अगर आप चाहती हैं कि आपकी आंखें स्वस्थ और ख़ूबसूरत रहें, उसकी रोशनी बनी रहे और झुरिर्र्यां-उम्र की लकीरें नज़र न आएं, तो अपने रूटीन में ये एक्सरसाइज़ेज शामिल करें.
1. पलकों को बार-बार झपकाएं. यूं तो हम हर चार सेकंड के बाद पलकें झपकाते हैं, लेकिन जल्दी-जल्दी कम से कम 10 बार पलकें झपकाएं. इससे आंखों की थकान दूर होती है. आप दिन में पांच बार ये एक्सरसाइज़ कर सकती हैं.
2. आंखों को बस एक सेकंड तक एकदम जोर से भींचें और रिलैक्स करें. अंडरआई की त्वचा को उंगलियों के पोरों से धीरे-धीरे अंदर से बाहर की दिशा में मसाज करें. इससे आंखों के आसपास झुर्रियां नहीं पड़तीं.
3. आंखों की पुतलियों को गोलाई में चारों तरफ़ घुमाएं. इससे आंखों की पेशियों की अच्छी एक्सरसाइज़ हो जाती है. दोनों दिशाओं में तीन-तीन बार ये एक्सरसाइज़ करें.
4. अब इसी तरह आंखों की पुतलियों को घुमाते हुए स्क्वेयर यानी वर्ग बनाने की कोशिश करें. हथेलियों को आंखों पर रखना आंखों को रिलैक्स करने का सबसे अच्छा तरीका है.
5. दाहिने हाथ को सामने की ओर फैलाएं. अब हाथों को सामने से कंधे तक ले जाएं. इसी तरह हाथों को झुलाते जाएं और आंखों से हाथ को देखते रहें. बाएं हाथ से भी यही क्रिया दोहराएं. दिन में कम से कम एक बार ये एक्सरसाइज़ ज़रूर करें.
6. नज़रें उठाकर सीलिंग को देखें, फिर धीरे-धीरे नज़रों को ज़मीन पर लाएं. फिर सीलिंग, फिर ज़मीन. ये एक्सरसाइज़ पांच बार दोहराएं.
7. शीर्षासन करें. इससे भी आंखों की ज्योति बढ़ती है.
8. आंखों को बंद करें. अब अनामिका उंगली से आंखों की हल्के हाथों से गोलाई में मसाज करें. ये क्रिया 2-3 बार करें.
9. दोनों कुहनियों को टेबल पर टिकाएं, फिर हथेलियों को आंखों पर रखें और पलकों को झपकाएं.
10. आंखें बंद करके रिलैक्स करें. पांच मिनट तक स्थिर बैठी रहें, फिर आंखें खोलें और हथेलियों को हटा लें. ध्यान रहे, आंखों पर किसी तरह का प्रेशर न पड़ने पाए.