुणवत्ता को बेहतर करने में मदद करता है.
कैसे खाएं: अनार का जूस बनाकर भी रोज़ पीएं. फ्रूट सलाद में अनार के दाने मिलाकर खा सकते हैं
डार्क चॉकलेट: इसमें 70% से अधिक कोको, अमिनो एसिड्स, उच्च मात्रा में एंटीऑक्सीडेंट्स पॉलीफेनोल्स और फ्लेवनॉल्स होते हैं, जो पुरुषों की फर्टिलिटी को प्रभावित करनेवाले फ्री रेडिकल्स को दूर करने में मददगार होते हैं. लेकिन ज्यादा डार्क चॉकलेट खाने से वजन बढ़ता है और शरीर में टेस्टोस्टेरॉन हार्मोन असंतुलित होता है, जिसके कारण स्पर्म काउंट कम हो जाता है.
कैसे खाएं? डार्क चॉकलेट को स्वीट के तौर पर खाएं.
गाजर: बीटा-कैरोटीन का एक बेहतरीन स्रोत है गाजर. इसमें एंटीऑक्सीडेंट्स बहुत अधिक मात्रा में होते हैं, जो स्पर्म को फ्री रेडिकल्स से बचाते है, साथ ही यह एग को स्पर्म को पहुंचाने में मदद करता है.
कैसे खाएं? गाजर का जूस बनाकर पीएं. सलाद और सब्ज़ी में भी गाजर खा सकते हैं
दाल: फोलिक एसिड से भरपूर दालें स्पर्म के प्रोडक्शन मेंअहम भूमिका निभाती हैं. पुरुषों में फोलिक एसिड की कमी होने पर उनमें क्रोमोसोम अब्नोर्मलिटी हो सकती हैं.
कैसे खाएं? लंच या डिनर में कम से कम 1 कटोरी दाल जरूर खाएं.
पालक: इसमें मौजूद फॉलिक एसिड हेल्दी शुक्राणु के उत्पादन में मदद करता है. शरीर में फॉलिक एसिड की कमी होने पर अनहेल्दी स्पर्म्स का प्रोडक्शन होता है, जिसके कारण स्पर्म्स को एग्स तक पहुंचने में मुश्किल होती है.
कैसे खाएं? पालक की सब्ज़ी और दाल-पालक बनाकर खाएं.
टमाटर: टमाटर में लाइकोपीन नामक एंजाइम होता है, जो स्पर्म की संरचना (बनावट) और उसकी एक्टिविटी को बेहतर बनाने में मदद करता है. रोज़ाना टमाटर भोजन में खाने से पुरुषों में फर्टिलिटी बढ़ती है.
कैसे खाएं? टमाटर का जूस पीएं. सब्ज़ी और सलाद बनाकर भी खा सकते हैं
ब्रोकोली: विटामिन ए की कमी होने पर पुरुषों में फर्टिलिटी लेवल कम हो जाता है. ब्रोकोली में ऐसे पौष्टिक तत्व होते होते हैं, जिनसे बॉडी में हेल्दी औरएक्टिव स्पर्म बनते हैं
कैसे खाएं? ब्रोकोली को तेज़ आंच पर पकाकर खाएं.
शतावरी: विटामिन सी से समृद्ध शतावरी स्पर्म को फ्री रेडिकल्स से बचाने में मदद करता है. इसका सेवन करने से स्पर्म काउंट बढ़ाता है और फर्टिलिटी में सुधार करता है.
कैसे खाएं? आधा टीस्पून शतावारी चूर्ण को गरम दूध के साथ लें.
अश्वगंधा: इसका नियमित तौर से सेवन करने से पुरुषों में न केवल टेस्टोस्टेरोन का स्तर बढ़ता है, बल्कि यह इरेक्टल डिसफंक्शन के उपचार में भी मदद करता है
कैसे खाएं? रोज़ अश्वगंधा की चाय बनाकर इसका सेवन करें.
लहसुन: जिन पुरुषों में फर्टिलिटी की समस्या होती है, उनके लिए लहसुन बहुत फायदेमंद होता है. लहसुन स्पर्म के उत्पादन को बढ़ाने में मदद करता है. इसमें एलिसिन नामक होता है कम्पाउंड मेल ऑर्गन में ब्लड फ्लो बढ़ाता है और उन्हें किसी भी प्रकार की क्षति होने से बचाता है. इसमें सेलेनियम नामक एक और महत्वपूर्ण एंजाइम होता है, जो स्पर्म काउंट को बढ़ाने में मदद करता है.
