हेल्दी रहना भले ही आज के दौर में इतना आसान नहीं लेकिन छोटी-छोटी कोशिशें बड़े रंग ला सकती हैं. आप भी अगर ये सिम्पल रूल्स फ़ॉलो करेंगे तो हमेशा फिट और हेल्दी रहेंगे... इन स्टेप्स को फ़ॉलो करना ज़रा भी मुश्किल नहीं और इनकी जानकारी हम सभी को है लेकिन बस हम इनको फ़ॉलो नहीं करते, लेकिन आप कल से इन्हें आज़माएं और फ़र्क़ देखें व महसूस करें!
- रोज़ाना कम से कम 8 ग्लास पानी ज़रूर पीएं. फ्रूट जूसेस भी लें.
- सुबह उठते ही दो ग्लास गुनगुना पानी पीएं.
- भरपूर नींद लें. तनाव से दूर रहें.
- योग और एक्सरसाइज़ करें. रोज़ाना समय निकाल कर थोड़ी-सी फिज़िकल एक्टिविटी ज़रूर करें. दिन भर चुस्ती-स्फुर्ति के लिए हल्का व्यायाम बेहद ज़रूरी है.
- पौष्टिक नाश्ता ज़रूर करें. जी हां, जब भी आप सुबह उठते हैं तो अपनी ऊर्जा को बढ़ाने और नए दिन की ताज़ा तरीन शुरुआत के लिए सबसे ज़रूरी है पौष्टिक नाश्ता, जिससे शरीर को पूरे दिन की ऊर्जा मिले.
- अपने भोजन में वैरायटीज़ रखें, ताकि हर तरह का पोषण आपको मिल सके.
- मौसमी फल और सब्ज़ियां ज़रूर खाएं. हर रंग के फल व सब्ज़ियां खाएं.
- ड्राय फ्रूट्स भी अपने डायट में ज़रूर शामिल करें. होल ग्रेन्स और फ़ाइबर्स भी भरपूर मात्रा में लें.
- हेल्दी स्नैक्स खाएं. 4 बजे वाली भूख के लि, कोई हेल्दी ऑप्शन रखें. सूप्स पीएं, सलाद खाएं.
- शराब-सिगरेट, चाय-कॉफी जितना हो सके कम पीएं.
- अपनी पसंद का काम करें, अपनी हॉबीज़ को भी पूरा करने का टाइम निकालें. यह आपको रिफ्रेश कर देगा.
- खाना बनाने और खाने से पहले हाथ ज़रूर धोएं. अगर साबुन और पानी न हो, तो सनेटोइज़र का इस्तेमाल करें.
- खांसते-छींकते वक़्त मुंह ढंकें और धूल-धूप में जाते वक़्त मास्क पहनें.
- ओवर ईटिंग से बचें. कई बार अपना मनपसंद खाना देखते ही हम भूख से ज़्यादा खा लेते हैं, लेकिन ऐसा न करें. हमेशा भूख से थोड़ा कम ही खाएं, ताकि पानी के लिए जगह बची रहे.
- बहुत ज़्यादा पेन किलर्स न खाएं. घरेलू नुस्ख़े आज़माएं.
- खाने से एक घंटा पहले एक ग्लास पानी में नींबू का रस डालकर पीएं.
- खाने के फौरन बाद पानी न पी लें.
- रात को सोते समय एक ग्लास मीठा दूध पीएं.
- अपने बारे में हमेशा अच्छा महसूस करें और सकारात्मक सोच बनाए रखें.
- नहाने के बाद थोड़ा ध्यान लगाएं. इससे मन में एकाग्रता आती है और आप रिफ्रेश महसूस करते हैं.
- बहुत देर तक एक ही जगह पर न बैठें, न ही देर तक टीवी देखें. अपनी दिनचर्या नियमित करें और उसका पालन ईमानदारी से करें.
- अगर आपकी ईटिंग हैबिट्स ठीक नहीं है, तो एकदम से उसे बदलने की बजाय धीरे-धीरे बदलाव लाएं.
- अपनी बॉडी की सुनें. हर व्यक्ति की ज़रूरत और बॉडी टाइप व बॉडी क्लॉक अलग होता है, उसी के अनुसार अपना डायट और एक्सरसाइज़ प्लान करें.
- दिन में दो बार भरपेट खाने की बजाय 5-6 बार में थोड़ा-थोड़ा खाएं.
- खाना चबा-चबाकर खाएं.
- अपने डायट में मोनोअनसैचुरेटेड ़फैट्स शामिल करें. यह आपको स़फेद सरसों के तेल, मूंगफली का तेल और बादाम से मिलेगा. इसके अलावा कद्दू और सीसम के तेल में भी इसका स्रोत है.
