सीखें एंगर मैनेजमेंट
हर इंसान का व्यवहार और पेशेंस लेवल अलग-अलग होता है. कुछ लोगों को छोटी-छोटी बातों पर ग़ुुस्सा आ जाता है, तो कुछ ऐसे भी होते हैं, जिन्हें दूसरों की बड़ी से बड़ी ग़लती पर भी ग़ुस्सा नहीं आता. यदि आप पहली कैटेगरी में आते हैं, तो आपको एंगर मैनेजमेंट के लिए प्रयास करना चाहिए. पति-पत्नी के झगड़ों में यह बहुत काम आता है, वरना तर्क-वितर्क और बहस से बात बहुत बढ़ जाती है. कई बार ये झगड़े रिश्ता टूटने की वजह भी बन जाते हैं. स्मार्ट मूव जब भी झगड़े की बात उठे, गहरी सांस लें और ख़ुद पर काबू रखें. पार्टनर के बारे में नेगेटिव विचार आते ही अपने रिश्ते के 5 पॉज़िटिव पॉइंट्स याद करें. आपका ग़ुस्सा ठंडा हो जाएगा.शॉर्ट ब्रेक लें
जब पति-पत्नी के बीच बहुत बहस हो रही हो और लगे कि बात बहुत बढ़ जाएगी, तो बेहतर होगा कि दोनों एक क़दम पीछे हट जाएं और बहस बंद कर दें. यदि आपका पार्टनर बहुत ग़ुस्से में है, तो आप ख़ुद ही बहस बंद कर दें और कहें, ङ्गङ्घमुझे इस बारे में अभी बात नहीं करनी. मैं ग़ुस्से में हूं. मुझे अकेला छोड़ दो.फफ ऐसा करना इसलिए ज़रूरी है, क्योंकि ग़ुस्से में मुंह से अपशब्द निकल जाते हैं, जिससे सामने वाले के दिल को ठेस पहुंचती है और संबंधों में दूरियां भी आ सकती हैं. स्मार्ट मूव झगड़े के व़क्त यदि एक पार्टनर चुप रहता है, तो झगड़ा आगे नहीं बढ़ता. बाद में दिमाग़ शांत होने पर आपस में बात करें, क्योंकि तब आप सही निर्णय ले पाएंगे.स्वयं के लिए समय निकालें
वर्किंग महिलाएं हों या हाउसवाइफ दोनों ही अपने आप को काम में इतना व्यस्त कर लेती हैं कि उनके पास ख़ुद के लिए भी समय नहीं रहता. कई महिलाएं तो यहां तक कहती हैं कि उन्हें पति और बच्चों के काम में ही आनंद मिलता है. उन्हें अपने लिए अलग से समय निकालने की ज़रूरत ही महसूस नहीं होती, मगर ऐसा नहीं है, हर व्यक्ति को स्ट्रेस होता है और उसका बाहर निकलना बहुत ज़रूरी है, इसलिए म्यूज़िक सुनें, वॉक पर जाएं या अपनी पसंद का कोई ऐसा काम करें, जिससे आपको ख़ुशी व संतुष्टि मिले. इससे तनाव दूर हो जाएगा और आप चैन की नींद सो पाएंगी और सुबह उठने पर आप बिल्कुल फ्रेश महसूस करेंगी. स्मार्ट मूव अपने मन मुताबिक़ कोई काम करने से मूड अच्छा होता है, चिड़चिड़ापन नहीं होता और झगड़े भी नहीं होते, इसलिए स्वयं के लिए अवश्य समय निकालें. यह भी पढ़ें: ज़िद्दी पार्टनर को कैसे हैंडल करेंः जानें ईज़ी टिप्सतोलमोल कर बोलें
