नए घर से कई ख़्वाब जुड़े होते हैं, कई ख़्वाहिशें जुड़ी होती हैं. लेकिन अगर आप चाहते हैं कि आपका नया घर आपके लिए शुभ हो, आपके परिवार के लिए सुख-समृध्दि लेकर आए, तो नए घर में प्रवेश से पहले कुछ बातों का ख्याल ज़रूर रखें.
नए घर में आने से पहले ज़रूर करें गृह प्रवेश पूजा
घर में हमेशा सुख, शांति और समृद्धि बनी रहे, इसके लिए ज़रूरी है कि नए घर में प्रवेश करने से पहले गृहप्रवेश पूजा ज़रूर कर लें और गृहप्रवेश के समय इन बातों का ध्यान रखना न भूले.
- गृह प्रवेश कभी भी रविवार, शनिवार और मंगलवार को न करें.
- गृह प्रवेश के समय घर के मुखिया को पांच मांगलिक वस्तुएं जैसे- नारियल, हल्दी, गुड़, चावल और लेकर ही प्रवेश करना चाहिए.
- नए घर में सबसे पहले भगवान गणेश की मूर्ति, दक्षिणावर्ती शंख और श्रीयंत्र की स्थापना करें. ऐसा करने से सुख-समृद्धि बनी रहेगी.
- घर में प्रवेश करते समय पुरुष अपना दाहिना और स्त्री अपना बायां पैर आगे बढ़ाएं. इससे वास्तु दोष दूर होते हैं.
- ईशान कोण में जल से भरा एक कलश रखें. गणेश जी के किसी भी सिद्ध मंत्र का जाप करें और पूजा स्थान में कलश की स्थापना करें. इससे घर में खुशहाली आती है.
- रसोई का भी शुद्धिकरण करें. कुमकुम, हल्दी और चावल से चूल्हे पर स्वास्तिक का चिह्न बनाएं.
- नए घर में प्रवेश करने पर चूल्हे पर में सबसे पहले दूध उबालें. कहते हैं ऐसा करने से घर में पॉजिटिविटी आती है.
- गृह प्रवेश के दिन किसी जरूरतमंद या ब्राम्हण को भोजन ज़रूर कराना चाहिए. इससे घर में भी बरकत होती है.
अगर आपने रीसेल में पुराना मकान खरीदा है तो रखें इन बातों का ख्याल
यदि आपने बिल्कुल नया मकान ख़रीदा है तो ज़ाहिर है कि वहां सभी वस्तुएं, फ़र्नीचर नई होंगी. लेकिन कई बार हम रीसेल में पुराने मकान ख़रीदते हैं. यदि आप किसी पुराने मकान में प्रवेश करने जा रही हैं तो कुछ बातों का ध्यान रखना ज़रूरी है जैसे कि मकान का कौन-सा हिस्सा टूटा-फूटा है, कहां नेगेटिव एनर्जी है और इस नेगेटिव एनर्जी को पॉज़िटिव एनर्जी में कैसे बदला जा सकता है. इसलिए ऐसे घर में प्रव्रेश करने से पहले निम्नलिखित बातों का ध्यान रखें.
- नए घर में प्रवेश करने से पहले घर को पेंट ज़रूर करवा लें, क्योंकि इससे घर के भीतर की ऊर्जा को सकारात्मक दिशा दी जा सकती है.
- दीवारों में अगर बेकार की कीलें आदि लगी हों तो उन्हें उखड़वा दें. ध्यान रहे कि घर के अंदर, बाहर या छत पर जाले बिल्कुल न हों.
- पुराने घर के टूटे-फूटे फ़र्नीचर, पुरानी अनावश्यक चीज़ें, घड़ियां, ख़राब शोपीस आदि को नए घर में न ही ले आएं तो बेहतर होगा, क्योंकि इनमें नेगेटिव एनर्जी होती है, जो आपके नए घर में भी समा जाएगी.
- इसी तरह जिस घर में प्रवेश कर रही हैं, वहां भी कोई पुरानी वस्तुएं हों तो गृहप्रवेश के पहले ही उन्हें हटा दें.
- दीमक लगी चौखट, खिड़कियां-दरवाज़े, अलमारी आदि को बदल कर इनके स्थान पर नए सामान लाएं.
- घर में पेस्ट कंट्रोल ज़रूर करवाएं, ताकि दीमक आदि आपके नए सामान को भी नुकसान न पहुंचाने पाएं. वैसे भी वास्तुशास्त्र के अनुसार घर में दीमक का होना नकारात्मकता का प्रतीक है.
- अगर आपने कोई पुराना मकान ख़रीदा है तो वहां की ज़मीन की टेलरिक एनर्जी में सुधार लाने के लिए कमरों के फर्श को रोज़ समुद्री नमक मिले पानी से अच्छी तरह धोएं या नमक के पानी से पोंछा लगाएं.
- अगर घर की छत, खिड़कियां-दरवाज़े और फ़र्श आदि में कोई दरार हो या प्लास्टर उखड़ा हुआ हो तो ये सोचकर उसे ऐसे ही न छोड़ दें कि एक साथ बहुत ख़र्च करना ठीक नहीं और इन्हें तो बाद में भी ठीक करवाया जा सकता है. ये आपके परिवार के स्वास्थ्य की दृष्टि से ठीक नहीं. इसलिए घर में प्रवेश करने से पहले ही उसे ठीक करवा लें.
- घर के भीतर के पानी के नल, पंखे, ट्यूब लाइट्स गीज़र या बिजली के सामान यथासंभव नए ही प्रयोग करने चाहिए.
- घर में तुलसी का पौधा ज़रूर लगाएं. इससे घर में सकारात्मक ऊर्जा में वृद्धि होती है. घर में लगे सूखे व मुरझाए पौधों की जगह पर नए पौधे लगाएं.
- और सबसे ज़रूरी बात नए घर में प्रवेश करने से पहले वास्तु शांति ज़रूर करवा लें, ताकि आपके जीवन में कोई बाधा न आए और आपके परिवार में प्यार, समृद्धि व ख़ुशहाली बनी रहे.
फेंगशुई के इन नियमों का भी ध्यान रखें
- मकान का मुख्य द्वार शौचालय के सामने नहीं होना चाहिए. साथ ही मुख्य द्वार के सामने आईना भी नहीं होना चाहिए.
- पिलर के ऊपरवाला फ्लैट लेने से बचें. एक सीध में तीन दरवाज़े नहीं होने चाहिए.
- टपकने वाला नल और अवरुद्ध जल-निकास ठीक करवाएं.
- घर में म्युज़िकल वॉच लगाएं.
- फ़र्नीचर के किनारे तीक्ष्ण हों तो उसे गोल करवा लें.
- पश्चिम दिशा में सात छड़ोंवाली विंड चाइम्स लगाएं.
- हर रोज़ सुबह गायत्री मंत्र का जाप करें अथवा कैसेट लगाएं.
- बंद घड़ियों व उपकरणों को हटा दें.
- दरवाज़े के पास पानी रखें.