चाहे सिरदर्द हो, कमरदर्द, पीठदर्द या ज्वाइंट पेन- हमेशा पेनकिलर्स लेने से बेहतर है कि कुछ नेचुरल पेनकिलर्स ट्राई करें, होम रेमेडीज़ आज़माएं. इससे दर्द से तो राहत मिलेगी ही, इसका कोई साइड इफेक्ट भी नहीं होगा.
सिरदर्द
- लहसुन की 1-5 कलियों को 1-2 ग्राम नमक के साथ पीसकर खाना खाने के साथ खाएं. इससे वात से उत्पन्न सिरदर्द में आराम मिलता है.
- तुलसी के पत्तों को पीसकर लेप करने से राहत मिलती है.
- 1 कप दूध में पिसी इलायची मिलाकर पीने से भी सिरदर्द में आराम मिलता है.
- अगर तेज़ गर्मी की वजह से सिरदर्द हो तो धनिया पीसकर सिर पर लगाएं.
- सुबह-सुबह उठते ही खाली पेट सेब पर नमक लगाकर खाने से सिरदर्द में लाभ होता है.
- सुबह खाली पेट जलेबियां दूध में डालकर खाने से भी सिरदर्द ठीक हो जाता है.
- लौकी का गूदा निकालकर एकदम बारीक़ कर लें और माथे पर लेप करें. गर्मी से होने वाले सिरदर्द में बेहद कारगर है.
- दालचीनी को पीसकर माथे पर लेप करने से भी आराम मिलता है.
- गर्म पानी में नींबू निचोड़कर पीने से गैस से उत्पन्न सिरदर्द में राहत मिलती है.
- गुड़ को पानी में घोल-छानकर पीने से सिरदर्द में आराम मिलता है.
- दही, चावल और मिश्री मिलाकर सूर्योदय से पहले खाने से सूर्योदय के साथ घटने-बढ़ने वाले दर्द में आराम मिलता है.
- दिन में दो बार दही और चावल का सेवन करने से लाभ होता है.
- लौंग पीसकर हल्का गरम करके सिर पर लेप लगाने से दर्द मिटता है.
- केसर को घी में पीसकर सूंघने से माइग्रेन का दर्द चला जाता है.
- गाय का शुद्ध ताज़ा घी सुबह-शाम 2-2 बूंद नाक मेें डालने से आराम मिलता है.
- बड़ी इलायची का छिलका बारीक़ पीसकर हल्का गर्म करके सिर पर लेप करने से आराम मिलेगा.
- सूर्योदय से पहले नारियल व गुड़ के साथ छोटे चने के बराबर कपूर मिलाकर तीन दिन तक खाएं. माइग्रेन का दर्द चला जाएगा. स्मरणशक्ति कमज़ोर होना
- 7 बादाम रात भर पानी मेंें भिगोएं. सुबह पीसकर पेस्ट बना लें, फिर दूध मेंें मिलाकर उबाल कर पीएं. ऐसा 15 से 40 दिनों तक करें.
- 20 ग्राम अखरोट 10 ग्राम किशमिश या अंजीर के साथ खाएं.
इन बातों का भी रखें ध्यान
- सिरदर्द का मुख्य कारण डिहाइड्रेशन और लो ब्लड शुगर है. इसलिए पर्याप्त पानी पीएं और संतुलित आहार लें.
- अगर आपको अक्सर सिरदर्द की शिकायत रहती हो तो एक डायरी रखें और उसमें नोट करें कि कब-कब सिरदर्द हुआ.
- जैसे ही सिरदर्द महसूस हो तुरंत एक्शन लें. कुछ खा या पी लें. अगर लंबे समय से कंप्यूटर के सामने काम कर रहे हों तो छोटा-सा ब्रेक लेकर टहल आएं. इससे दर्द बढने नहीं पाएगा.
- पानी में घुलनेवाला कोई पेनकिलर लें या किसी फिज़ी ड्रिंक के साथ इन्हें लें, ताकि जल्दी राहत मिले. लेकिन ध्यान रहे, सिरदर्द के लिए ह़फ़्ते में दो या तीन दिन से ज्यादा पेनकिलर्स न लें.