- पॉलीअनसैचुरेटड फैट्स और ओमेगा3 और 6 ़फैटी एसिड भी शामिल करें. यह आपको ़फैटी फिश से मिलेगा, जैसे- सालमन, सार्डिन और ठंडे पानी की मछलियों के ऑयल. इसके अलावा अलसी के बीज, सोयाबीन और मकई भी पॉलीअनसैचुरेटड फैट्स के अच्छे स्रोत हैं.
- अपने डायट से सैचुरेटेड ़फैट्स की मात्रा कम करें. यह रेड मीट और डेयरी प्रोडक्ट्स में मिलता है.
- ट्रान्स फैट्स भी कम करें, जो फ्राइड व बेक्ड फूड, कुकिज़, कैंडीज़ और दूसरे प्रोसेस्ड फूड में पाया जाता है.
- अलग-अलग प्रोटीन्स लें. ये आपको बीन्स, नट्स, सीड्स, टोफू, सोय प्रोडक्ट्स में मिलेंगे. लेकिन सॉल्टेड, शुगरी या रिफाइन्ड नट्स न लें.
- कैल्शियम युक्त पदार्थ ज़रूर लें, जैसे- दूध, छाछ और दही. ये जल्दी डायजेस्ट हो जाते हैं. इसके अलावा हरी पत्तेदार सब्ज़ियां भी कैल्शियम का अच्छा स्रोत हैं.
- बहुत ज़्यादा नमक और मीठा खाने से बचें. अपना हफ़्तेभर का डायट प्लान करके चार्ट बना लें. बासी भोजन करने से बचें. जितना हो सके ताज़ा पका खाना ही खाएं.
- रेग्युलर हेल्थ चेकअप भी करवाते रहें. कई बार डायबिटीज़ या उच्च रक्तचाप जैसी बीमारियों का सालों तक पता नहीं चल पाता.
- घर में वेंटिलेशन अच्छा होना चाहिए. दिन के समय खिड़कियां खुली रखें, ताकि ताज़ा हवा और भरपूर रोशनी रहे.
- एसी का प्रयोग ज़रूरत पड़ने पर ही करें और समय-समय पर क्लीन भी करवाते रहें.
- ऑफ़िस में भी देर तक एक ही जगह पर न बैठे न रहें. बीच-बीच में टहल आएं.
- कंप्यूटर के सामने बहुत देर तक न रहें. समय-समय पर आंखें बंद करके रिलैक्मस करें.
- फ़ोन पर बहुत देर तक बातें न करें, इससे भी कई तरह के विकार उत्पन्न होते हैं.
- अगर संभव हो तो डान्सिंग और स्विमिंग क्लासेस जॉइन करें. इससे फन के साथ-साथ एक्सरसाइज़ भी होगी.
- रोज़ सुबह खाली पेट गुनगुने पानी में शहद और नींबू मिलाकर पीएं.
- 1 कप कटे हुए मीठे पके सेब में 1 कप कटी हुई पत्ता गोभी, 1 टीस्पून जीरा और 3 कप पानी मिलाकर 10 मिनट तक धीमी आंच पर पकाएं. इसे छानकर इतना पानी मिला लें कि 3 कप बन जाए. इसे दिन भर थोड़ा-थोड़ा पीएं.
- नींबू का रोज़ाना सेवन करें. या तो नींबू पानी के रूप में या फिर खाने में नींबू का रस डालकर. यह पाचन शक्ति को बेहतर बनाता है.
- रोज़ सुबह 1 टीस्पून फिश ऑयल लेना भी काफ़ी हेल्दी होता है.
- जितना हो सके ब्रोकोली और पालक का सेवन करें.
- संतरे के छिलकों का जाम बनाकर सेवन करें. ताज़ा टमाटर खाएं.
- ब्लैक टी या ग्रीन टी लें.
- सोने से पहले भी दांतों को ब्रश करें. मुंह की दुर्गंध मिटाने के लिए पानी में बेकिंग सोडा डालकर गरारे करें.
- दांत और मसूड़ों की तकलीफ़ हो तो सेंधा नमक और सरसों का तेल मिलाकर मसूड़ों की मालिश करें.
- वीकेंड्स पर बॉडी व हेड मसाज करवाएं. इससे थकान भी मिटेगी और ब्लड सर्कुलेशन भी बढ़ेगा.
- हवा-पानी बदलना बहुत ज़रूरी होता है. इससे पेट संबंधी रोग कम होते हैं. छुट्टियां प्लान करें और बाहर ज़रूर जाएं.
- खुलकर हंसे. रोज़मर्रा के तनाव में आपकी हंसी गायब न होने पाए. खुलकर हंसने से फेफड़ों में लचीलापन बढ़ता है और उन्हें ताज़ा हवा मिलती है.
- रिंकु शर्मा
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