कैसे खाएं? रोज सुबह लहसुन की 3-4 कलियां चबाकर खाने से सीमेन वॉल्यूम बढ़ता है. इसके अलावा दाल-सब्ज़ी में मिलाकर खाएं.
अंजीर: विटामिन्स, मिनरल्स, पैंटोथेनिक एसिड, कॉपर और फाइबर से भरपूर अंजीर पुरुषों की सेहत के लिए काफी फायदेमंद हैं. इसे खाने से पुरुषों की फर्टिलिटी बेहतर होती है. रोज़ाना अंजीर खाने से उनके स्पर्म काउंट में वृद्धि होती है.
कैसे खाएं? अंजीर को मिल्क शेक या स्मूदी में मिलाकर पीएं. इसके अलावा स्नैक्स के तौर पर भी खा सकते हैं.
अखरोट: ओमेगा 3 फैटी एसिड का बेहतरीन स्रोत अखरोट स्पर्म काउंट को बढ़ाने में मदद करता है, साथ ही यह स्पर्म की लाइफ में भी इज़ाफ़ा करता है और उनके शेप में भी सुधार करता है.
कैसे खाएं? रोज एक मुट्ठी अखरोट खाएं. सलाद में भी अखरोट डालकर खा सकते हैं.
किशमिश: इसमें विटामिन A की बहुत अधिक मात्रा में होता है. रोज किशमिश खाने से पुरुषों का स्पर्म काउंट और स्पर्म क्वलिटी बढ़ती है, लेकिन डायबिटीज़ के मरीज़ किशमिश का सेवन करने से पहले अपने डॉक्टर से सलाह जरूर लें.
कैसे खाएं? डेजर्ट में मिलाकर या स्नैक्स के तौर पर खाएं.
खजूर: खजूर में ऐसे पोषक तत्व होते हैं, जो पुरुषों में स्पर्म काउंट और क्वलिटी बढ़ाने में मदद करते हैं. इसे रोज़ खाने से पुरुषों का रिप्रोडक्टिव सिस्टम स्वस्थ रहता है. यह पुरुषों के लिए ही नहीं, महिलाओं में स्टैमिना बढ़ाने में मददगार होता है.
कैसे खाएं? जब ही भूख लगे, तो खजूर खाएं. मिल्कशेक, स्मूदी और डेजर्ट की तरह खा सकते हैं.
कद्दू के बीज/ मगज़: एंटीऑक्सिडेंट, फाइटोस्टेरॉल और अमीनो एसिड से भरपूर कद्दू के बीज पुरुषों में फर्टिलिटी को बढ़ाते हैं.
कैसे खाएं? सलाद में टॉपिंग के तौर पर खा सकते हैं या फिर जब भी भूख लगे तो स्नैक्स की तरह खा सकते हैं.
इन फूड्स को खाने से आ सकती हैं पुरुषों के स्पर्म की क्वांटिटी और क्वालिटी में कमी
अल्कोहल: अनेक अध्ययनों से यह यह बात साबित हुई है कि बहुत अधिक मात्रा में अल्कोहल का सेवन करने से स्पर्म के एब्नार्मल प्रोडक्शन होने की संभावना हो सकती है.
एरेटेड और कार्बोनेटेड ड्रिंक्स: अल्कोहल की तरह एरेटेड और कार्बोनेटेड ड्रिंक्स भी बहुत अधिक मात्रा में पीने से स्पर्म का प्रोडक्शन प्रभावित होता है. कार्बोनेटेड ड्रिंक्स में अस्पर्टेम नामक कंटेंट होता है, जो स्पर्म काउंट और उसी क्वालिटी को प्रभावित करता है.
प्रोसेस्ड और जंक फूड: जंक फूड का सेवन करने से न केवल वजन बढ़ाता है, बल्कि प्रजनन क्षमता में रुकावट आती है. इसी तरह से बहुत अधिक मात्रा में फैटी, स्टार्चयुक्त, तला हुआ और प्रोसेस्ड फूड का असर सेहत के साथ-साथ फर्टिलिटी पर पड़ता है.
धूम्रपान: धूम्रपान करने से स्पर्म की गुणवत्ता पर भी असर पड़ता है. बहुत अधिक धूम्रपान करने से स्पर्म काउंट में कमी आती हैं, जिसके कारण पुरुषों में बांझपन की समस्या हो सकती है.
- पूनम कोठरी