कमर-पीठ दर्द
- पेनकिलर लेने से बेहतर है कि जहां दर्द है, वहां बर्फ से सेकें. दिन में तीन बार 20 मिनट तक सेंक दें.
- एक ही पोजीशन में ज्यादा समय तक खड़े होने या बैठने से बचें. अगर आप ऑफ़िस में काम करती हैं तो हर 45 मिनट पर ब्रेक लें.
- नीम की नरम पत्तियों को तोड़कर उसका काढ़ा बना लें. फिर रुई या साफ़ कपड़ा हल्के गरम काढ़े में भिगोकर पीठ के दर्द वाले स्थान पर सेंक करें.
- 20 ग्राम तिल, 3 ग्राम सोंठ व 40 ग्राम गुड़ को एक साथ मिलाकर दूध में पीस कर चाटें. दिन में दो बार इसका सेवन करने से तीन दिनों में ही पीठ दर्द गायब हो जाता है.
- 100 ग्राम अजवायन का चूर्ण और 100 ग्राम गुड़ एक साथ मिलाकर रख लें. 5-5 ग्राम यह चुर्ण सुबह-शाम लेने से कमर दर्द दूर होता है.
- अदरक के छोटे-छोटे टुकड़े करके पानी में उबालें. छान लें और इस पानी में शहद मिलाकर पीएं.
- 5 ग्राम खजूर को उबालकर उसमें 2 ग्राम मेथी का चूर्ण डालकर नियमित पीने से दर्द से राहत मिलती है.
- कमलककड़ी के चूर्ण को दूध में उबालकर पीने से भयंकर से भयंकर कमर दर्द में आराम मिलता है.
- अदरक को पीसकर दर्दवाली जगह पर लगाएं.
- सुबह उठकर खाली पेट लहसुन की दो कलियां खाएं. आप रोज़ लहुसन के तेल मालिश भी कर सकते हैं.
- सोंठ व गोखरू समभाग में लेकर उसका क्वाथ बनाकर सुबह-शाम पीने से कमर दर्द दूर होता है.
घुटने का दर्द
- राई को पीसकर घुटनों पर उसका लेप करें. तुरंत आराम मिलेगा.
- अजवायन को पानी में उबालकर उसकी भाप घुटनों पर लेने से दर्द से राहत मिलती है.
- लहसुन को पीसकर दर्दवाली जगह पर लगाने से तुरंत राहत मिलती है. पर इसे ज़्यादा देर तक न लगाएं, वरना फफोले पड़ जाएंगे
- आधा टीस्पून सोंठ और हल्दी पाउडर को पानी में उबाल लें. दिनभर घूंट-घूंटकर इसे पीते रहें.
- 50 मि.ली. गाय के दूध में 10 मि.ली. एरंड तेल मिलाकर पीना भी लाभप्रद है.
- नारियल के तेल में सेंधा नमक मिलाकर उसे गरम करके लेप करें और ऊपर से कपड़े की पट्टी रखकर बांध दें.
- लहसुन का कल्क 20 ग्राम, गाय का दूध 20 मि.ली., पानी 200 मि.ली. सब को एक साथ मिलाकर पकाएं. जब केवल दूध शेष रह जाए तो उसे उतार-छानकर पीएं.
जोड़ों का दर्द
- अजवायन को पानी में डालकर पका लें. उस पानी की भाप दर्द वाले स्थान पर दें.
- अजवायन के तेल की मालिश से जोड़ों के दर्द में आराम मिलता है.
- नीम के तेल की मालिश भी काफ़ी लाभदायक है.
- सोंठ, काली मिर्च, बायविडंग और सेंधा नमक का चूर्ण बनाकर रख लें. इस चूर्ण को 3-3 ग्राम की मात्रा में शहद में मिलाकर चाटें.
