कोरोना के कहर से पूरा देश दहशत में हैं. आम लोगों के साथ ही डॉक्टर, नर्स और स्वास्थ्यकर्मी, पुलिस भी अब तेज़ी से कोरोना की चपेट में आ रहे हैं. मुंबई के सेवरी टीबी अस्पताल की 51 साल की सीनियर डॉक्टर मनीषा जाधव की भी कोरोना से मौत हो गई. कोरोना से संक्रमित डॉक्टर मनीषा जाधव ने फेसबुक पर लिखा, शायद ये आखिरी गुड़ मॉर्निंग हो और इसके 36 घंटे बाद उन्होंने दुनिया को अलविदा कह दिया.
डॉक्टर मनीषा जाधव ने फेसबुक पर लिखा ये इमोशनल पोस्ट
मुंबई के सेवरी टीबी अस्पताल की 51 साल की सीनियर डॉक्टर मनीषा जाधव का फेसबुक पर लिखा हुआ इमोशनल पोस्ट पढ़कर हज़ारों लोगों की आंखें नम हो रही हैं. डॉक्टर मनीषा जाधव ने रविवार को फेसबुक पर पोस्ट करते हुए अपनी स्थिति के बारे में बता दिया था.
डॉक्टर मनीषा जाधव ने रविवार को फेसबुक पर लिखा, 'हो सकता है ये आखिरी गुड मॉर्निंग हो. हो सकता है मैं इस प्लेटफॉर्म पर अब आपसे फिर न मिलूं. सब अपना ध्यान रखें. शरीर मर जाता है. आत्मा नहीं मरती. आत्मा अमर है.' बता दें कि रविवार को फेसबुक पर यह पोस्ट लिखने के 36 घंटे बात मंगलवार को डॉक्टर मनीषा जाधव ने कोविड-19 की वजह से दम तोड़ दिया.
महाराष्ट्र में तेज़ी से बढ़ रहे है कोरोना के केसेस
डॉक्टर मनीषा जाधव टीबी के इलाज की स्पेशलिस्ट थीं और सेवरी टीबी अस्पताल में नौकरी करती थीं. डॉक्टर मनीषा जाधव का ये फेसबुक पोस्ट पढ़कर लोग अपने आंसुओं को रोक नहीं पा रहे हैं. लोगों की जान बचाने वाले डॉक्टर अब कोरोना के कारण अपनी जान गवां रहे हैं. इस समय देशभर में सबसे ज्यादा कोरोना के केसेस महाराष्ट्र में हैं और ये स्थिति ज्यादा भयावह होती जा रही है. इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के मुताबिक, महाराष्ट्र में 18,000 डॉक्टर कोरोना की चपेट में आ गए हैं, वहीं 168 डॉक्टरों की मौत हो गई है.
डॉ. तृप्ति गिलाडा ने नम आंखों से लोगों से की ये अपील
यदि आपने अभी तक मुंबई की डॉ तृप्ति गिलाडा का वायरल वीडियो नहीं देखा है, तो आपको बता दें कि डॉ तृप्ति गिलाडा ने नम आंखों से बताया कि स्थिति बहुत भयावह होती जा रही है. मुंबई के अस्पतालों में आईसीयू में जगह नहीं है, हम लोगों ने इससे पहले ऐसी स्थिति नहीं देखी है. इस भयानक स्थिति में हम खुद को असहाय महसूस कर रहे हैं. धीरे-धीरे कई राज्यों और शहरों की हालत बहुत खराब होती जा रही है. उन्होंने अपने आंसुओं को रोकने की कोशिश करते हुए भावुक होकर कहा, ”ऐसे हालात में हम सभी डॉक्टरों में भी कहीं ना कहीं इमोशनल ब्रेकडाउन की स्थिति हो रही है. कृपया आप सब अपना ध्यान रखें और खुद को सुरक्षित रखें."
कृपया आप सभी कोरोना को हल्के में न लें और कोरोना के सभी नियमों का पालन करते हुए सुरक्षित रहें.