कंगना रनौत से ट्विटर पर जुबानी जंग छिड़ने के बाद से ही बॉलीवुड और पंजाबी कलाकार दिलजीत दोसांझ इंटरनेट पर ट्रेंड कर रहे हैं. इस झगड़े के बाद दिलजीत दोसांझ के ट्विटर फॉलोअर्स की संख्या में लाखों में बढ़ोतरी हुई है. अब लोग भी उनकी निजी जिंदगी के बारे में ज़्यादा से ज़्यादा जानना चाह रहे हैं. तो आइये जानते हैं उनके बारे में कुछ ऐसी बातें जो शायद कम ही लोगों को पता होंगी.
गुरुद्वारे में कीर्तन गाया करते थे दिलजीत
दिलजीत ने अपने गांव के गुरुद्वारे से गाने की शुरुआत की. वो वहां कीर्तन गाया करते थे. गुरुद्वारे में आते-जाते लोगों को उस बच्चे की आवाज़ भा गई और उसे आगे मौक़े मिलते गए. इसके बाद दिलजीत लोगों की शादियों में फिल्मी गाने या लोगों के घर पर कीर्तन गाने लगे. इसके बाद दिलजीत ने जो कामयाबी हासिल की, वो आज सबके सामने है.
दिलजीत असली नाम नहीं है, न ही दोसांझ सरनेम है
उनका असली नाम दिलजीत नहीं, बल्कि दलजीत सिंह है, लेकिन जब वो बतौर सिंगर लोकल लेवल पर पॉपुलर होने लगे तो किसी के कहने पर उन्होंने अपना नाम दलजीत से दिलजीत कर लिया. और अपने नाम के आगे अपने गांव दोसांझ का नाम लिखने लगे और इस तरह हो गए दिलजीत दोसांझ.
पहला एल्बम और पहली मूवी दोनों ही फ्लॉप रही
आज भले ही दिलजीत को सक्सेस की गारंटी माना जाता हो, लेकिन उनका पहला ही म्यूजिक एल्बम और पहली ही फ़िल्म फ्लॉप रही थी. उनका पहला म्यूजिक एल्बम था ‘इश्क दा उड़ा अड़ा’, जो 2004 में रिलीज़ हुआ था और उनकी पहली फ़िल्म थी ‘द लायन ऑफ़ पंजाब’, लेकिन दोनों ही फ्लॉप रहे थे. लेकिन फ़िल्म का एक गाना ‘लख 28 कुड़ी दा' इतना हिट हुआ कि आज भी वहां हर फंक्शन और शादी ब्याह में बजता है.
फ़िल्म फ्लॉप होने के बाद एक्टिंग न करने का फैसला कर लिया था
अपनी पहली ही फ़िल्म की नाकामयाबी से दिलजीत दोसांझ निराश हो गए थे. और दो फ़िल्में करने के बाद उन्होंने एक्टिंग ना करने के बारे में सोच लिया था. दरअसल उनकी पहली फ़िल्म रिलीज़ होने से पहले ही दूसरी फ़िल्म शूट हो गई थी. पहली फ़िल्म फ्लॉप हो गई, तो उन्होंने सोचा था कि अब फ़िल्म नहीं करूंगा, गाने ही ठीक हैं. लेकिन, दूसरी फ़िल्म हिट हो गई और उन्हें अपना फैसला बदलना पड़ा.
सिर्फ दसवीं पास हैं दिलजीत
दिलजीत ज़्यादा पढ़ नहीं पाए. वो सिर्फ दसवीं पास हैं और दसवीं तक की पढ़ाई भी उन्होंने अपने गांव के एक स्कूल से ही है. परिवार की आर्थिक स्थिति अच्छी न होने की वजह से वो पढ़ नहीं पाए. परिवार को आर्थिक रूप से मदद करने के लिए उन्होंने अपना पूरा ध्यान गाने में लगा दिया और शादी-ब्याह-फंक्शन में गाने लगे.
इंग्लिश से दूर ही भागते हैं दिलजीत
इंग्लिश दिलजीत के लिए दूर की कौड़ी ही है. उन्होंने कई बार कोशिश की इंग्लिश सीखने की, पर इंग्लिश उन्हें समझ ही नहीं आई. इंग्लिश की वजह से ही वो एक मैगज़ीन को इंटरव्यू नहीं दे पाए थे. उन्होंने ही इस बारे में एक इंटरव्यू में बताया था, ''गुड न्यूज़' रिलीज़ होने से पहले एक इंग्लिश मैगज़ीन ने इंटरव्यू देने के लिए कहा. मैं तो उस समय हैरान हो गया जब उन्होंने सिर्फ़ एक फोटोशूट के लिए लंदन बुलाया. फोटोशूट तो कहीं भी हो सकता था. खैर वहां वन टू वन इंटरव्यू था, लेकिन अंग्रेज़ी में. मैं तो चुपचाप साइड होकर निकल लिया.''
हिंदी फिल्मों के लिए पगडी निकालने से मना कर दिया था
जब दिलजीत ने बॉलीवुड में आने की सोची, तो कहा गया था कि पग बांधने वाला बॉलीवुड में हीरो नहीं बन सकता. पग वालों को बॉलीवुड में हीरो का रोल नहीं मिल पाएगा. लेकिन उन्होंने साफ साफ कह दिया, काम मिले ना मिले. फ़िल्मों के लिए पगड़ी पहनना नहीं छोड़ सकता. एक रोल के लिए अपने आप को नहीं बदलूँगा.
डिज़ाइनर कपड़ों और शूज़ के हैं शौकीन
दिलजीत को डिज़ाइनर कपड़ों और जूतों का बेहद शौक है. यहाँ तक कि वो इंडियन डिज़ाइनर के कपड़े नहीं पहनते, बल्कि इंटरनेशनल ब्रांड्स ही पहनते हैं. उनके जूते भी इंटरनेशनल ब्रांड्स के ही होते हैं. जूतों और कपड़ों का इतना ज्यादा कलेक्शन है उनके पास कि वो अपने एल्बम में भी अपने ही कलेक्शन के कपड़े-जूते पहनते हैं.
किशोर कुमार और गुरदास मान के फैन हैं
किशोर कुमार और गुरदास मान दिलजीत के फेवरेट सिंगर्स हैं. उनकी कार में हमेशा इन्हीं के गाने बजते हैं. और जब वो दोस्तों के साथ होते हैं, तो सिर्फ और सिर्फ किशोर कुमार के गाने सुनते हैं.