- बथुआ के ताज़े पत्तों का रस 15 ग्राम प्रतिदिन पीने से जोड़ों का दर्द दूर होता है. इस रस में नमक, शक्कर आदि न मिलाएं. हर रोज़ सुबह खाली पेट लें. इसके सेवन के आगे-पीछे दो घंटे तक कुछ न लें. यह प्रयोग 2-3 महीने तक करें.
- 100 ग्राम मेथीदाने को भूनकर चूर्ण बना लें. 50 ग्राम सोंठ, 25 ग्राम हल्दी, 250 ग्राम मिश्री- सभी को पीसकर मिलाकर बॉटल में भर लें. सुबह-शाम एक-एक चम्मच दूध के साथ लें.
- हरड़, सोंठ और अजवायन समान मात्रा में लेकर कपड़छन चूर्ण बना लें. सुबह-शाम 5 ग्राम की मात्रा में गरम पानी से लें.
- दिन में चार-पांच बार टमाटर का सेवन करते रहें या टमाटर का एक ग्लास रस सुबह-शाम पीने से आश्चर्यजनक रूप से लाभ होगा.
- लहसुन पीसकर लगाने से बदन के हर अंग का दर्द जाता रहेगा. लेकिन इसे ज़्यादा देर तक लगाकर न रखें, वर्ना फफोले पड़ने का डर रहेगा.
- कड़वे तेल में अजवायन और लहसुन जलाकर उस तेल की मालिश करने से हर तरह के दर्द से छुटकारा मिलता है.
- लहसुन की दो कलियां कुचलकर तिल के तेल में डालकर तेल गर्म कर लेें और जोड़ोें की मालिश करेें.
- 10 मि.ली. एरंड के तेल को सोंठ के काढ़े मेें मिलाकर सुबह-शाम पीने से लाभ होता है.
एड़ियों में दर्द
- सबसे पहले सही फूटवेयर का चुनाव करें. एड़ियों में दर्द का अर्थ है कि आपके चलने की स्टाइल में दोष है या फिर आपको फूटवेयर सही नहीं है. हाई हील या अकंफ़र्टेबल चप्पलों से बचें.
- ये करें- किसी समतल जगह पर खड़े हो जाएं. एड़ियों पर प्रेशर दें. 30 सेकंड तक इसी अवस्था में रहें. दिन में पांच बार ये एक्सरसाइज़ करें.
- पैरों को बारी-बारी से पहले गर्म और ठंडे पानी में डुबोएं.
कान का दर्द
- सरसों का तेल हल्का गर्म करके डालने से कान का दर्द में आराम मिलता है.
- प्याज़ का रस गुनगुना करके डालने से दर्द में तुरंत आराम मिलता है.
- अदरक का रस भी गुनगुना करके डालना काफ़ी कारगर होता है.
- तुलसी के पत्तों को पीसकर रस निकाल लें. इस रस को हल्की आंच पर रखकर थोड़ा गरम करें और कान में डालें.
- एक चम्मच तिल के तेल में लहसुन की आधी कली डालकर कुनकुना गरम करके दर्द वाले कान में 4-4 बूंदें डालकर दूसरी करवट दस मिनट तक लेटें रहें.
- एरंडी के पत्तों को गरम तिल के तेल में डुबोकर उससे कानों के आसपास हल्का सेंक करें.
- कान से पस (मवाद) आता हो तो गुग्गुल का धुआं कान पर लें.
- तुलसी के पत्तों को पीसकर रस निकाल लें. इस रस को हल्की आंच पर रखकर थोड़ा गरम करें और कान में डालें. इससे कान का दर्द मिटता है.
- मुलहठी को पीसकर घी मेें मिलाकर हल्का गर्म करके कान के आसपास लेप करने से दर्द में आराम मिलता है.
- एक भाग अजवायन का तेल और तीन भाग सरसों का तेल मिलाकर मंद आंच पर गुनगुना करके कान में डालें.
- मूली को बारीक़ टुकड़ों में काट कर सरसों के तेल में ख़ूब गर्म करें. फिर इस तेल को कपड़े से छानकर शीशी में रख लें. जब कभी भी कान में दर्द हो तो इस तेल को डालें. आराम लेगा.