कई बार बातचीत में ग़लत शब्दों के इस्तेमाल से भी पति-पत्नी में बहस हो जाती है, इसलिए बातचीत करते समय हमेशा सौम्य, परंतु प्रभावशाली शब्दों का प्रयोग करें. केवल पार्टनर से ही नहीं, हर किसी से बात करते समय यह ध्यान रखें. बेहतर होगा कि इसे अपनी आदत बना लें. स्मार्ट मूव यदि आपस में झगड़े का कोई भी मुद्दा उठे, तो उस मुद्दे पर चुप रहने की बजाय अपनी राय और भावनाएं साफ़, मगर सौम्य शब्दों में पार्टनर तक पहुंचाएं.शांत रहें और सुनें
जब आप शांत होते हैं और अच्छा महसूस करते हैं, तब आप बातों को सुनने में ज़्यादा सक्षम होते हैं. समस्या छोटी हो या बड़ी हमेशा दूसरे की बात शांति से सुनने पर ही वो हल होगी. दूसरों की बात सुनने की कला अचानक नहीं आती, इसके लिए प्रैक्टिस करनी पड़ती है, ख़ासकर छोटे बच्चों के साथ. इसके अलावा मेडिटेशन से भी काफ़ी मदद मिलती है. स्मार्ट मूव एक बार यदि आप सुनने की कला सीख गए, तो यक़ीन मानिए, झगड़ों पर जैसे विराम लग जाएगा. साथ ही आप बेहतर महसूस करेंगे और समझ जाएंगे कि तर्क-वितर्क और बहस से कुछ हासिल नहीं होता.मूड बनाए रखें
कई बार कपल्स ऑफिस या यहां-वहां का ग़ुस्सा एक-दूसरे पर निकालते हैं. यह आदत अच्छी नहीं है. आपको ध्यान रखना होगा कि जब आप साथ हों, तो ग़ुस्से या क्लेशवाली बात बिल्कुल भी ना करें. हंसते- मुस्कुराते हुए एक-दूसरे के साथ समय बिताएं. स्मार्ट मूव पार्टनर के साथ जोक्स व ख़ुशनुमा बातें शेयर करें. इससे आप दोनों का मूड अच्छा रहेगा और आप किसी भी समस्या का हल आसानी से निकाल सकेंगे.यादें शेयर करें
अपने अच्छे दिनों को याद करें. उन पलों को याद करें जो आपने साथ गुज़ारे हैं. उन जगहों को याद करें, जहां आपकी रूमानी यादें जुड़ी हुई हैं. पुरानी फोटो देखें. यक़ीन मानिए, इस तरह यादों को अपडेट और शेयर करने से आप वर्तमान की बहस को भूल जाएंगे. स्मार्ट मूव यादें आपको एक-दूसरे को समझने में, अपनी भावनाएं व्यक्त करने में मदद करेंगी. आप भूल जाएंगे कि थोड़ी देर पहले आपकी पार्टनर से अनबन हुई थी.स्पर्श का कमाल
पति-पत्नी के बीच की बहस कई बार लंबी छिड़ जाती है, जिसका कोई समाधान नहीं निकलता. बहस में हर बार उंगली एक-दूसरे पर उठती है, पर यही उंगलियां यदि दूसरे का हाथ पकड़ लें तो? हाथों में हाथ, कंधे पर सिर और जादू की झप्पी, सच हमसफ़र का स्पर्श कमाल कर जाता है. स्मार्ट मूव बहस के दौरान कपल्स का ऐसा व्यवहार एक-दूसरे के गिले-शिकवे भुला देता है और रिश्ते की गाड़ी फिर से पटरी पर आ जाती है.कब झगड़ा/बहस ना करें?
- ऑफिस या बाहर जाते समय. - बच्चों के सामने. - जब आपके आसपास अन्य लोग हों. - जब आप दोनों में से कोई एक ड्राइविंग कर रहा हो. - जब आप बहुत थके हुए हों. - जब आप भूखे/तनाव में हों. - जब आप शराब पिए हुए हों. - ख़ास दिनों, जैसे- बर्थडे, एनिवर्सरी या त्योहार पर.- सुषमा श्रीराव
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