पॉपुलर बॉलीवुड सिंगर और म्यूज़िक कम्पोज़र अदनान सामी के बेटे अज़ान सामी भी अब सिंगिंग की दुनिया में डेब्यू करने के लिए तैयार हैं. अज़ान सामी का पहला म्यूज़िक एलबम जल्द ही रिलीज़ होने वाला है. उनके पहले म्यूज़िक एल्बम का नाम है ‘मैं तेरा’, जिसका पहला गाना इसी वैलेंटाइन वीक में 10 फरवरी को रिलीज़ होगा.
अज़ान ने अपने पहले म्यूज़िक एलबम का कवर अपने इंस्टाग्राम पेज पर शेयर किया है. उनके इस डेब्यू एलबम में कुल 9 गाने हैं. इन गानों को लिखा भी खुद अज़ान ने है.
अपने डेब्यू म्यूज़िक एल्बम को लेकर अज़ान बेहद एक्साइटेड हैं. अपने एलबम के बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा, “मैं कई सालों से अपना एलबम बनाना चाहता था, और इसमें मैंने बहुत सारी पर्सनल चीजों को शामिल करने की कोशिश की है. मैं बहुत लकी हूं जो मुझे कई बड़े म्यूजिक डायरेक्टर के साथ काम करने का मौका मिला. ”
बता दें कि अज़ान सामी अदनान सामी और ज़ेबा बख्तियार के बेटे हैं और उनकी शक्ल भी पिता अदनान से काफी मिलती जुलती है. अदनान सामी ने 22 साल की उम्र में हीरोइन ज़ेबा बख्तियार से निकाह किया था, लेकिन ये शादी केवल तीन साल चली थी और 1996 में दोनों ने तलाक भी ले लिया था. ज़ेबा बख्तियार का मानना था कि अदनान सामी ने उनके स्टारडम से शादी की थी, उनके अंदर की सीधी सादी सी लड़की से नहीं. अज़ान इस शादी से अदनान के इकलौते बेटे हैं. 1996 में जब अदनान और ज़ेबा का तलाक हुआ तो दोनों ही अज़ान की कस्टडी के लिए कोर्ट में लड़े थे, लेकिन आखिरकार अज़ान की कस्टडी ज़ेबा को मिली.
जहां तक अज़ान की बात है तो वो पाकिस्तानी म्यूज़िक कम्पोज़र हैं और पाकिस्तानी इंडस्ट्री का पॉपुलर चेहरा हैं. वहां वे फिल्म प्रोड्यूसर और म्यूजिक डायरेक्टर हैं. 20 साल की उम्र में अज़ान भी अपनी बचपन की दोस्त के साथ निकाह कर चुके हैं. 21 की उम्र में वो एक बच्चे के पिता भी बन गए थे. कुछ समय पहले वेट लॉस और बॉडी ट्रांसफॉर्मेशन को लेकर अज़ान काफी सुर्खियों में थे. वज़न कम करने के बाद 27 साल के अज़ान अब किसी यंग मॉडल से कम नजर नहीं आते.
अज़ान अपनी वाइफ, बच्चे और मां ज़ेबा के साथ अक्सर ही सोशल मीडिया पर फोटोज़ शेयर करते रहते हैं और अपनी फैमिली से बेहद प्यार करते हैं.
पिता अदनान के साथ अज़ान का रिश्ता काफी उतार-चढ़ाव भरा रहा है. दोनों ने साथ में ज़्यादा वक्त नहीं बताया. अज़ान कहते हैं कि उनका रिश्ता, बाप - बेटे से ज़्यादा दोस्ती या फिर गुरू - शिष्य का है. "मेरे पिता मेरे लिए मेरे गुरू ज़्यादा हैं. वो बस एक ऐसे शख़्स हैं जिनसे मैं अपने काम के बारे में सलाह लेता हूं. वो मेरे पिता हैं. मैं उनसे बहुत प्यार करता हूं और उनकी इज़्जत भी करता हूं.