बॉलीवुड एक्टर सुशांत सिंह राजपूत की मौत मामले में शेखर सुमन लगातार दिवंगत अभिनेता को इंसाफ दिलाने के लिए अपनी आवाज़ बुलंद कर रहे हैं, लेकिन इस बार उनके बेटे अध्ययन सुमन को लेकर सामने आई एक फेक खबर ने पल भर के लिए मानों उनकी ज़िंदगी उजाड़ कर रख दी. दरअसल, एक न्यूज़ चैनल के ऑनलाइन संस्करण ने शेखर सुमन के बेटे अध्ययन सुमन की आत्महत्या की एक फर्ज़ी खबर चला दी, जिससे एक्टर न सिर्फ फेक न्यूज़ का शिकार हुए, बल्कि कुछ पल के लिए ही सही लेकिन उनकी दुनिया तबाह सी हो गई.
बेटे की आत्महत्या की फेक खबर सामने आने के बाद वो लगातार तब तक अपने बेटे को कॉन्टैक्ट करने की कोशिश करते रहे, जब तक कि उनकी बेटे से बात नहीं हुई. आखिरबार बेटे अध्ययन ने जब बताया कि वो बिल्कुल सेफ हैं और दिल्ली में हैं, तब जाकर शेखर सुमन ने राहत की सांस ली.
एक ओर जहां बेटे की फेक सुसाइड खबर चलाने वाले न्यूज़ चैनल के खिलाफ शेखर सुमन ने लीगल एक्शन लेने की बात कही है. तो वहीं दूसरी तरफ अपने सुसाइड की फेक खबर को लेकर अध्ययन सुमन ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने अपमानजनक फर्ज़ी खबरों पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि मैं क्या कह सकता हूं? यह पहली बार नहीं है जब मेरे साथ ऐसा हुआ है. इससे पहले भी कुछ वर्गों ने मेरे करियर को खत्म करने की कोशिश की और मैं बच गया, लेकिन यह फेक खबर बेहद गंभीर थी.
अध्ययन ने कहा कि इस खबर से उनके माता-पिता को गहरा आघात लगा है. मैं इस खबर को हंसी में नहीं टाल सकता, क्योंकि इससे मेरी मां को गहरा सदमा लगा, जो पहले ही एक बच्चे को खो चुकी हैं और वह बच्चे को खोने का दर्द अच्छी तरह से जानती हैं.
बता दें कि शेखर सुमन इस खबर को चलाने वाले चैनल के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई करने के मूड़ में हैं और उनके बेटे अध्ययन भी इसके लिए तैयार हैं. अध्ययन का कहना है कि बेशक वो इस मसले पर अपने पिता के साथ हैं और वो चाहते हैं कि इस गलती के लिए माफी मांगी जाए, लेकिन एक साधारण खेद को ज़ाहिर करके इस क्षति को पूरा नहीं किया जा सकता है.
एक वीडियो क्लिप को ट्विटर पर शेयर करते हुए शेखर सुमन ने लिखा- 'हमने वो खबर देखी, जिसने हम सभी को तबाह कर दिया. इस न्यूज़ में दावा किया गया कि मेरे बेटे अध्ययन सुमन ने आत्महत्या कर ली है. इस न्यूज़ को देखने के फौरन बाद हमने अपने बेटे को कॉन्टैक्ट किया.' इसके साथ ही उन्होंने यह भी लिखा कि मेरा बेटा दिल्ली में था और उसका नंबर भी नहीं लग रहा था. बेटे से संपर्क न हो पाने के कारण हम सभी उस एक पल में कई हज़ार बार मरे. इस चौंकाने वाली खबर की वजह से हम सभी पर बहुत बुरा असर हुआ है. मैं इस चैनल से माफी की मांग करता हूं.
उन्होंने अपने एक पोस्ट में लिखा कि मैं प्रकाश जावड़ेकर, महाराष्ट्र के सीएम और अनिल देशमुख से निवेदन करता हूं कि फेक खबर चलाने के लिए चैनल के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए. इस चैनल ने ऐसी न्यूज़ चलाई, जिसने पल भर में मुझे, मेरी पत्नी और मेरे परिवार के सभी सदस्यों को तबाह कर दिया. इस न्यूज़ को देखकर मेरी पत्नी सदमे में आ गई थी और मैं इसके लिए चैनल के खिलाफ लीगल एक्शन ले रहा हूं.
गौरतलब है कि एक्टर शेखर सुमन के बड़े बेटे आयुष का निधन खराब स्वास्थ्य के कारण 11 साल की उम्र में हो गई थी. आयुष के निधन के बाद शेखर सुमन और उनकी पत्नी बुरी तरह से टूट गए थे. ऐसे में अध्ययन के सुसाइड की फेक खबर से उन्हें गहरा सदमा लगा, इसलिए अब वो फेक खबर चलाने वाले चैनल के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने की तैयारी में हैं.