भारत के सबसे बड़े टीकाकरण अभियान का लाभ आप कैसे उठा सकते हैं? कोरोना वैक्सीनेशन के लिए रजिस्ट्रेशन कैसे करें? आपको कोरोना वैक्सीनेशन का लाभ कब और कैसे मिल सकता है, इसकी पूरी जानकारी हम आपको दे रहे हैं. ये है कोरोना वैक्सीनेशन के लिए रजिस्ट्रेशन का सही तरीका…
सरकार ने ज्यादातर राज्यों में कोविड-19 वैक्सीनेशन के लिए ड्राई रन शुरू कर दिया है. जल्द ही देश की आबादी के एक बड़े हिस्से को अपना पहला कोरोना वैक्सीनेशन मिल जाएगा. वैक्सीन सेंटर्स में इसकी इसकी व्यवस्था की तैयारियां जोरों पर हैं. अगले एक या दो हफ्ते के भीतर देशव्यापी वैक्सीनेशन का काम शुरू हो सकता है. देश में अबतक दो वैक्सीन को मंजूरी मिली है, दोनों ही वैक्सीन भारत में ही मैन्युफैक्चर की गई हैं. इसमें सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया की कोविशील्ड जो ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी की सहायता से बनी है और दूसरी भारत बायोटैक की कोवैक्सीन.
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने हाल ही में ट्वीट करके की ये घोषणा...
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने हाल ही में ट्वीट करके ये घोषणा की है कि सभी राज्यों में पहले चरण में प्रायोरिटी ग्रुप को कोविड-19 वैक्सीनेशन मुफ्त दिया जाएगा. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने कहा, “मैं लोगों से अपील करता हूं कि COVID-19 वैक्सीन की सुरक्षा और प्रभावकारिता के बारे में अफवाहों से गुमराह न हों. वैक्सीन को मंजूरी देने से पहले हम किसी भी प्रोटोकॉल पर समझौता नहीं करेंगे." हर्षवर्धन ने कहा कि देश को पोलियो प्रतिरक्षण अभियान शुरू करने पर भी वैक्सीन की हिचकिचाहट एक मुद्दा था, लेकिन हमें इसकी सफलता को याद रखना चाहिए. "
भारत में कोरोना वैक्सीनेशन के लिए रजिस्ट्रेशन कैसे करें?
भारत के सबसे बड़े टीकाकरण अभियान का लाभ आप कैसे उठा सकते हैं और कोरोना वैक्सीनेशन के लिए रजिस्ट्रेशन कैसे करें, इसकी पूरी जानकारी हम आपको दे रहे हैं, ताकि आप भी इसका उचित लाभ उठा सकें.
- भारत सरकार ने शुरुआत में 30 करोड़ लोगों को प्राथमिक सूची में रखा है. इनमें भी सबसे पहले हेल्थवर्कर, सुरक्षाकर्मी, अन्य कोरोना वॉरियर्स, 50 वर्ष से अधिक उम्र और गंभीर बीमारी वाले लोग शामिल हैं. यहां पर ये बात स्पष्ट कर दें कि सबसे पहले ये वैक्सीन हेल्थवर्कर, सुरक्षाकर्मी व अन्य कोरोना वॉरियर्स को दी जाएगी, उनके परिवार वालों को नहीं. ऐसे में उनके परिवारवालों को अभी ये वैक्सीन नहीं दी जाएगी.
- वैक्सीन का टीका लगाने के लिए जिलों, कस्बों, गावों में मौजूद सरकारी अस्पतालों या अन्य स्थानों पर सेंटर्स बनाए जा रहे हैं. जहां पर नियमित रूप से जानकारी देकर कोरोना वैक्सीन का टीका लगाया जाएगा. आपको सेंटर पर जाकर टीका लगवाना होगा.
- भारत सरकार ने को-विन मोबाइल एप्लीकेशन बनाया है जो वैक्सीनेशन शुरू होने पर मौजूद होगा. इसके अलावा जिस व्यक्ति को वैक्सीन का डोज दिया जाएगा, उसे पहले ही फोन पर मैसेज आ जाएगा. अगर आपको वैक्सीन का डोज मिलना है तो आपके फोन पर तारीख, वक्त और जगह की जानकारी खुद ही आएगी.
- आपको वैक्सीन लगवानी है या नहीं, ये आपकी इच्छा पर निर्भर है. इसके लिए किसी के साथ जबरदस्ती नहीं की जा सकती है. हालांकि, कोरोना का संकट जिस तरह से बरकरार है ऐसे में एक्सपर्ट भी वैक्सीन के शॉट लेने की सलाह दे रहे हैं. जहां तक वैक्सीन के साइड इफेक्ट्स की बात है, तो सरकार का कहना है कि तमाम नियमों का पालन करने के बाद ही वैक्सीन को मंजूरी दी गई है. सतर्कता पूरी तरह बरती गई है, इसके बाद भी हर वैक्सीन से जुड़े कुछ साइड इफेक्ट्स होते हैं. सभी राज्यों से इसको लेकर तैयारी बरतने को कहा गया है.
