क्या आम, क्या खास? कोरोना वायरस महामारी की पहली और दूसरी लहर ने हर किसी को प्रभावित किया है. कोरोना महामारी का ग्लैमर इंडस्ट्री से जुड़े कलाकारों पर भी असर देखने को मिला है. इस दौरान कई लोगों ने अपनी बुरी आदतों से तौबा कर लिया है तो कई लोगों ने खुद का आत्मनिरीक्षण करके अपनी जीवन में कुछ नई चीज़ों को शामिल किया है. महामारी काल में बात करें टीवी सेलेब्स की तो उनके जीवन में भी बहुत सारे बदलाव आए हैं और वो चीज़ों को नए नज़रिए से देख रहे हैं. चलिए जानते हैं टीवी के उन फेमस सेलेब्स के बारे में जिन्होंने अपनी एक आदत के बारे में बात की और यह बताया कि उन्होंने कोरोना काल में खुद को कैसे उससे आज़ाद किया.
सौरभ राज जैन
हाल ही में टीवी के जाने माने एक्टर सौरभ राज जैन को 'खतरों के खिलाड़ी 11' में देखा गया था. एक्टर का कहना है कि उन्हें कोरोना काल में जिस एक चीज़ से आज़ादी मिली है वह है काम के बारे में ज़रूरत से ज्यादा सोचना. उनका कहना है कि एक प्रोजेक्ट खत्म होते ही उनका मन सोचने लगता था कि आगे क्या होगा? वो कभी-कभी अगले प्रोजेक्ट के बारे में भी चिंता करना शुरू कर देते थे, लेकिन इस महामारी ने उन्हें सब कुछ सही मायने में लेना सिखाया है. यह भी पढ़ें: एकता कपूर ने ‘बड़े अच्छे लगते हैं 2’ का प्रोमो किया लॉन्च, राम और प्रिया के रूप में दिखे नकुल मेहता और दिशा परमार (Ekta Kapoor launches the promo of ‘Bade Achhe Lagte Hain 2’, Introduced Nakuul Mehta and Disha Parmar as Ram and Priya)
पारुल चौधरी
टीवी एक्ट्रेस पारुल चौधरी को शॉपिंग करना बेहद पसंद था, लेकिन अब उन्होंने अपनी इस आदत को काफी हद तक कंट्रोल कर लिया है. पारुल कहती हैं कि महामारी के दौरान उन्हें एहसास हुआ कि उनके पास पहले से ही कितना कुछ है, लेकिन खरीददारी जैसे उनकी आदत बन गई थी. हालांकि उनका कहना है कि उन्हें जल्द ही एहसास हो गया कि महामारी से पहले उन्होंने जो कुछ भी खरीदा था, वह पूरे साल अलमारी में पड़ा रहा, जिसके बाद उन्होंने अपनी इस आदत को कंट्रोल करने का फैसला किया.
मृणाल जैन
'दिल ही तो है' फेम एक्टर मृणाल जैन ने बताया कि उन्होंने अपने समय का सदुपयोग करना सीखा है. एक्टर का कहना है कि उन्होंने खुद को एक चीज़ से बाहर कर लिया है और वो है उन लोगों पर समय बर्बाद करना जो मायने नहीं रखते हैं. एक्टर की मानें तो अब वो कम लोगों से मिलते हैं और उन्होंने अपने माता-पिता के साथ क्वालिटी टाइम बिताना सीख लिया है.
हिबा नवाब
'जीजाजी छत पर कोई है' की एक्ट्रेस हिबा नवाब ने अपनी एक आदत जो बदली है वो यह है कि उन्होंने अब चीज़ों को संतुलित करना सीख लिया है. एक्ट्रेस का कहना है कि महामारी से पहले वो सिर्फ काम के बारे में सोचती थीं, लेकिन अब उन्होंने अपनी इस आदत से छुटकारा पा लिया है और अपने जीवन को पटरी पर ला दिया है. वो समझ गई हैं कि उनके शरीर और आत्मा को भी कायाकल्प व रिचार्ज करने की ज़रूरत है, जो कि वो पहले नहीं किया करती थीं.
हितांशु जिंसी
'महाकाली' एक्टर हितांशु जिंसी ने हाल ही में एक बड़ा फैसला किया और अपने जीवन में एक बदलाव लेकर आए. उनका कहना है कि इस महामारी ने मेरी कई तरह से मदद की. मैं अब गैजेट्स और सोशल मीडिया की दुनिया में नहीं फंसा हूं. मैं अब उस पर कम समय बिताता हूं और अब मैं वास्तविक लोगों से मिल रहा हूं, ऑनलाइन नहीं. मैं वास्तविक बातचीत कर रहा हूं, बारिश और जंगल की रिकॉर्ड की गई आवाज़ें नहीं सुन रहा हूं, बल्कि हकीकत में उनका आनंद ले रहा हूं. यह भी पढ़ें: इस गंभीर बीमारी से जूझ रहे हैं अभिनव शुक्ला, पोस्ट लिखकर बताया, दिन-तारीख याद नहीं रहते (Abhinav Shukla is battling this serious disorder: Wrote in his post, I have trouble in remembering things like date-name)
शुभाशीष झा
'जीजाजी छत पर कोई है' के एक्टर शुभाशीष झा ने बताया कि महंगे ब्रांडेड कपड़ों और चीज़ों पर अनावश्यक रूप से पैसे बर्बाद करने की आदत को मैंने बदल लिया है. मैं घर पर सिर्फ वही चीज़ें रखना पसंद करता हूं जो मेरे लिए वाकई ज़रूरी है, मैं अब घर को अव्यवस्थित नहीं करता, बल्कि घर को सही रखने की कोशिश करता हूं. ज़रूरी चीज़ों को घर में रखने का यह तरीका मुझे अपने जीवन को सरल और आसान बनाने में मदद कर रहा है.