- जिन लोगों को शुरुआती चरणों में वैक्सीन मिल रही है, उनकी लिस्ट जारी की जाएगी. इसी के आधार पर सभी को अपना रजिस्ट्रेशन करवाना होगा. इसके लिए आपके पास पहले ही फोन पर मैसेज आ जाएगा.
- वैक्सीन का डोज लगवाने के लिए रजिस्ट्रेशन करवाना जरूरी है. और उसके लिए सेंटर पर जाकर आपको अपने जरूरी कागज दिखाने होंगे, उसके आधार पर ही आपको वैक्सीन दी जाएगी. वैक्सीन के लिए रजिस्ट्रेशन के लिए ड्राइविंग लाइसेंस/वोटर आईडी कार्ड/पैन कार्ड/आधार कार्ड/पासपोर्ट, बैंक खाते की पासबुक, मनरेगा कार्ड, स्वास्थ्य मंत्रालय का हेल्थ आईडी कार्ड में से किसी भी डॉक्यूमेंट की सहायता से रजिस्ट्रेशन करवाया जा सकता है.
- भारत में वैक्सीन मुफ्त मिलेगी या फिर नहीं, अभी इसकी तस्वीर साफ नहीं है. हाल ही में स्वास्थ्य मंत्री का बयान था कि पूरे देश में वैक्सीन मुफ्त मिलेगी, फिर बाद में उन्होंने कहा कि शुरुआती चरण में स्वास्थ्यकर्मियों को ये मुफ्त दी जाएगी. इसके अलावा अलग-अलग राज्य सरकारें अपने हिसाब से नियम तय कर रही हैं. ऐसे में वैक्सीन मुफ्त होगी या नहीं, इस पर अभी देशव्यापी फैसला नहीं है.
- जब आप वैक्सीन सेंटर में ये वैक्सीन लगवाएं, तो कुछ देर तक आपको वहीं पर आराम करना चाहिए. करीब आधा घंटा आप वहां ही आराम करें, इस दौरान आपको कोई दिक्कत आती है तो तुरंत डॉक्टर या वहां मौजूद अधिकारी से संपर्क करें.
- भारत में वैक्सीन की कुल दो डोज दी जाएंगी. पहली और दूसरी डोज के बीच कुल 28 दिनों का अंतर रहेगा. यानी आपको दो बार वैक्सीन सेंटर पर जाना होगा. वैज्ञानिकों का कहना है कि सभी को वैक्सीन की पूरी डोज लेनी चाहिए. अगर आप पहला डोज़ लगवाते हैं, तो आपको दूसरा डोज़ भी लगवाना चाहिए, ताकि कोरोना का इलाज पूरा हो और आपकी इम्युनिटी बन सके. बता दें कि एंटीबॉडी बनने के बाद ही कोरोना से लड़ाई मजबूत होती है. लेकिन ये शरीर में कोरोना वैक्सीन के दोनों डोज़ मिलने के कुछ दिनों बाद ही मिलती है. इसके साथ ही पहली डोज और दूसरी डोज के अंतर के दौरान आपको सतर्क रहना होगा और अभी तक जिन कोरोना गाइडलाइन्स का पालन कर रहे हैं उसे ही मानना होगा. अगर लापरवाही बरती गई, तो वैक्सीन का असर कम ही होगा. ऐसे में मास्क, दो गज दूरी और बार-बार हाथ धोना तब भी जरूरी ही होगा.
- एक बात का ध्यान जरूर रखें, कोरोना का वैक्सीन लगाने के बाद भी आपको नियमों का पालन पहले की तरह ही करना होगा. ऐसा बिल्कुल नहीं है कि वैक्सीन लगने के बाद आप पूरी तरह सुरक्षित हो जाएंगे. हालांकि, वैक्सीन आपको काफी हद तक प्रोटक्शन देगी. लेकिन फिर भी आपको पूरी तरह सतर्क रहना होगा. कोविड गाइडलाइन्स का पालन करना होगा ताकि आप खुद को सुरक्षित रख सकें. मास्क, दो गज दूरी और हाथ धोना लगातार करना चाहिए.
- ये वैक्सीन फिलहाल खुले बाज़ार में नहीं मिलेगी. अभी वैक्सीन को आपात इस्तेमाल के लिए ही मंजूरी मिली है. जब वैक्सीन का काम शुरू होगा, उसके बाद ड्रग रेगुलेटर की ओर से हर हफ्ते डेटा निकाला जाएगा जिसके आधार पर आगे की तैयारी होगी.
भारत में कोरोना वैक्सीनेशन की शुरुआत पूरे देश ले लिए बहुत ही ख़ुशी की खबर है, लेकिन इसका ये मतलब नहीं है कि कोरोना का ख़तरा पूरी तरह से टल गया है. कोरोना वैक्सीनेशन के बाद भी सभी को सुरक्षा नियमों का पालन करना होगा. मास्क, दो गज दूरी और हाथ धोना लगातार जारी रखना होगा, तभी हम सब मिलकर कोरोना को हरा सकते हैं.